कहीं आपको स्लीप एपनिया तो नहीं? इन शारीरिक संकेतों से लगाएं पता
स्लीप एपनिया से ग्रासित व्यक्ति को सोते वक्त सांस लेने में मुश्किल होती है और उसकी रात में बार-बार नींद खुलती है और अगर समय रहते इस बीमारी का सही इलाज न किया जाए तो यह ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया का रूप ले लेती है, जो एक गंभीर बीमारी है। वैसे स्लीप एपनिया होने की शुरूआत में शरीर कुछ संकेत देता है, जिन्हें नजरअंदाज करने की गलती न करें। आइए आज ऐसे कुछ शारीरिक संकेतों के बारे में जानते हैं।
सोते समय सांस लेने में दिक्कत होना
यह स्लीप एपनिया की ओर इशारा करने वाला सबसे मुख्य शारीरिक संकेत है। अगर आपको सोते सांस लेने में काफी दिक्कत होने लगे तो समझ जाइए कि आप धीरे-धीरे स्लीप एपनिया की चपेट में आ रहे हैं। इसलिए जब भी आपको यह शारीरिक संकेत मिले तो इसे अनदेखा न करें और तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करें ताकि समय रहते आप इस बीमारी के प्रभाव को कम कर सके।
अनिद्रा की समस्या
अगर आपको सोने में समस्या आ रही है तो इस स्थिति को भी नजरअंदाज करने की भूल न करें क्योंकि यह भी स्लीप एपनिया होने का एक संकेत हो सकता है। दरअसल, जब हमें सांस लेने में तकलीफ होती है तो हमारा पूरा शरीर परेशान रहता है, जिससे नींद पर भी नकारात्मक असर पड़ता है। ऐसे में डॉक्टर से संपर्क करें और अपनी शारीरिक जांच करवाएं ताकि आप समय रहते स्लीप एपनिया के जोखिमों से बच सकें।
अधिक थका हुआ महसूस करना
अगर कभी भी आप खुद को बहुत अधिक थका हुआ महसूस करने लगे तो इसे कामकाज या फिर किसी सामान्य समस्या का प्रभाव न समझें क्योंकि यह भी स्लीप एपनिया का शुरूआती शारीरिक संकेत हो सकता है। ऐसे में बेहतर होगा कि आप जल्द से जल्द किसी नजदीक अस्पताल में जाएं और डॉक्टरी परामर्श लें और जांच करवाएं ताकि अगर यह समस्या स्लीप एपनिया या फिर किसी और बीमारी का संकेत है तो उसके बचाव की ओर कदम बढ़ाए जाएं।
अधिक चिंतित रहना
काम के भार और जिम्मेदारियों के कारण हम सभी को कभी न कभी स्ट्रेस तो जरूर महसूस होता है, जो कि सामान्य है, लेकिन हर समय चिंतित रहना अच्छा नहीं है। किसी भी एक बात को सोचते-सोचते आपके शरीर पर मानसिक दबाव बढ़ जाता है, जिसके कारण स्लीप एपनिया हो सकता है। इसके परिणामस्वरूप आपको सिर में दर्द होना, चक्कर आना और बार-बार नींद आना आदि शारीरिक संकेत मिल सकते हैं।