#NewsBytesExplainer: कौन हैं हूती विद्रोही, जो लाल सागर में जहाजों को बना रहे निशाना?
इजरायल-हमास युद्ध के बीच वैश्विक व्यापार पर खतरा मंडरा रहा है। दरअसल, युद्ध के बीच यमन के हूती विद्रोहियों ने लाल सागर से गुजरने वाले इजरायल से जुड़े व्यापारिक जहाजों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। हाल ही में भारतीय समुद्री सीमा के करीब कच्चा तेल लेकर आ रहे एक जहाज पर ड्रोन हमला हुआ था, जिसके बाद जहाज में आग लग गई। आइए समझते हैं कि ये हूती विद्रोही आखिर कौन हैं।
कौन हैं हूती विद्रोही?
हूती संगठन की नींव 1990 के दशक में हुसैन बदरद्दीन अल-हूती ने रखी थी, जिनका संबंध यमन के शिया बहुल समुदाय से था। इसका नेतृत्व हूती जनजाति करती है और ये देश में शिया मुस्लिमों का सबसे बड़ा संगठन है। इसके गठन का उद्देश्य तत्कालीन राष्ट्रपति अब्दुल्लाह सालेह के भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए हुआ था। हूती विद्रोही अमेरिका और इजरायल को अपना दुश्मन मानते हैं और हमास का समर्थन करते हैं।
कैसे बढ़ती गई हूती विद्रोहियों की ताकत?
धीरे-धीरे हूतियों का विद्रोह राजनीतिक और नागरिक आंदोलन बन गया। साल 2004 में सालेह की सरकार ने हुसैन अल हूती के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया और इसी साल हुसैन की हत्या कर दी गई। इससे आंदोलन और भड़क उठा और हूतियों ने 2010 तक सरकार से 6 युद्ध लड़े। 2011 में सऊदी अरब की मध्यस्थता से गृह युद्ध समाप्त हुआ, लेकिन 2 साल तक चली शांति वार्ता असफल रही।
यमन के बड़े हिस्से पर है हूतियों का कब्जा
2015 में हूतियों ने यमन की राजधानी सना पर कब्जा कर लिया, जिसके बाद तत्कालीन राष्ट्रपति अब्दरब्बुह मंसूर हादी को देश छोड़ भागना पड़ा। बाद में उनकी हत्या कर दी गई। फिलहाल यमन के बड़े हिस्से पर हूतियों का कब्जा है। यहां इनकी सरकार उत्तरी हिस्से में टैक्स वसूलती है और मुद्रा छापती है। हूती लाल सागर के एक इलाके पर भी नियंत्रण रखते हैं और यहीं से जहाजों पर हमले करते हैं।
कितने ताकतवर हैं हूती?
एसोसिएटेड प्रेस (AP) की रिपोर्ट के अनुसार, हूतियों के पास बुर्कान बैलिस्टिक मिसाइल का एक प्रकार है, जिसे ईरानी मिसाइल के आधार पर तैयार किया गया है। माना जाता है कि ये मिसाइल 1,000 किलोमीटर से अधिक दूरी तक हमला करने में सक्षम है। सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में हमला करने के लिए हूती क्रूज मिसाइल और ड्रोन का इस्तेमाल कर चुके हैं। इनका समर्थकों या लड़ाकों की संख्या लाख से ज्यादा मानी जाती है।
इजरायली जहाजों पर हमले क्यों कर रहे हैं हूती?
दरअसल, हूती इजरायल को अपना दुश्मन मानते हैं। युद्ध के दौरान भी हूती हमास का समर्थन कर रहे हैं। हाल ही में संगठन के प्रवक्ता याह्या सारी ने कहा था कि उन्होंने इजरायल की ओर 'बड़ी संख्या में' बैलिस्टिक मिसाइलें और ड्रोन लॉन्च किए हैं और 'फिलिस्तीनियों को जीत में मदद करने के लिए' ऐसे और हमले होंगे। हूती जहाजों को निशाना बनाकर इजरायल को आर्थिक नुकसान पहुंचाने की मंशा रखते हैं।
हूतियों ने अब तक कितने जहाजों को बनाया निशाना?
नवंबर में हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में 'गैलेक्सी लीडर' नामक मालवाहक जहाज को अगवा कर लिया था। विद्रोही हेलिकॉप्टर के जरिए जहाज पर उतरे और उसे यमन की सीमा में ले गए। 23 दिसंबर को दक्षिणी लाल सागर में हूतियों ने 'MV केम प्लूटो' और 'MV साईबाबा' जहाज पर ड्रोन हमला किया। अमेरिका ने भी दावा किया है कि उसके युद्धपोतों ने लाल सागर में कई मिसाइल और ड्रोन को मार गिराया है।