
यमन में भारतीय नर्स की फांसी पर संकट गहराया, मृतक के परिवार ने 'ब्लड मनी' ठुकराई
क्या है खबर?
यमन के नागरिक की हत्या के आरोप में फांसी की सजा का सामना कर रही केरल की नर्स निमिषा प्रिया के बचने के संभावनाएं कम होती दिख रही हैं। मृतक के परिवार ने निमिषा का माफ करने से इनकार कर दिया है और 'ब्लड मनी' का प्रस्ताव भी ठुकरा दिया है। मृतक तलाल अब्दो महदी के भाई अब्देल फत्तह महदी ने कहा कि वे किसी भी तरह की माफी या समझौता नहीं चाहते।
बयान
मृतक का भाई बोला- हमारी केवल एक मांग- बदला
महदी ने सोशल मीडिया पर लिखा, "जिन लोगों ने फांसी रुकवाई, वे अच्छी तरह जानते हैं कि परिवार सुलह की हर कोशिश को खारिज करता है। सुलह के मामले में जो हो रहा है, वह न तो नया है और न ही हैरान करने वाला है। इस मामले के दौरान मध्यस्थता की खूब कोशिश हुई, हम पर दबाव डाला गया लेकिन उससे हमारा इरादा नहीं बदला है। हमारी मांग साफ है: बदला- और कुछ नहीं, चाहे कुछ भी हो जाए।"
सजा
भाई बोला- सजा में देरी हो, लेकिन बदला लेकर रहेंगे
महदी ने कहा, "न्याय की जीत होगी। भले ही सजा में देरी हो, लेकिन बदला लेकर रहेंगे। चाहे कोई भी कितना दबाव डाले, हम क्षमा नहीं करेंगे और ब्लड मनी नहीं लेंगे।" एक अन्य साक्षात्कार में महदी ने कहा, "हम शरियत कानून के तहत बदले की मांग करते हैं। निमिषा को मौत की सजा मिलनी चाहिए। यह सिर्फ हत्या नहीं है, बल्कि सालों तक चले मुकदमे ने भी हमें काफी नुकसान पहुंचाया है। इसलिए हम मुआवजा नहीं लेना चाहते।"
फांसी
16 जुलाई को होनी थी फांसी
निमिषा को 16 जुलाई को फांसी होना थी, जिसे टाल दिया गया है। अभी नई तारीख सामने नहीं आई है। दावा किया गया था कि केरल के प्रमुख मुस्लिम नेता और अखिल भारतीय सुन्नी जमीयतुल उलेमा कंथापुरम एपी के महासचिव अबूबकर मुसलियार के हस्तक्षेप के बाद फांसी टाली गई थी। इसके अलावा सजा माफ कराने के लिए विभिन्न स्तरों पर बातचीत हुई थी। इसमें समुदाय के नेता, भारतीय मिशन से जुड़े 2 यमनी नागरिक और एक वार्ताकार शामिल थे।
सरकार
भारत सरकार बोली- हर संभव कोशिश कर रहे
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि निमिषा की मदद के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने रणधीर जायसवाल ने कहा, "हम स्थानीय अधिकारियों और उसके परिवार के संपर्क में भी हैं। पिछले कुछ दिनों में इस मामले में समाधान तक पहुंचने के लिए और समय देने के लिए कई प्रयास किए गए हैं। हम मामले पर बारीकी से नजर रखते रहेंगे। इस मामले में हम कुछ मित्र देशों के संपर्क में भी हैं।"
मामला
क्या है निमिषा की सजा से जुड़ा मामला?
प्रिया केरल की रहने वाली हैं और 2011 में यमन चली गई थीं। उन्होंने यमनी कानून के मुताबिक, 2015 में यमन नागरिक तलाल अब्दो मेहदी की साझेदारी में सना में क्लीनिक खोला था। बाद में मेहदी निमिषा को आर्थिक, शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न देने लगा और पासपोर्ट जब्त कर लिया। इससे तंग आकर 2016 में निमिषा ने उसे बेहोशी का इंजेक्शन दे दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। इस मामले में प्रिया 2017 से जेल में है।