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NewsBytesExplainer: कौन था हमास नेता सालेह अल-अरूरी और उसकी मौत से युद्ध पर क्या असर होगा?
इजरायल के हमले में हमास के बड़े नेता सालेह अल-अरूरी की मौत हो गई है

NewsBytesExplainer: कौन था हमास नेता सालेह अल-अरूरी और उसकी मौत से युद्ध पर क्या असर होगा?

लेखन आबिद खान
Jan 03, 2024
03:16 pm

क्या है खबर?

इजरायली सेना ने हमास के उप प्रमुख सालेह अल-अरूरी को मार गिराया है। इजरायल ने इस कार्रवाई को लेबनान के बेरूत में एक ड्रोन हमले के जरिए अंजाम दिया है। हमास ने भी अपने आधिकारिक चैनल पर सालेह की मौत की पुष्टि की है। सालेह की मौत के बाद हमास ने बदला लेने की बात कही है, जिससे युद्ध के और भड़कने की आशंका है। जानते हैं कि सालेह कौन था और उसकी मौत से युद्ध पर क्या असर होगा।

कासिम

हमास की कासम ब्रिगेड का अहम सदस्य था सालेह

57 वर्षीय सालेह हमास के राजनीतिक ब्यूरो के उप प्रमुख और सशस्त्र शाखा कासम ब्रिगेड के संस्थापकों में से एक थे। उसे हमास के मुखिया इस्माइल हानिया का भी करीबी सहयोगी माना जाता है। इजरायल की जेल में 15 साल बिताने के बाद वह लेबनान में निर्वासन में रह रहा था। यहीं पर दाहिअ में हमास के एक दफ्तर पर इजरायल ने सालेह की हत्या कर दी। इस हमले में 6 और लोग मारे गए।

धमकी

नेतन्याहू ने दी थी जान से मारने की धमकी

7 अक्टूबर को इजरायल-हमास युद्ध शुरू होने से पहले इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सालेह को जान से मारने की धमकी दी थी। दरअसल, इस युद्ध में सालेह हमास के प्रवक्ता की भूमिका निभा रहा था। कुछ दिन पहले सालेह ने कहा था कि हमास गाजा में युद्ध समाप्त होने से पहले समूह द्वारा बंधकों की रिहाई से जुड़े किसी समझौते पर चर्चा नहीं करेगा। इजरायली सैनिकों और नागरिकों के अपहरण में सालेह ने अहम भूमिका निभाई थी।

अमेरिका

अमेरिका ने रखा था 41 करोड़ रुपये का इनाम

2015 में अमेरिका ने सालेह को वैश्विक आतंकवादी घोषित किया था और उसके बारे में सूचना देने वाले को करीब 41 करोड़ रुपये देने का ऐलान किया था। अमेरिका का कहना था कि सालेह एक उच्च पदस्थ हमास सैन्य नेता था, जो छात्र नेता के तौर पर हमास से जुड़ा था। सालेह हमास में लोगों को भर्ती करने और धन जुटाने जैसी गतिविधियों में भी शामिल था। इजरायल ने सालेह को 3 बार गिरफ्तार किया था।

इजरायल

सालेह की मौत पर इजरायल ने क्या कहा?

इजरायल ने आधिकारिक तौर पर हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। सरकार के एक प्रवक्ता मार्क रेगेव ने कहा, "इस घटना को जिसने भी अंजाम दिया है, ये स्पष्ट होना चाहिए कि ये लेबनान पर किसी तरह का कोई हमला नहीं था। ये किसी तरह से आतंकवादी संगठन हिज्बुल्लाह पर भी हमला नहीं था। जिसने भी यह किया, उसने हमास नेतृत्व के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक की है।" इजरायल के पूर्व दूत ने इसके लिए इजरायली सेना की सराहना की है।

लेबनान

लेबनान बोला- इसकी सजा मिलेगी

लेबनान ने इजरायल को सजा देने की चेतावनी दी है। कार्यवाहक प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने हमले की निंदा करते हुए कहा, "यह एक नया इजरायली अपराध और लेबनान को युद्ध में खींचने का प्रयास है।" मिकाती ने इजरायल पर गाजा में अपनी विफलताओं को दक्षिणी सीमा पर निर्यात करने और लेबनान की संप्रभुता के उल्लंघन करने के आरोप भी लगाए। लेबनान ने कहा है कि वो इस मौत के लिए जिम्मेदार लोगों को 'सजा' देगा।

चेतावनी

हमास और हिज्बुल्लाह ने भी दी इजरायल को चेतावनी

हमास की राजनीतिक शाखा के प्रमुख इस्माइल हानिया ने इस हमले को कायराना, आतंकी कार्रवाई, लेबनान की संप्रभुता पर हमला और आक्रामकता के दायरे को बढ़ाने की कोशिश करार दिया। हिज्बुल्लाह ने कहा, "जंग के मैदान में ये एक बेहद गंभीर घटना है और हम सुनिश्चित करेंगे कि इस अपराध को बिना जवाब और बिना सजा के माफ नहीं किया जाएगा। हमारे हाथ ट्रिगर पर हैं और बचाव की तैयारी अपने उच्चतम स्तर पर है।"

युद्ध

और भड़क सकता है युद्ध?

सालेह की हत्या के बाद युद्ध के और भड़कने की आशंका है। वेस्टबैंक में फिलिस्तीनियों ने हड़ताल का आह्वान किया है। ईरान ने कहा है कि सालेह की हत्या से प्रतिरोध की एक और लहर शुरू होगी। हत्या के बाद इजराइली रक्षा कैबिनेट की एक बैठक होनी थी, जिसे रद्द कर दिया गया है। सालेह की हत्या के बाद एक तरफ इजरायल में जश्न का माहौल है तो गाजा पट्टी में लोग शोक में डूबे हुए हैं।