तमिलनाडु के कन्याकुमारी में स्थित हैं ये 5 घूमने योग्य जगहें, एक बार जरूर जाएं
कन्याकुमारी भारत के दक्षिणी भाग में स्थित तमिलनाडु का एक बहुत ही खूबसूरत तटीय शहर है। यह शहर अपने अंदर अनोखी संस्कृति, प्राकृतिक सुंदरता और आधुनिकीकरण का अद्भुत मिश्रण समेटे हुए है। यहां पर्यटकों के लिए किलों और मंदिरों से लेकर समुद्र तटों और संग्रहालयों तक, बहुत कुछ है। ऐसे में अगर आप कन्याकुमारी की यात्रा करने की योजना बना रहे हैं तो इन 5 जगहों पर जरूर जाएं।
कन्याकुमारी मंदिर
कन्याकुमारी के सबसे खूबसूरत मंदिरों में शामिल कन्याकुमारी या भगवती अम्माम मंदिर अपने शांत वातावरण और समृद्ध इतिहास के लिए प्रसिद्ध है। ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण पांडवों ने किया था और यह मंदिर देश के 108 शक्तिपीठों में से एक है। यह मंदिर सुबह 4:30 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक और शाम 4:30 बजे से 8:00 बजे तक खुला रहता है। भारत के 5 रहस्यमयी मंदिरों के बारे में यहां जानिए।
पद्मनाभपुरम पैलेस
एशिया के सबसे बड़े लकड़ी के महल के रूप में प्रसिद्ध पद्मनाभपुरम पैलेस एक पुराना ग्रेनाइट किला है, जो प्राचीन काल में त्रावणकोर शासकों का निवास स्थान हुआ करता था। इस महल का निर्माण 16वीं शताब्दी में त्रावणकोर राजवंश के शासक इरावी वर्मा कुलशेखर पेरुमल ने करवाया था। इस किले के परिसर में एक छोटे संग्रहालय के साथ-साथ थाई कोट्टारम, मंत्रशाला, थेकीकोट्टरम, किंग्स काउंसिल चैंबर और नाटकशाला जैसे विभिन्न खंड हैं।
विवेकानंद रॉक मेमोरियल
कन्याकुमारी के मुख्य पर्यटन स्थलों में से एक मशहूर विवेकानंद रॉक मेमोरियल एक छोटे चट्टानी द्वीप पर स्थित है। आप नौका सवारी के जरिए इस द्वीप तक पहुंच सकते हैं। ऐसा माना जाता है कि स्वामी विवेकानंद को 3 दिन के ध्यान के बाद 1892 में यहीं ज्ञान प्राप्त हुआ था। पुरानी कथाओं के अनुसार, देवी कन्याकुमारी ने इस चट्टान पर कठोर तपस्या की थी। यहां जाकर आप सनराइज और सनसेट के अद्भुत नजारों को भी देख सकते हैं।
तिरुवल्लुवर स्टैचू
133 फीट का तिरुवल्लुवर स्टैचू प्रसिद्ध तमिल कवि और दार्शनिक तिरुवल्लुवर का है, जो थिरुक्कुरल के 3 खंडों यानी पुण्य (38 अध्याय), धन (70 अध्याय) और प्रेम (25 अध्याय) को दर्शाता है। तिरुवल्लुवर ने थिरुक्कुरल लिखा था, जो तमिल भाषा का एक प्राचीन ग्रंथ है। यह स्टैचू 29 मीटर ऊंचा है और 11.5 मीटर की चौकी पर स्थित है। इस स्टैचू में 3,681 पत्थर हैं, जो लगभग 15 टन के होंगे।
अवर लेडी ऑफ रैनसम चर्च
मदर मैरी को समर्पित अवर लेडी ऑफ रैनसम चर्च कन्याकुमारी समुद्र तट के पास स्थित है। इस चर्च की छत और दीवारों पर सुंदर और जटिल नक्काशी के साथ गॉथिक वास्तुकला है। इस चर्च का आकर्षण केंद्र यह है कि इसमें मदर मैरी की साड़ी पहने हुए मूर्ति है। शाम को इस चर्च में जाना सबसे अच्छा है क्योंकि इस समय यहां की लाइटिंग जगह को और भी ज्यादा खास बना देती है।