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पाचन क्रिया को स्वस्थ रखने में मदद कर सकती हैं ये हस्त मुद्राएं
पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने मेें सहायक हैं ये हस्त मुद्राएं

पाचन क्रिया को स्वस्थ रखने में मदद कर सकती हैं ये हस्त मुद्राएं

लेखन अंजली
Feb 28, 2022
10:12 pm

क्या है खबर?

पाचन क्रिया भोजन को पचाकर पोषक तत्वों में बदलती है। ये पोषक तत्व शरीर को ऊर्जा देने के साथ-साथ कई स्वास्थ्य लाभ देने में भी सहायक होते हैं। हालांकि, अगर किसी कारण से पाचन क्रिया प्रभावित हो जाए तो इससे अपच और डायरिया जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं। इन समस्याओं से बचाकर पाचन क्रिया को स्वस्थ रखने में कुछ योग हस्त मुद्राएं मदद कर सकती हैं। आइए उन्हीं के अभ्यास का तरीका जानते हैं।

#1

ब्रह्म मुद्रा

सबसे पहले योगा मैट पर पद्मासन या फिर किसी आरामदायक मुद्रा में बैठ जाएं। अब दोनों हाथों को छाती के सामने लाकर हथेलियों की मुट्ठी बना लें, फिर अपने दोनों अंगूठों को उंगुलियों के भीतर रखें, फिर धीरे-धीरे अपने हाथों को अपने पेट के पास जाएं। इसके बाद अपनी दोनों आंखों को बंद करें और अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करें। 20 से 25 मिनट तक इस मुद्रा को बनाए रखें।

#2

सूर्य मुद्रा

सूर्य मुद्रा के लिए सबसे पहले योगा मैट पर पद्मासन या फिर सुखासन की मुद्रा में बैठ जाएं। इसके बाद आप अपने दोनों हाथों को सीधा करके अपने घुटनों पर रखें। इस दौरान हथेलियां ऊपर की ओर हों। अब अपने दोनों हाथों के अंगूठों को अनामिका उंगलियों के ऊपर रखें। बाकि सभी उंगलियां सीधी रखें, फिर अपनी दोनों आंखों को बंद करें और अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करें। 15 मिनट तक इस मुद्रा में रहें।

#3

वायु मुद्रा

वायु मुद्रा के लिए सबसे पहले योगा मैट पर सुखासन की मुद्रा में बैठें। इसके बाद आप अपने दोनों हाथों को सीधा करके अपने घुटनों पर रखें। इस दौरान हथेलियां ऊपर की ओर हों। अब अपने दोनों हाथों के अंगूठों को मोड़कर तर्जनी उंगलियों के ऊपर रखें। बाकि सभी उंगलियां सीधी रखें, फिर अपनी दोनों आंखों को बंद करें और अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करें। 15 मिनट तक इस मुद्रा में रहें।

#4

प्राण मुद्रा

प्राण मुद्रा के लिए सबसे पहले योगा मैट पर पद्मासन की मुद्रा में बैठें। अब अपने दोनों हाथों को अपने घुटनों पर रखें। इस दौरान हथेलियां आकाश की तरफ होनी चाहिए। इसके बाद अपने हाथों की सबसे छोटी उंगली और अनामिका उंगली को अंगूठे के नोक से छूएं। बाकी उंगलियों को सीधा रखें, फिर अपनी दोनों आंखों को बंद करें और इस मुद्रा में 20-25 मिनट तक रहने की कोशिश करें।