ये हैं भारत के सबसे ऊंचे और खूबसूरत झरने, एक बार जरूर करें इनका रुख
भारत को 'झरनों की भूमि' कहा जा सकता है क्योंकि देश में कई खूबसूरत झरने हैं, जो दुनियाभर से पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। अभी मानसून का मौसम है तो यह इन झरनों की यात्रा के लिए आदर्श समय है। इसका कारण है कि इस मौसम में झरनों और उनके आसपास की आभा कई गुणा बढ़ जाती है। ऐसे में अपना बैग पैक करें और निकल पड़ें भारत के कुछ सबसे ऊंचे और सुंदर झरनों को देखने।
भंबावली वजराई झरना (महाराष्ट्र)
भारत का सबसे ऊंचा झरना भंबावली वजराई झरना है। यह झरना 1,840 फीट (560 मीटर) की ऊंचाई पर एक सीधी चट्टान से 3 चरणों में गिरता है। उर्मोदी नदी झरने के लिए पानी उपलब्ध कराती है, जो महाराष्ट्र के सतारा जिले में स्थित है। इस झरने के आसपास की जगह एक बेहतरीन पिकनिक स्पॉट है, जहां आप वीकेंड के दौरान अपने प्रियजनों के साथ जाकर अच्छा समय बिता सकते हैं।
कुंचिकल झरना (कर्नाटक)
कुंचिकल झरना कर्नाटक के शिमोगा जिले में मस्तिकट्टे के नजदीक निदागोडु गांव में स्थित है और यह झरना खड़ी चट्टानों से नीचे गिरता है। वरही नदी से निकलने वाला यह झरना 1,493 फीट (455 मीटर) की ऊंचाई से नीचे गिरता है। फोटोग्राफी और प्रकृति प्रेमियों के लिए यह जगह बेहद खास है। अगर आप मानसून में यहां जाते हैं तो इस झरने का नजारा देखने लायक होता है।
बरेहीपानी झरना (ओडिशा)
सिमिलिपाल टाइगर रिजर्व ओडिशा के सबसे ऊंचे झरने बरेहिपानी झरना से घिरा है। बुधबलंगा नदी से निकलने वाला यह झरना 1,309 फीट (399 मीटर) की ऊंचाई से नीचे गिरता है, जो एक शानदार दृश्य और ध्वनि पैदा करता है। हर साल दुनियाभर से हजारों पर्यटक बरेहीपानी झरना देखने के लिए सिमिलिपाल जाते हैं। यहां जाने के बाद आपको प्रकृति के करीब होने का मीठा अहसास जरूर होगा।
नोहकलिकाई (मेघालय)
नोहकलिकाई फॉल्स देश के सबसे बड़े झरनों में से एक है, जिसके नीचे एक तालाब बना हुआ है। यह 1,115 फीट लंबा है। यह झरना मेघालय के चेरापूंजी शहर के करीब स्थित है और इसका पानी हरे रंग का दिखाई देता है। नोहकलिकाई की यात्रा के लिए साल का सबसे अच्छा समय मानसून के मौसम के दौरान होता है। यहां पर्यटक एक गैलरी से झरने और इसके हरे-भरे परिवेश का मनोरम दृश्य देख सकते हैं।
दूधसागर झरना (गोवा)
दूधसागर झरना गोवा में मंडोवी नदी पर स्थित है। यह 1,017 फीट की ऊंचाई से गिरता है और भारत के प्रमुख झरनों में से एक है। अगर आप मानसून में यहां जाते हैं तो इस झरने का नजारा देखने लायक होता है। ऊंचाई से नीचे गिरने के कारण इसका पानी दूधिया झाग के बादल बनाता है, जिसके कारण यह आकर्षण का केंद्र है। हरी-भरी वनस्पतियों से सजी घाटी के बीच स्थित यह झरना हनीमून के लिए एक आदर्श स्थान है।