नीतीश कुमार ने तेज की विपक्ष को एकजुट करने की मुहिम, खड़गे और राहुल से मिलेंगे
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व सांसद राहुल गांधी के साथ मुलाकात करेंगे। इस दौरान उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजस्वी यादव भी मौजूद रहेंगे। नीतीश अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा को चुनौती देने के लिए तमाम विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं और पिछले एक महीने में विपक्ष के कई नेताओं से मिल चुके हैं।
बैठक में क्या हो सकता है?
बतौर रिपोर्ट्स, नीतीश और तेजस्वी अन्य विपक्षी नेताओं के साथ हुई चर्चा के बारे में खड़गे और राहुल को जानकारी दे सकते हैं। बैठक में बिहार की राजधानी पटना में विपक्षी पार्टियों के एक सम्मलेन की तारीख तय किए जाने की भी संभावना है।
नीतीश ने पिछले महीने भी की थी खड़गे और राहुल से मुलाकात
गौरतलब है कि नीतीश और तेजस्वी ने पिछले महीने भी मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल के साथ मुलाकात की थी। दिल्ली में 12 अप्रैल को हुई बैठक में तय किया गया था कि नीतीश अगले एक महीने के दौरान 6 पार्टियों के नेताओं से मिलेंगे, जिनमें से अधिकतर पार्टियों के कांग्रेस के साथ अच्छे राजनीतिक संबंध नहीं हैं और कुछ पार्टियां के नेता भाजपा विरोधी विपक्ष के लिए एकजुट होने के इच्छुक नहीं हैं।
रविवार को अरविंद केजरीवाल से मिले थे नीतीश
रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और नीतीश कुमार की मुलाकात हुई थी। इसमें नीतीश ने केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश को लेकर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था, "एक चुनी हुई सरकार को दी गईं शक्तियों को कैसे छीना जा सकता है? यह संविधान के खिलाफ है। हम देश की सभी विपक्षी पार्टियों को एक साथ लाने की कोशिश कर रहे हैं।"
पिछले एक महीने में इन नेताओं से भी मिल चुके हैं नीतीश
नीतीश ने पिछले एक महीने में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (TMC) प्रमुख ममता बनर्जी और समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ मुलाकात की है। वह ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के प्रमुख और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार और वामपंथी पार्टियों के नेता सीताराम येचुरी और डी राजा के साथ भी चर्चा कर चुके हैं।
नीतीश से मुलाकात के बाद बदला ममता का कांग्रेस के प्रति रुख
आमतौर पर कांग्रेस पर हमलावर रहने वालीं ममता के रुख में हाल ही में बदलाव दिखा है। उन्होंने कहा था कि TMC उन राज्यों में कांग्रेस का समर्थन करने के लिए तैयार है, जहां पर कांग्रेस मजबूत स्थिति में है। हालांकि, ममता ने यह शर्त भी रखी थी कि अगर कांग्रेस को उनका और उनकी पार्टी का समर्थन चाहिए तो उसे भी पश्चिम बंगाल में TMC का समर्थन करना होगा।
नए राजनीतिक समीकरण तलाश रही हैं विपक्षी पार्टियां
2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकता को मजबूत करने की कवायद जारी है। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में एक वर्ष से कम का समय रहने के चलते विपक्षी पार्टियां केंद्र सरकार में सत्तारूढ़ भाजपा को मात देने के लिए नए समीकरण तलाश कर रही हैं। कांग्रेस विपक्ष की छोटी-बड़ी पार्टियों को अपने साथ लाने की कोशिश कर रही है, जबकि भारत राष्ट्र समिति (BRS) जैसी पार्टियों ने अलग मोर्चा बनाने के संकेत दिए हैं।