इजरायल को गाजा पर हमले के लिए मजबूर करना था हमास के हमले का मकसद- रिपोर्ट
हमास ने बड़ी योजना के साथ 7 अक्टूबर को इजरायल पर भीषण हमला किया था और उसकी देश के अंदर घुसकर तबाही मचाने की योजना थी। ताजा रिपोर्ट में यह सामने आया है कि हमास के आतंकियों को इजरायल में अंदर तक घुसने के निर्देश थे और उनके पास ऑपरेशन के लिए पर्याप्त भोजन और गोला-बारूद था। इससे पहले की रिपोर्ट्स में सामने आया था कि कैसे हमास ने लोगों को मारने और उन्हें बंधक बनाने की योजना बनाई थी।
रिपोर्ट में दावा- हमास इजरायल को गाजा पट्टी पर हमले के लिए मजबूर करना चाहता था
वाशिंगटन पोस्ट ने कई देशों के सुरक्षा अधिकारियों के हवाले से बताया कि हमास पूर्वी सीमा से लेकर वेस्ट बैंक तक, कई बड़े इजरायली शहरों पर हमला कर और भी अंदर घुसने के लिए तैयार था। 4 पश्चिमी अधिकारियों और मध्य पूर्वी देशों के कई वर्तमान और पूर्व खुफिया और सुरक्षा अधिकारियों ने हमास की बड़ी योजना का खुलासा किया है। इन हमलों के जरिए हमास इजरायल को गाजा पट्टी में जमीनी हमले के लिए मजबूर करना चाहता था।
अरब देशों के साथ इजरायल के संबंधों को बिगाड़ना चाहता था हमास
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि फिलिस्तीनी प्रतिरोध की एक नई लहर शुरू करने और इजरायल और अरब राज्यों के बीच संबंधों को सामान्य बनाने के प्रयासों को विफल करने के लिए हमास को नागरिकों की मौत भी स्वीकार्य थी। एक वरिष्ठ इजरायली सैन्य अधिकारी ने कहा, "वह इसको लेकर स्पष्ट थे कि आगे गाजा का क्या होगा। हमास गाजा में कई लोगों की जान की कीमत पर इतिहास में अपना नाम दर्ज करना चाहता था।"
रिपोर्ट में दावा, हमास ने एक साल पहले ही बना ली थी योजना
रिपोर्ट के अनुसार, हमास का हमला एक साल से अधिक की सावधानीपूर्वक योजना का परिणाम था। गाजा में जमीन के ऊपर और नीचे सैन्य अभ्यास के दौरान आतंकवादियों को आयातित AK-47 राइफलों, रॉकेट चालित ग्रेनेड लांचर, हैंडगन और अन्य हथियारों और उपकरणों में प्रशिक्षित किया गया। हमास ने इजरायली शहरों का विस्तृत नक्शा भी तैयार किया। अभियान में आने वाली बाधाओं को चिन्हित करने के लिए ड्रोन भी तैनात किए। हमास ने दिहाड़ी मजदूरों से भी जानकारी इकट्ठा की थी।
हमास ने ऐसे इकट्ठा की महत्वपूर्ण जानकारी
रिपोर्ट के अनुसार, हमास ने इजरायली वेबसाइटों का अध्ययन किया और रियल एस्टेट तस्वीरों और सोशल मीडिया पोस्टों की निगरानी की, जो शहरों की बनावट की जानकारी देते हैं। योजना के अधिकांश महत्वपूर्ण विवरण हमास पोलित ब्यूरो और उसके मुख्य समर्थक ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स और हिजबुल्ला से छिपाए गए। हमास के सैन्य नेता याह्या सिनवार ने अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ मिलकर इस योजना को बनाया और फिर इसे अंजाम दिया।
हमास के आतंकियों तक कैसे पहुंचे हथियार?
हमास के आतंकियों के पास से प्राप्त मानचित्रों, नोटों, रेखाचित्रों और हथियारों से उसकी योजना की जानकारी सामने आई। इस हमले में असॉल्ट राइफलें, पिस्तौलें और साइलेंसर, क्लेमोर शैली की एंटी-पर्सनल माइंस और C-4 सैन्य विस्फोटक शामिल रहे, लेकिन उन्हें इसकी आपूर्ति कैसे हुई, इसकी स्पष्ट जानकारी नहीं मिल सकी है। हालांकि, कई विश्लेषकों का मानना है कि ये हथियार जॉर्डन तक सीरिया और इराक के ईरान समर्थित आतंकियों की सहायता से पहुंचे और फिर गाजा पट्टी तक पहुंचाया गया।
न्यूजबाइट्स प्लस
इजरायल-हमास युद्ध में हमास शासित गाजा में 11,180 से अधिक फिलीस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, मारे गए लोगों में करीब 40 फीसदी बच्चे हैं। दूसरी ओर इजरायल में लगभग 1,500 लोग मारे गए हैं। इनमें से ज्यादातर हमास के 7 अक्टूबर को किए हमले में मारे गए थे। गाजा में जमीनी हमले की शुरुआत के बाद से इजरायल के 41 सैनिक भी मारे गए हैं।