खुजली की समस्या से राहत दिला सकते हैं ये 5 एसेंशियल ऑयल्स
क्या है खबर?
त्वचा में नमी की कमी, कीड़े के काटने और एलर्जी जैसे कई कारणों से खुजली की समस्या हो सकती है।
अक्सर कई लोग राहत पाने के लिए प्रभावित जगह पर खुजलाते रहते हैं, लेकिन इससे स्थिति और खराब हो जाती है।
समस्या से राहत दिलाने में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-माइक्रोबियल गुणों से भरपूर एसेंशियल ऑयल्स मदद कर सकते हैं।
आइए जानते हैं कि इसके लिए कौन से एसेंशियल ऑयल्स का इस्तेमाल करना चाहिए।
#1
रोमन कैमोमाइल ऑयल
रोमन कैमोमाइल ऑयल का इस्तेमाल कॉस्मेटिक उत्पादों में त्वचा को आराम देने और कोमल बनाने वाले प्रभावों के लिए किया जाता है।
इसका इस्तेमाल अक्सर पारंपरिक चिकित्सा में इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी और घाव भरने वाले गुणों के लिए किया जाता है।
यह त्वचा की खुजली के साथ-साथ जलन और बैक्टीरियल संक्रमण से छुटकारा दिलाने में भी मदद कर सकता है।
यह ऑयल आपको त्वचा संबंधी अन्य समस्याओं से भी राहत दिलाने में मदद सकता है।
#2
टी ट्री ऑयल
यह ऑयल एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट से भरपूर होता है और खुजली की समस्या को दूर करने के लिए प्रभावी माना जाता है।
यह त्वचा की विभिन्न परेशानियों को दूर करने, घावों को ठीक करने, चकत्ते और कीड़े के काटने के प्रभाव को कम करने के लिए पारंपरिक चिकित्सा का एक हिस्सा है।
यह एक कॉस्मेटिक घटक के रूप में भी काफी लोकप्रिय है।
#3
लैवेंडर ऑयल
लैवेंडर ऑयल त्वचा पर होने वाले फफोले, बैक्टीरियल संक्रमण, जलने, कटने, एक्जिमा, सूजन, फंगल संक्रमण, कीड़े के काटने, सोरायसिस और अन्य घाव आदि समस्याओं से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। ये सभी चीजें खुजली का कारण बनती है।
यह एस ऑरियस बैक्टीरिया के खिलाफ भी काफी प्रभावी है, जो मुंहासे और फॉलिकुलिटिस का कारण बनता है।
ऐसे में इन सभी समस्याओं से राहत पाने के लिए इस ऑयल का इस्तेमाल लाभदायक हो सकता है।
#4
नीलगिरी का तेल
नीलगिरी के तेल का इस्तेमाल कीड़े के काटने और एलर्जी प्रतिक्रियाओं के कारण होने वाली खुजली को दूर करने के लिए काफी समय से किया जा रहा है।
इसके अतिरिक्त, इसका इस्तेमाल संक्रमण के जोखिम को कम करने और उपचार को बढ़ावा देने के लिए घाव की ड्रेसिंग में किया जाता है।
इसमें एंटी-सेप्टिक, एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं और यह मुंहासों को दूर कर सकता है।
#5
विच हेजल ऑयल
विच हेजल ऑयल कीड़े के काटने, सूजन, खुजली, मुंहासे सहित कई तरह की त्वचा संबंधी समस्याओं के लिए एक घरेलू उपचार के रूप में काम करता है।
इस ऑयल में 10 प्रतिशत टैनिन होता है, जो इसे कसैले गुण प्रदान करता है और इसकी पत्तियों में प्रोएंथोसायनिडिन और एलागिटैनिन तत्व होते हैं।
इसमें त्वचा की खुजली वाली जगह पर राहत दिलाने के लिए एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होने के साथ पॉलीफेनोल्स भी होते हैं।