
जेलेंस्की से मिलना चाहते हैं पुतिन, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने किया खुलासा
क्या है खबर?
अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने बताया कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जब अलास्का दौरे पर आए थे, तब उन्होंने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की से मुलाकात पर हामी भरी थी। रुबियो ने फॉक्स न्यूज के साथ साक्षात्कार में यह खुलासा किया। उन्होंने कहा कि भले ही दोनों नेताओं के बीच कोई बात न बने, लेकिन बातचीत की मेज पर आना ही बड़ी बात है। रुबियो ने कहा कि यह काम पिछले 3 साल से नहीं हो रहा था।
बयान
रुबियो ने क्या कहा?
पत्रकार ने रुबियो से पूछा कि क्या आप उस कमरे में थे जब राष्ट्रपति पुतिन से बात कर रहे थे? रुबियो ने कहा, "मैं था। उस बातचीत में, राष्ट्रपति ने सुझाव दिया कि जेलेंस्की और पुतिन मिलें, इसलिए हम अब इसपर काम कर रहे हैं ताकि उनकी कहीं मुलाकात हो सके, जो अभूतपूर्व होगा। अगर यह ठीक रहा, तो अगली मुलाकात पुतिन, ट्रंप और जेलेंस्की के बीच होगी, जहां हम एक समझौते को अंतिम रूप देने की उम्मीद करते हैं।"
साक्षात्कार
रुबियो बोले- पुतिन ने कहा कि वह जेलेंस्की से जरूर मिलेंगे
रुबियो ने आगे कहा, "तथ्य यह है कि पुतिन कह रहे हैं कि जरूर, मैं जेलेंस्की से मिलूंगा। यह बहुत बड़ी बात है। मेरा मतलब है, मैं यह नहीं कह रहा कि वे उस कमरे से सबसे अच्छे दोस्त बनकर निकलेंगे और कमरे से शांति समझौते के साथ निकलेंगे। लेकिन मुझे लगता है कि अब लोग एक-दूसरे से बात कर रहे हैं, यह साढ़े 3 साल से नहीं हो रहा था। यह मौत और विनाश का एक गतिरोधपूर्ण युद्ध था।"
युद्ध
ट्रंप ने 6 महीने में 6 युद्ध रोके- रुबियो
रुबियो ने दावा किया कि डोनाल्ड ट्रंप ने 6 महीने में भारत-पाकिस्तान समेत 6 युद्ध को रोका है। रुबियो ने कहा, "इस राष्ट्रपति (ट्रंप) को युद्ध से नफरत है। उन्हें लगता है कि यह पैसे-जान की बर्बादी है। ट्रंप ने शांति स्थापित करना अपनी प्राथमिकता बनाया है। शांति स्थापित करने का कोई अवसर मिलते ही वह ऐसा करना चाहते हैं। वह 6 महीनों में 6 बार ऐसा करने में सफल रहे हैं। अब यूक्रेन-रूस के साथ भी ऐसा चाहते हैं।"