
एयर इंडिया को DGCA ने दी चेतावनी, उड़ान समय सीमा तोड़ने का लगा है आरोप
क्या है खबर?
एयर इंडिया पर उड़ान समय सीमा तोड़ने का आरोप लगा है। नियम के मुताबिक पायलट एक दिन में अधिकतम 10 घंटे ही उड़ान भर सकते हैं, लेकिन मई, 2025 में बैंगलोर-लंदन की 2 उड़ानों ने यह सीमा पार कर दी। जांच में यह मामला जून में अहमदाबाद में हुए विमान हादसे के बाद सामने आया है। अब नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एयरलाइन को चेतावनी दी है और विमानन सुरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए हैं।
गलती
उड़ानों में हुई गलती
DGCA की जांच में पता चला कि 16 और 17 मई को AI133 उड़ानों का संचालन तय सीमा से अधिक समय तक हुआ। यह नागरिक उड्डयन आवश्यकता (CAR) के तहत तय नियमों का उल्लंघन था। एयर इंडिया का कहना है कि यह गलती सीमा बंद होने के कारण दी गई अनुमति की अलग व्याख्या के चलते हुई। हालांकि, DGCA ने साफ किया कि सुरक्षा नियमों में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
छूट
छूट का कारण क्या है?
पाकिस्तान ने 24 अप्रैल को भारतीय विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया था, जिससे पश्चिम की ओर जाने वाली कई महत्वपूर्ण उड़ानों में दिक्कत आई। इसे देखते हुए DGCA ने कुछ चुनिंदा उड़ानों को 10 घंटे से अधिक उड़ान भरने की अस्थायी छूट दी थी। उद्देश्य था कि जरूरी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें प्रभावित न हों और यात्रियों को किसी तरह की अतिरिक्त परेशानी या देरी का सामना न करना पड़े।
अन्य
गलत तरीके से लागू की छूट
DGCA का आरोप है कि एयर इंडिया ने यह छूट उन उड़ानों पर भी लागू कर दी, जो पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र बंद होने से प्रभावित नहीं थीं। यही वजह है कि नियामक ने उसे नोटिस जारी किया। DGCA ने एयरलाइन को चेतावनी देते हुए कहा है कि आगे से किसी भी उड़ान में समय सीमा और सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन करना होगा, ताकि यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा बनी रहे।