ब्रोंकाइटिस से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं ये योगासन, ऐसे करें अभ्यास
क्या है खबर?
जब कभी कीटाणु या संक्रमण की वजह से श्वसन नलियों में किसी भी प्रकार का संक्रमण, सूजन या बलगम की समस्या हो जाती है तो इस स्थिति को ब्रोंकाइटिस कहा जाता है।
सांस लेने में तकलीफ, हल्का बुखार, सीने में घरघराहट, थकान और सीने में जकड़न जैसी समस्याएं ब्रोंकाइटिस के कारण होने वाली परेशानियां है।
आइए आज कुछ ऐसे योगासनों के अभ्यास का तरीका जानते हैं जो ब्रोंकाइटिस से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं।
#1
हस्त उत्तानासन
हस्त उत्तानासन के लिए सबसे पहले योगा मैट पर दोनों पैरों को मिलाकर सीधे खड़े हो जाएं।
अब सांस भरते हुए अपने दोनों हाथों को एक साथ सिर के ऊपर ले जाएं। इसके बाद सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे अपने ऊपरी शरीर को पीठ के पीछे की ओर मोड़ने की कोशिश करें।
इस दौरान अपनी नजरें आसमान की ओर रखें। कुछ मिनट इसी मुद्रा में बने रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं। इसी प्रक्रिया को कई बार दोहराएं।
#2
धनुरासन
धनुरासन के लिए योगा मैट पर पेट के बल लेट जाएं। फिर अपने दोनों घुटनों को अपनी कमर की तरफ से मोड़ें और हाथों से टखनों को मजबूती से पकड़ लें।
इसके बाद सांस लेते हुए अपने पूरी शरीर को इस प्रकार ऊपर उठाने की कोशिश करें कि शरीर का आकार धनुष के समान लगे।
अब अपनी क्षमतानुसार इसी मुद्रा में बने रहें और धीरे-धीरे सांस लेते और छोड़ते रहें। अंत में धीरे-धीरे सामान्य अवस्था में आ जाएं।
#3
उष्ट्रासन
उष्ट्रासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर घुटनों के बल बैठ जाएं और फिर घुटनों के बल ही खड़े हो जाएं।
अब सामान्य रूप से सांस लेते हुए पीछे की ओर झुकें और दाईं हथेली को दाईं एड़ी पर और बाईं हथेली को बाईं एड़ी पर रखने की कोशिश करें।
इस मुद्रा में कम से कम एक-दो मिनट रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं और कुछ मिनट विश्राम करें।
#4
अर्ध चंद्रासन
अर्ध चंद्रासन के लिए पहले योगा मैट पर दोनों पैरों को समान दूरी पर फैलाकर खड़े हो जाएं।
अब दाईं ओर झुकते हुए दाएं हाथ को दाएं पैर के पास रखें और बाएं पैर को ऊपर उठाएं। इसके बाद बाएं हाथ को सीधे आसमान की ओर उठाएं और अपना ध्यान इसी हाथ पर केंद्रित करें।
इस दौरान शरीर का भार दाहिने पैर और हाथों की उंगलियों पर रखें। कुछ देर इसी मुद्रा में रहें और फिर धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं।