कुंदरू से स्वास्थ्य को मिलते हैं ये 5 प्रमुख लाभ, डाइट में करें शामिल
कुंदरू एक पौष्टिक सब्जी है और इसे बेबी तरबूज, छोटी लौकी, टिंडोरा और कुंदुरी जैसे कई नामों से जाना जाता है। इस सब्जी का वैज्ञानिक नाम कोकिनिया कॉर्डिफोलिया (coccinia cordifolia) है, जबकि अंग्रेजी में यह आइवी गार्ड के नाम से जानी जाती है। पहले इसकी खेती एशिया और अफ्रीका के कुछ हिस्सों में होती थी, लेकिन समय के साथ-साथ कई जगहों पर इसकी खेती होने लगी। आइए जानते हैं कि कुंदरू का सेवन करने से क्या-क्या फायदे मिल सकते हैं।
पाचन से जुड़ी समस्याओं से बचाने में है सहायक
अध्ययनों के अनुसार, कुंदरू पाचन से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकता है। इसमें अच्छी-खासी मात्रा में डायटरी फाइबर मौजूद होता है, जो पेट की सूजन, अपच, कब्ज और पेट के अल्सर जैसी गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल बीमारियों को दूर रखने में भी मदद कर सकता है। इसके अतिरिक्त डाइटरी फाइबर लंबे समय तक पेट को भरा हुआ महसूस करवाकर अस्वस्थ स्नैकिंग से बचा सकता है और अतिरिक्त वजन घटाने में मदद कर सकता है।
तंत्रिका तंत्र के लिए भी है लाभदायक
कुंदरू में विटामिन बी-2 जैसे घुलनशील पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो आपको ऊर्जावान बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। इसके अलावा इसमें कई अन्य पोषक तत्व और एंटी-ऑक्सीडेंट भी होते हैं, जो आपके तंत्रिका तंत्र को मजबूती देने में मदद कर सकते हैं। कई अध्ययनों से पता चला है कि यह सब्जी अल्जाइमर, मिर्गी और स्केलेरोसिस से जूझ रहे रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद है। कुंदरू कार्पल टनल सिंड्रोम के लक्षणों को भी ठीक करता है।
ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में है मददगार
साल 2009 में किए गए एक क्लिनिकल ट्रायल के मुताबिक, कुंदरू में ब्लड शुगर के स्तर को कम करने वाला प्रभाव मौजद होता है। इसके अलावा आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा के कई चिकित्सकों का मानना है कि कुंदरू की पत्तियों, जूस या अर्क का सेवन एंटी-डायबिटिक गुण की तरह कार्य करता है, जिस वजह से यह मधुमेह रोगियों के लिए एक बेहतरीन सब्जी है।
एलर्जी से बचाने में भी है कारगर
कुंदरू अस्थमा और ब्रोंकाइटिस सहित कई श्वसन संबंधित बीमारियों से बचाने में भी मदद कर सकता है। 2011 में चाइनीज जर्नल ऑफ नेचुरल मेडिसिन्स में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, इस हरी सब्जी में सैपोनिन, स्टेरॉयड, अल्कलॉइड्स, फ्लेवोनोइड्स और ग्लाइकोसाइड्स नामक पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो इसे ऐसी बीमारियों का सामना करने में सक्षम बनाते हैं। हालांकि, अस्थमा रोगी डॉक्टरी सलाह के बाद ही इसे अपनी डाइट में शामिल करें।
कैंसर से रख सकता है सुरक्षित
कुंदरू का सेवन कैंसर जैसी घातक बीमारी से सुरक्षित रखने में भी मदद कर सकता है। एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होने की वजह से यह सब्जी DNA और कोशिकाओं को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचा सकती है। बता दें कि मुक्त कणों से कैंसर का खतरा उत्पन्न होने की ज्यादा संभावना रहती है। इतना ही नहीं, यह एक एंटी-म्यूटाजेनिक प्रभाव भी प्रदान करता है, जिसका मतलब है कि शरीर में सेल म्यूटेशन का जोखिम कम हो जाता है।