अमेरिका ने 4 भारतीय कंपनियों पर लगाए प्रतिबंध, क्या हैं आरोप?
अमेरिका ने भारत और चीन समेत करीब 15 देशों की 398 कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए हैं। आरोप हैं कि इन कंपनियों ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस को सक्षम बनाने और प्रतिबंधों से बचने में मदद करने वाले उत्पाद और सेवाएं प्रदान की हैं। इनमें 4 भारतीय कंपनियां भी शामिल हैं। अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि यह पहली बार नहीं है कि भारत को प्रतिबंधों का निशाना बनाया गया, लेकिन यह अब तक का सबसे सख्त प्रयास है।
अमेरिकी विदेश विभाग ने दी जानकारी
अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा, "हम आज लगभग 400 संस्थाओं और व्यक्तियों पर प्रतिबंध लगा रहे हैं, जो रूस के युद्ध को बढ़ाने में मदद कर रहे हैं। इसमें विदेश विभाग की ओर से 120 से अधिक व्यक्तियों और कंपनियों पर प्रतिबंध शामिल हैं। इसके अलावा ट्रेजरी विभाग ने 270 से अधिक लोगों और कंपनियों को भी नामित किया है। वाणिज्य विभाग ने 40 नई कंपनियों को अपनी सूची में जोड़ा है।"
किन भारतीय कंपनियों पर लगाए गए प्रतिबंध?
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, भारतीय कंपनियों में 'एसेंड एविएशन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड' का नाम है, जिसने मार्च, 2023 से मार्च, 2024 के बीच रूस की कंपनियों को 700 से अधिक सामान भेजे। इन सामानों में अमेरिकी विमान के हिस्से शामिल थे, जिनकी कीमत 1.68 करोड़ रुपये है। इसके अलावा 'मास्क ट्रांस' नामक एक और कंपनी का भी जिक्र है, जिसने रूस को 2.52 करोड़ रुपये के विमान के हिस्से भेजे थे।
ये कंपनियां भी शामिल
अमेरिका ने 'TSMD ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड' का नाम शामिल है, जिसने जुलाई, 2023 से लेकर मार्च, 2024 तक रूसी कंपनियों को इलेक्ट्रॉनिक सामान भेजे। इनमें एकीकृत सर्किट, सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट और दूसरे फिक्स्ड कैपेसिटर शामिल थे, जिनकी कीमत 3.61 लाख करोड़ रुपये थी। इसके अलावा 'फुट्रेवो' नामक एक कंपनी भी शामिल है, जिसने रूस की 'SMT-ILOGIC' को करोड़ों रुपये के उपकरण भेजे। 'SMT-ILOGIC' रूस में ड्रोन निर्माण में शामिल रही है।
अमेरिका ने व्यक्तियों पर भी लगाए प्रतिबंध
अमेरिका ने रूसी रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों, रक्षा कंपनियों, बेलारूस के व्यक्तियों और चीन स्थित कंपनियों के एक समूह पर भी राजनयिक प्रतिबंध लगाए हैं। ये कंपनियां रक्षा उत्पादों के निर्यात से जुड़ी हैं। वित्त विभाग के उपमंत्री वैली एडेमो ने कहा कि अमेरिका और उसके सहयोगी रूस की युद्ध मशीन की ताकत कम करने और पश्चिमी प्रतिबंधों एवं निर्यात नियंत्रणों को दरकिनार करने के प्रयासों में सहायता करने की कोशिश करने वालों को रोकने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
अमेरिका ने पहले भी लगाए थे भारतीय कंपनियों पर प्रतिबंध
अमेरिका पहले भी भारतीय कंपनियों पर प्रतिबंध लगा चुका है। नवंबर 2023 में अमेरिका ने भारतीय कंपनी 'Si2 माइक्रोसिस्टम्स' को रूस की सेना को अमेरिकी सामान भेजने के आरोप में प्रतिबंध लगा दिया था। हाल ही में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने चेतावनी दी थी कि कोई भी भारतीय कंपनी, जो रूस के खिलाफ वैश्विक प्रतिबंधों का उल्लंघन करती है, उसे इससे जुड़ी परिणामों के लिए भी तैयार रहना चाहिए।