यमन में गरीबों को पैसे बांटने के दौरान मची भगदड़; 85 की मौत, 322 घायल
क्या है खबर?
यमन की राजधानी सना में रमजान के दौरान हुए चैरिटी कार्यक्रम में भगदड़ मचने से 85 लोगों की मौत हो गई और करीब 322 लोग घायल हुए हैं। फिलहाल घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है, जिनमें से 13 की हालत गंभीर बताई जा रही है।
हादसा बुधवार को हुआ, जब व्यापारी गरीब लोगों की आर्धिक मदद के लिए पैसे बांट रहे थे। इस दौरान फायरिंग के बाद भगदड़ मच गई।
फायरिंग
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए फायरिंग से मची भगदड़
रिपोर्ट के मुताबिक, ये चैरिटी कार्यक्रम सना के एक स्कूल में रखा गया था। यहां पर व्यापारी गरीब लोगों को करीब 740-740 रुपये बांट रहे थे।
इस दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए हूती विद्रोहियों ने फायरिंग की, जिसकी एक गोली बिजली के तार से टकरा गई और विस्फोट हो गया। विस्फोट से लोग घबराकर भागने लगे।
अखबार द गार्जियन के मुताबिक, हादसे में 322 लोग घायल हुए हैं।
आयोजक
आयोजकों को हिरासत में लिया गया
यमन के आंतरिक मंत्रालय के मुताबिक, 2 आयोजकों को हिरासत में लिया गया है और आगे की जांच की जा रही है।
जिस स्कूल में कार्यक्रम आयोजित किया गया था, उसे भी सील कर दिया गया है। पत्रकारों सहित सभी लोगों को आयोजन स्थल पर जाने से रोक दिया गया है।
मंत्रालय के प्रवक्ता अब्देल खलीक अल अघरी ने हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय किए बिना कार्यक्रम आयोजित करने से हादसा हुआ।
यमन
गृह युद्ध की चपेट में है यमन
यमन में गृह युद्ध की शुरुआत तब हुई थी, जब सितंबर 2014 में हूती विद्रोहियों ने सरकार को अपदस्थ कर राजधानी सना पर कंट्रोल कर लिया था।
हूती शिया मुसलमान हैं, जिन्हें ईरान का समर्थन हासिल है, वहीं यमन की सरकार को सऊदी अरब का समर्थन प्राप्त है। इस तरह ये युद्ध सऊदी अरब और ईरान के बीच एक छद्म युद्ध की तरह है।
युद्ध में अब तक कुल 2.30 लाख से भी ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
बातचीत
हाल ही में सऊदी अरब ने हूती विद्रोहियों से की थी बात
हाल ही में सऊदी अरब और ओमान के एक प्रतिनिधिमंडल ने हूती विद्रोहियों से बातचीत की थी। इस दौरान दोनों पक्षों ने क्षेत्र में शांति स्थापित करने पर जोर दिया।
इसके बाद उम्मीद जगी है कि 9 साल से चल रहा ये गृह युद्ध अब खत्म हो सकता है। ये बातचीत 11 मार्च को चीन की राजधानी बीजिंग में ईरान और सऊदी अरब के बीच हुए समझौते के बाद हुई थी।