साइनोसाइटिस क्या होता है और इससे राहत पाने के लिए किन योगासनों का अभ्यास करें?
क्या है खबर?
साइनोसाइटिस (साइनस) नाक से जुड़ी एक बीमारी है। इसमें बंद नाक, सिर में दर्द और सांस लेने में तकलीफ होने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
यह समस्या ज्यादातर खराब मौसम, फ्लू या एलर्जी के कारण हो सकती है। इससे राहत पाने के लिए दवाइयों की जगह प्राचीन उपाय योग सबसे बढ़िया विकल्प है।
आइए आज 5 ऐसे ही योगासन के बारे में जानते हैं, जिनके अभ्यास से साइनस की समस्या से राहत मिल सकती है।
#1
अनुलोम विलोम प्राणायाम
अनुलोम विलोम प्राणायाम करने के लिए योगा मैट पर पद्मासन की स्थिति में बैठ जाएं। अब अपनी दोनों आंखों को बंद करके अपने दाएं हाथ के अंगूठे से नाक के दाएं छिद्र को बंद करके बाएं छिद्र से सांस लें।
इसके बाद दाएं हाथ की अनामिका वाली उंगली से नाक के बाएं छिद्र को बंद करके दाएं छिद्र से सांस लें।
यह आसन सूजन को कम करता है और अतिरिक्त बलगम को बाहर निकालने में मदद करता है।
#2
उष्ट्रासन
इस योग को करने के लिए सबसे पहले योगा मैट बिछाकर उस पर घुटनों के बल बैठ जाएं और फिर घुटनों के बल ही सीधे खड़े हो जाएं।
अब सामान्य रूप से सांस लेते हुए पीछे की ओक झुकें और दाईं हथेली को दाईं एड़ी पर और बाईं हथेली को बाईं एड़ी पर रखने की कोशिश करें। थोड़ी देर तक इस मुद्रा में रहने के बाद सामान्य हो जाएं।
इस आसन से ठीक से सांस लेने में मदद मिलती है।
#3
मत्स्यासन
मत्स्यासन के अभ्यास के लिए सबसे पहले योगा मैट बिछाकर पद्मासन की स्थिति में सीधे बैठ जाएं। अब अपनी पीठ की दिशा में झुकें और सिर को जमीन से सटाने की कोशिश करें।
इसके बाद पैरों की उंगलियों को पकड़े और कुछ देर तक इसी मुद्रा में बने रहने के बाद सामान्य हो जाएं।
इस योगासन से रक्त प्रवाह में सुधार होता है और गले और छाती में ब्लॉकेज की समस्या से राहत मिलती है।
#4
अधोमुख श्वानासन
इसके लिए सबसे पहले योगा मैट पर वज्रासन की मुद्रा में बैठ जाएं। अब समाने की तरफ झुकते हुए दोनों हाथों को जमीन पर रखें और गहरी सांस लेते हुए कमर को ऊपर उठाएं। इस दौरान घुटनों को सीधा करके सामान्य रूप से सांस लेते रहें।
इस योगासन में शरीर का पूरा भार हाथों और पैरों पर रखें और शरीर का आकार 'V' जैसे नजर आना चाहिए।
यह योगासन सिरदर्द और माइग्रेन से तुरंत राहत दिलाने में कारगर है।
#5
भुजंगासन
भुजंगासन के लिए योगा मैट पर अपने दोनों हाथों को कंधों के बगल में रखकर पेट के बल लेट जाएं।
अब अपने हाथों से दबाव देते हुए शरीर के ऊपरी हिस्से को उठाएं और दोनों पैरों को स्ट्रेच करें।
इसके बाद 30 सेकंड इसी मुद्रा में बने रहें और फिर धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं।
यह मुद्रा फेफड़ों को फैलाती है और सांस लेना आसान बनाती है।