एक्जिमा: जानिए त्वचा से जुड़ी इस बीमारी के कारण, लक्षण और बचाव के उपाय
क्या है खबर?
एक्जिमा त्वचा से संबंधित संक्रामक रोग है। इस रोग में खुजली, त्वचा पर लाल निशान और सूजन जैसी समस्याएं हो जाती हैं और इसका त्वचा पर लंबे समय तक असर रहता है।
ऐसे में जरूरी है आपको इस रोग के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें पता हों ताकि वक्त रहते इसका इलाज किया जा सके।
चलिए एक्जिमा से जुड़ी कुछ ऐसी ही महत्वपूर्ण बातें जानते हैं।
कारण
एक्जिमा के कारण
त्वचा में नमी की कमी से एक्जिमा हो सकता है।
धूल के कणों से भी एक्जिमा हो सकता है।
हार्मोन असंतुलन भी एक्जिमा का कारण बन सकता है।
कई बार एलर्जी का कारण बनने वाले खाद्य पदार्थों से भी एक्जिमा हो सकता है।
एक्जिमा जेनेटिक यानि आनुवंशिक कारणों से भी हो सकता है।
मौसम में परिवर्तन भी एक्जिमा का कारण बन सकता है। तापमान बढ़ने से आपकी त्वचा रूखी हो जाती है जिससे एक्जिमा हो सकता है।
लक्षण
एक्जिमा के लक्षण
त्वचा पर तेजी से खुजली होना, लाल निशानों का दिखना, दाने होना और मवाद का निकलना और जलन होना एक्जिमा के मुख्य लक्षण हैं।
शरीर के कई हिस्सों में सूजन और फटी त्वचा भी एक्जिमा के मुख्य लक्षणों में से एक है।
त्वचा पर घावों के साथ-साथ एक या एक से अधिक गोल निशान पड़ना या उनका फैलना भी एक्जिमा का लक्षण है।
निदान
एक्जिमा का कैसे पता लगाया जा सकता है?
एक्जिमा का पता लगाने के लिए डॉक्टर से संपर्क करें ताकि वह शारीरिक जांच और टेस्ट के बाद आपको इस समस्या के बारे में बता सके।
इसके लिए डॉक्टर आपको पैच टेस्ट (Patch test) कराने की सलाह दे सकते हैं।
इसके अलावा डॉक्टर आपको स्किन प्रिक टेस्ट (Skin prick testing) कराने का निर्देश भी दे सकते हैं। यह टेस्ट एलर्जी का पता लगाने का तरीका है।
इसी तरह डॉक्टर आपके अन्य त्वचा संबंधी टेस्ट भी करा सकते हैं।
बचने के उपाय
एक्जिमा से बचाव के उपाय
त्वचा को मॉइस्चराइज रखकर एक्जिमा के रोग से बचा जा सकता है। इसके लिए आप मॉइस्चराइजिंग क्रीम या लोशन का इस्तेमाल कर सकते हैं।
गुनगुने पानी से नहाने से भी एक्जिमा से बचा जा सकता है। यह एक्जिमा फैलाने वाले कीटाणुओं को बढ़ने से रोक सकता है।
विटामिन-सी और विटामिन-ई युक्त खाद्य पदार्थ के सेवन से त्वचा में नमी बनी रहती है, इसलिए ये भी एक्जिमा को दूर रखने में सहायक हो सकते हैं।