बिहार: आरोपियों ने आबकारी थाने में की शराब पार्टी, 2 पुलिसकर्मी सहित 7 गिरफ्तार
बिहार की राजधानी पटना के पालीगंज में एक आबकारी थाने के अंदर आरोपियों द्वारा शराब पीने का एक मामला सामने आया है। इस मामले की वीडियो वायरल होने के बाद पांच आरोपियों और दो पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, थाने में शराब कैसे पहुंची, इस बात की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। बता दें कि राज्य में पिछले कुछ वर्षों से शराबबंदी लागू है और सरकार भी इसे लेकर कड़ाई बरत रही है।
क्या है पूरा मामला?
पुलिस के मुताबिक, आबकारी विभाग की टीम ने पांच लोगों को मंगलवार को गिरफ्तार कर थाने में हिरासत में रखा था। उसी रात थाने में शराब की सप्लाई की गई और पांचों आरोपियों ने शराब पार्टी शुरू कर दी, जिसका वीडियो वायरल हो गया। आरोप है कि ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी भी इन कैदियों के साथ शराब पी रहे थे। पुलिसकर्मियों की पहचान सियाराम मंडल और छोटेलाल मंडल के रूप में हुई है।
आरोपियों ने ही रिकॉर्ड किया था वीडियो
पालीगंज थाने के पुलिस अधिकारी अवधेश दीक्षित ने बताया कि गिरफ्तार किए एक आरोपियों में से एक ने शराब पीते हुए पार्टी का एक वीडियो बनाकर अपने परिजन को भेज दिया था। सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद यह वीडियो पटना में उच्च अधिकारियों तक पहुंच गई थी। इसके बाद पुलिस ने एक टीम गठित कर थाने में छापेमारी की थी और सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।
मौके से शराब भी हुई बरामद
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए सभी लोगों को पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। वहीं, पुलिस को मौके से भारी मात्रा में देसी शराब और दो मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं। बतौर रिपोर्ट्स, छापेमारी करने पहुंची टीम को देखकर आरोपियों ने एक घर के अंदर चल रहे इस आबाकारी थाने का गेट भी अंदर से बंद कर लिया, जिसे काफी देर बाद खोला गया। मामले की जांच जारी है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था योजना का ऐलान
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में नशा मुक्ति दिवस पर राज्य में अवैध और नकली शराब के व्यापार से निपटने के लिए एक नई योजना का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि बिहार सरकार आजीविका कमाने के लिए शराब का कारोबार छोड़ने वालों को एक लाख रुपये की राशि देगी। गौरतलब है कि बिहार में शराबबंदी कानून 2016 में लागू किया गया था और यह योजना उसी के तहत लाई गई है ।