5 साल से कम उम्र के बच्चों को नहीं खिलानी चाहिए ये खान-पान की चीजें
बच्चों को 6 महीने के बाद से दूध के साथ-साथ ठोस आहार का सेवन भी कराना शुरू कर देना चाहिए। हालांकि, कुछ चीजें बच्चों के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इस सूची में मीठे व्यंजन से कैफीन आदि चीजें शामिल हैं, जिनका सेवन छोटे बच्चों को करवाना बाल चिकित्सक सही नहीं मानते हैं। आइए जानते हैं कि ये खान-पान की चीजें छोटे बच्चों के लिए क्यों नुकसानदायक हैं।
मीठी चीजें
कई लोग बच्चों को लाड़-दुलार में टॉफी या चॉकलेट खाने के लिए दे देते हैं, लेकिन ये मीठी चीजें उनकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है। इसका कारण है कि ये आर्टिफिशियल मिठास जैसे एस्पार्टेम, एससल्फेम-K और सुक्रालोज से युक्त होती हैं, जो नुकसान पहुंचा सकती हैं। बहुत अधिक चीनी से मोटापा और मसूड़ों की समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए बच्चों को कम मात्रा में टॉफी, आइसक्रीम, चॉकलेट और जेली जैसी चीजें दें।
रिफाइंड अनाज
5 साल से कम उम्र के बच्चों को सफेद चावल और सफेद ब्रेड जैसे रिफाइंड अनाज का अधिक सेवन कराने से उन्हें हृदय रोग, मधुमेह और ट्राइग्लिसराइड्स जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इनकी बजाय बच्चों की डाइट में साबुत अनाज से युक्त चीजों को शामिल करें। साबुत अनाज फाइबर से भरपूर होते हैं, जो ब्लड शुगर को स्थिर रखने में मदद करते हैं। इसके अतिरिक्त इससे बच्चों के समग्र स्वास्थ्य को बहुत लाभ होता है।
कैफीन
कैफीन बच्चों के तंत्रिका तंत्र पर बुरा प्रभाव डाल सकता है। जब वे इसका सेवन करते हैं तो यह उनकी नींद में खलल डाल सकता है। इसके अतिरिक्त इससे एकाग्रता क्षमता में असंतुलन और पाचन से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं। इसके सेवन से तनाव जैसी मानसिक समस्याों का भी सामना करना पड़ सकता है। इन कारणों से बच्चों को कैफीन-आधारित उत्पाद देने से परहेज करने की सलाह दी जाती है।
पाश्चुरीकृत फलों का जूस
पाश्चुरीकृत फलों का जूस (Pasteurized fruit juice) छोटे बच्चों में मां के दूध की भूख को कम कर सकता है, जो जीवन के पहले वर्ष में उसका मुख्य आहार होना चाहिए। यह जूस इनके दांत खराब करने के साथ-साथ कई पाचन संबंधित समस्याएं उत्पन्न कर सकता है। बच्चों को हमेशा घर में बना ताजा फलों का जूस देना ही सही रहता है।
साबुत मेवे
साबुत मेवे अपने छोटे आकार और कठोर बनावट के कारण छोटे बच्चों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकते हैं। मेवों के पोषण संबंधी लाभ देने के लिए बच्चों को नट बटर का सेवन करवाएं। हो सकता है कि नट बटर उनके लिए नया हो, इसलिए उससे एलर्जी की संभावना हो सकती है। इसलिए नए खाद्य पदार्थों को उनकी डाइट में धीरे-धीरे शामिल करें या फिर सूखे मेवों का पाउडर बनाकर बच्चों को खिलाएं।