इजरायल-हमास युद्ध: प्रधानमंत्री मोदी ने जताया नागरिकों की मौत पर दुख, बोले- एकजुट होने का समय
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजरायल-हमास युद्ध में आम नागरिकों की मौत की निंदा की है। उन्होंने कहा, "हम इजरायल और हमास के बीच संघर्ष में नागरिकों की मौत की कड़ी निंदा करते हैं। हम सभी देख रहे हैं कि पश्चिम एशिया क्षेत्र की घटनाओं से नई चुनौतियां उभर रही हैं।" प्रधानमंत्री ने ये बात दूसरे वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कही।
युद्ध पर और क्या बोले प्रधानमंत्री मोदी?
प्रधानमंत्री ने कहा, "भारत ने इजरायल पर 7 अक्टूबर को हुए आतंकवादी हमले की निंदा की है। हमने संयम भी बरता है। हमने बातचीत और कूटनीति पर जोर दिया है। हम इजरायल और हमास के बीच संघर्ष में नागरिकों की मौत की कड़ी निंदा करते हैं। हमने फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बात करने के बाद मानवीय सहायता भी भेजी है। यही समय है जब ग्लोबल साउथ के देशों को वैश्विक भलाई के लिए एकजुट होना चाहिए।"
प्रधानमंत्री बोले- ग्लोबल साउथ हमारी प्राथमिकता
प्रधानमंत्री ने कहा कि वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ 21वीं सदी की बदलती हुई दुनिया का सबसे अनूठा मंच है। उन्होंने कहा, "ग्लोबल साउथ हमेशा से रहा है, लेकिन उसे इस प्रकार की आवाज पहली बार मिल रही है। ये हमारे साझा प्रयासों से हो पाया है। हम 100 से ज्यादा अलग-अलग देश हैं, लेकिन हमारे हित समान हैं। जब भारत ने G-20 की अध्यक्षता संभाली, तब हमने इसमें ग्लोबल साउथ देशों की आवाज को आगे बढ़ाना अपनी प्राथमिकता मानी।"
भारत करेगा आर्टिफिशियल ग्लोबल पार्टनरशिप समिट का आयोजन
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, "भारत का मानना है कि नई तकनीक ग्लोबल नॉर्थ और ग्लोबल साउथ के बीच अंतर बढ़ाने का नया स्त्रोत नहीं होना चाहिए। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के दौर में यह जरूरी है कि टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल जिम्मेदारी से किया जाए। इसे और बढ़ावा देने के लिए अगले महीने भारत आर्टिफिशियल ग्लोबल पार्टनरशिप समिट का आयोजन करेगा।" प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर '5C' के तहत सहयोग का आह्वान किया।
युद्ध पर अब तक कैसा रहा है भारत का रुख?
इजरायल युद्ध पर भारत ने बेहद संयमित रुख अपनाया है। 7 अक्टूबर को हुए हमास के हमले की भारत ने निंदा की थी और इसे आतंकवादी कृत्य बताया था। इसके बाद विदेश मंत्रालय ने एक स्वतंत्र फिलिस्तीन देश की स्थापना का समर्थन किया था। युद्ध में भारत का रुख पहले की ही तरह है। भारत एक ओर जहां इजरायल पर आतंकवादी हमलों की निंदा कर रहा है तो दूसरी ओर इजरायल की विस्तारवादी नीतियों से दूरी भी बना रहा है।
न्यूजबाइट्स प्लस
वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट (VOGSS) ग्लोबल साउथ के देशों का शिखर सम्मेलन है। प्रधानमंत्री के संबोधन के साथ आज इसके दूसरे सत्र की शुरुआत हुई है। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, उद्घाटन सत्र की थीम 'एक साथ, सभी के विकास के लिए, सभी के विश्वास के साथ' है और समापन सत्र की थीम 'ग्लोबल साउथ: साझा भविष्य के लिए एक साथ' है। सम्मेलन के दौरान अलग-अलग विषयों पर कुल 10 सत्र होंगे।