
दिल्ली में लगे इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के 'वांटेड' पोस्टर, इस दूतावास का कर्मचारी निकला दोषी
क्या है खबर?
दिल्ली के चाणक्यपुरी इलाके में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के 'वांटेड' पोस्टर लगाए गए हैं, जिसको लेकर जांच शुरू हो गई है।
दिल्ली पुलिस ने इस संबंध में गृह मंत्रालय से संपर्क किया था। बताया जा रहा है कि जिस व्यक्ति ने नेतन्याहू के पोस्टर लगाए हैं, वह बेल्जियम दूतावास में कार्यरत विदेशी नागरिक है।
पुलिस ने अभी उसकी पहचान का खुलासा नहीं किया है। वह जांच के घेरे में हैं और पूछताछ की जा रही है।
जांच
क्या है मामला?
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, 29 मई को सुबह 7 बजे चाणक्यपुरी थाने के कर्मचारियों ने बिजली के खंभों पर पोस्टर चिपके देखे थे, जिसमें नेतन्याहू की तस्वीरों के साथ 'वांटेड' लिखा था।
एक पोस्टर मालचा मार्ग पर कार्मेल कॉन्वेंट स्कूल के पास और दूसरा अमेरिकन एंबेसी स्कूल के पास लगा था। पोस्टर को तुरंत हटाकर जांच की गई।
जब 50 CCTV चेक किए गए तो एक व्यक्ति का पता चला, जो बेल्जियम दूतावास का कर्मचारी निकला।
जांच
बेल्जियम के सामने मुद्दे को उठाएगा भारत
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दूतावास का कर्मचारी होने के कारण उन्हें राजनयिक संरक्षण प्राप्त है और जांच आगे नहीं बढ़ सकी, लेकिन उन्होंने गृह मंत्रालय को इसकी सूचना दी है।
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर एक रिपोर्ट तैयार कर मंत्रालय को सौंप दी गई है, जो विदेश मंत्रालय के साथ समन्वय कर रहा है।
मामले में विदेश मंत्रालय का कहना है कि वह मामले को बेल्जियम के सामने आधिकारिक राजनयिक चैनलों के माध्यम से उठाएंगे।
जानकारी
बेल्जियम कर चुका है इजरायल की निंदा
पश्चिमी यूरोपीय देश बेल्जियम कई मौकों पर गाजा पर इजरायल के सैन्य अभियानों की खुलेआम निंदा कर चुका है। बेल्जियम उन 121 देशों में शामिल है, जिन्होंने 2023 में गाजा संघर्ष समाप्ति के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा के प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया था।