फॉरेस्ट बाथिंग क्या है? जानिए इससे मिलने वाले फायदे
क्या है खबर?
फॉरेस्ट बाथिंग या शिरीन-योकू की प्रथा 1980 के दशक में जापान में शुरू हुई थी।
यह एक शारीरिक या मनोवैज्ञानिक प्रक्रिया है और इसमें जंगल में समय बिताना प्रमुख रूप से शामिल है।
फॉरेस्ट बाथिंग से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या कम करने से लेकर त्वचा के स्वास्थ्य में सुधार करने तक कई तरह के स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं।
आइए जानते हैं कि फॉरेस्ट बाथिंग से क्या-क्या फायदे मिल सकते हैं।
जानकारी
फॉरेस्ट बाथिंग क्या है?
दुनिया में पहली बार बार जापान के वैज्ञानिकों ने 'फॉरेस्ट बाथिंग' का कॉन्सेप्ट ईजाद किया था। इसमें जंगल या कहीं घने पेड़ों की कतारों के बीच कुछ देर घूमना-फिरना होता है।
वैज्ञानिकों के अनुसार, फॉरेस्ट बाथिंग का मतलब पेड़ों के करीब रहने से ही नहीं है, बल्कि इनमें से निकलने वाले तरह-तरह के ऑयल और उनकी महक हमारे शरीर तक पहुंचती है। इससे कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं।
जापानी लोग खुद को फिट रखने के लिए जंगलों में घूमते हैं।
#1
हार्ट अटैक का खतरा हो सकता है कम
जंगल में टहलने, बैठने या सिर्फ जंगल के वातावरण को देखने से ही ब्लड प्रेशर नियंत्रित और तनाव का स्तर कम हो सकता है।
ऐसा करने से हृदय और रक्त वाहिकाओं का तनाव कम होता है और इसके परिणामस्वरूप हार्ट अटैक समेत कई तरह की हृदय रोग का खतरा कम हो सकता है।
अगर आपके घर के करीब कोई जंगल या इसके जैसी कोई जगह है तो वहां रोजाना कुछ मिनट टहलनें जरूर जाएं।
#2
बेहतर नींद दिलाने में है सहायक
हरियाली के बीच टहलना आपके शरीर को रिफ्रेश रखने में मदद कर सकता है।
फॉरेस्ट बाथिंग से शरीर की ताकत बढ़ाने और थकान से लड़ने में भी मदद मिल सकती है।
यह हार्मोनल प्रक्रियाओं को भी ट्रिगर करता है, जो आपकी नींद की गुणवत्ता में सुधार कर सकता है।
इसके अतिरिक्त जंगल का ताजा वातावरण कोर्टिसोल (तनाव हार्मोन) के स्तर को कम कर सकता है, जिससे आपके शरीर और दिमाग को शांति मिलती है।
#3
मूड को बेहतर बनाने में भी मददगार
कई अध्ययनों के मुताबिक, फॉरेस्ट बाथिंग के बाद चिंता और तनाव दूर होने के साथ भ्रम की स्थिति भी खत्म होती है।
2011 में प्रकाशित एक अध्ययन में शहर में चलने के प्रभावों की तुलना फॉरेस्ट बाथिंग से की गई। इन दोनों में समान शारीरिक गतिविधियों की आवश्यकता थी, लेकिन शोधकर्ताओं ने पाया कि फॉरेस्ट बाथिंग से हैप्पी हार्मोन बढ़ते हैं और इससे मूड अच्छा हो सकता है।
#4
त्वचा के स्वास्थ्य में हो सकता है सुधार
फॉरेस्ट बाथिंग त्वचा के स्वास्थ्य में सुधार करने में भी सहायक मानी जाती है।
कुछ पौधों में टेरपीन नामक एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं और जब आप हवा में सांस लेते हैं तो यह आपकी त्वचा को साफ करने और इसे स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं।
इसके अलावा ये एक्जिमा और सोरायसिस जैसे त्वचा विकारों को ठीक करने में मदद कर सकते हैं।
#5
एकाग्रता बढ़ाने में है कारगर
केवल जंगल की तस्वीरें या वीडियो देखने से आपकी एकाग्रता क्षमता में काफी इजाफा हो सकता है। जंगल में सैर करने से और भी अच्छे परिणाम मिल सकते हैं।
जंगल में पक्षियों की चहचहाट, पत्तों की सरसराहट, हवा के चलते की आवाज और पेड़ों से निकलने वाली महक सुकून का अनुभव कराती हैं।
ये चीजें दिमाग को शांत करने और अधिक स्पष्ट रूप से सोचने में भी मदद कर सकती हैं।