फिलिस्तीनी क्षेत्र में इजरायली बस्तियों के खिलाफ UN में प्रस्ताव, भारत ने पक्ष में किया मतदान
क्या है खबर?
इजरायल-हमास युद्ध को शुरू हुए एक महीने से ज्यादा वक्त हो चुका है। अब तक 11,000 से ज्यादा लोग इस जंग में मारे गए हैं।
इस बीच संयुक्त राष्ट्र (UN) में फिलिस्तीन के क्षेत्र में इजरायल द्वारा बसाई जा रही बस्तियों की निंदा को लेकर एक प्रस्ताव लाया गया था। भारत ने इस प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया है। युद्ध के दौरान ये पहली बार हुआ है, जब भारत ने फिलिस्तीन के पक्ष में मतदान किया है।
प्रस्ताव
प्रस्ताव पर किसने पक्ष और किसने विपक्ष में किया मतदान?
ये प्रस्ताव पूर्वी जेरूसलम समेत फिलिस्तीनी क्षेत्र और कब्जे वाले सीरियाई गोलान के इलाके में इजरायल द्वारा बसायी जा रही बस्तियों को लेकर लाया गया था।
भारत सहित 145 देशों ने इसके पक्ष में मतदान किया है। जबकि, 7 देशों ने इसके विरोध में मतदान कर इजरायल का साथ दिया। इन देशों में इजरायल, मार्शल द्वीप, कनाडा, हंगरी, माइक्रोनेशिया के संघीय राज्य, नाउरू और अमेरिका शामिल हैं। 18 देशों ने मतदान से दूरी बना ली।
भारत
भारत के रुख की विपक्षी नेताओं ने की तारीफ
युद्ध शुरू होने के बाद UN में किसी प्रस्ताव पर पहली बार भारत ने फिलिस्तीन के पक्ष में मतदान किया है। भारत के इस रुख की विपक्षी नेताओं ने तारीफ की है।
तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता साकेत गोखले ने कहा, 'UN में एक प्रस्ताव पेश किया गया, जिसमें कब्जे वाले फिलिस्तीन में इजरायली बस्तियों को अवैध घोषित करने की मांग की गई। बहुत खुशी है कि भारत गणराज्य ने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया।'
मतदान
संघर्ष विराम के प्रस्ताव पर भारत ने नहीं किया था मतदान
पिछले महीने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNSC) में जॉर्डन द्वारा लाए गए एक प्रस्ताव पर भारत ने मतदान नहीं किया था। इसमें इजरायल और हमास युद्ध में तत्काल मानवीय संघर्ष विराम का आह्वान किया गया था।
भारत ने मतदान नहीं करने के पीछे वजह बताते हुए कहा था कि प्रस्ताव में हमास का कोई उल्लेख नहीं किया गया था।
इस प्रस्ताव के पक्ष में 120 देशों ने, जबकि विरोध में 14 देशों ने मतदान किया था।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
जंग के बीच इजरायल ने अपनी सैन्य कार्रवाई तेज करते हुए गाजा पट्टी के अस्पतालों को घेर लिया है। अल-शिफा अस्पताल में जनरेटर बंद होने से 2 नवजात शिशुओं की मौत हो गई है।
इस युद्ध में अब तक 12,500 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। 7 अक्टूबर को हमास के हमले में इजरायल के 1,200 लोग मारे गए थे। उसके बाद इजरायल की जवाबी कार्रवाई में गाजा में 11,000 से ज्यादा लोग मारे गए हैं।