स्वतंत्रता दिवस पर ओलंपिक दल को लाल किले पर बुलाएंगे प्रधानमंत्री
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के ओलंपिक दल को स्वतंत्रता दिवस के विशेष अतिथि के तौर पर लाल किले बुलाएंगे। अधिकारियों के अनुसार, प्रधानमंत्री हर एक खिलाड़ी से मिलेंगे भी और उनके साथ बातचीत करेंगे।
प्रधानमंत्री का ये कदम देशभर के खिलाड़ियों के मनोबल को बढ़ाने वाला साबित होगा।
बता दें कि कोरोना वायरस महामारी के कारण इस बार लगातार दूसरी साल लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस का कार्यक्रम लो-प्रोफाइल होगा और इसे कम से कम लोगों तक सीमित रखा जाएगा।
ओलंपिक दल
टोक्यो ओलंपिक में गया है भारत का अब तक का सबसे बड़ा दल
गौरतलब है कि जापान की राजधानी टोक्यो में हो रहे ओलंपिक में भारत के 120 से अधिक खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं और ये भारत का अब तक का सबसे बड़ा ओलंपिक दल है। इस दल में 56 महिलाएं हैं और ये भी अपने आप में एक रिकॉर्ड है।
भारत अभी तक एक रजत और एक कांस्य पदक जीतने में कामयाब रहा है। इसके अलावा मुक्केबाजी में भी भारत का एक पदक पक्का हो चुका है।
महिला शक्ति
ओलंपिक में देखने को मिली भारत की महिला शक्ति
इस ओलंपिक में भारत की महिला शक्ति देखने को मिली है और अभी तक के सभी पदक महिलाओं ने ही जीते हैं।
सबसे पहले मीराबाई चानू ने 49 किलोग्राम वेटलिफ्टिंग में रजत पदक जीत कर देश का नाम रोशन किया और फिर पीवी सिंधु ने बैडमिंटन में कांस्य जीतकर लगाातर दो ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला होने का रिकॉर्ड बनाया।
मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन भी सेमीफाइनल में पहुंच कर कम से कम कांस्य पदक पक्का कर चुकी हैं।
हॉकी टीम
हॉकी टीमों ने भी बनाए रिकॉर्ड
भारत की हॉकी टीमों ने भी इस बार शानदार प्रदर्शन किया है और पुरुष और महिला दोनों टीमें सेमीफाइनल में पहुंचने में कामयाब रही हैं। जहां पुरूष टीम 1980 ओलंपिक के बाद पहली बार सेमीफाइनल में पहुंची है, वहीं महिला टीम इतिहास में पहली बार सेमीफाइनल में पहुंचने में कामयाब रही है।
महिला टीम ने क्वार्टर फाइनल में टीम बार की ओलंपिक विजेता ऑस्ट्रेलिया को हराया और उसका सेमीफाइनल मुकाबला है।
पुरूष टीम आज सेमीफाइनल में बेल्जियम से हार गई।
निराशाजनक प्रदर्शन
इन खेलों में हाथ लगी निराशा
भारत को निशानेबाजी और तीरंदाजी में सबसे ज्यादा निराशा हाथ लगी है और विश्व स्तरीय खिलाड़ी होने के बावजूद दोनों ही खेलों में भारत कोई पदक नहीं जीत पाया है। देशवासियों को इन दोनों ही खेलों में पदक की उम्मीद थी।
इसके अलावा पुरूष मुक्केबाजी में भी भारत को निराशा हाथ लगी और विश्व नंबर एक मुक्केबाज अमित पंघाल समेत कोई भी मुक्केबाज देश की झोली में पदक नहीं डाल सका।
हौसलअफजाई
लगातार खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाते रहे हैं प्रधानमंत्री मोदी
पूरे ओलंपिक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी लगातार खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाते रहे हैं। उन्होंने न केवल पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को बधाई दी, बल्कि आज पुरूष हॉकी टीम का सेमीफाइनल भी देखा।
हालांकि भारत को इस मैच में 5-2 से हार का सामना करना पड़ा, लेकिन इसके बावजूद प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर खिलाड़ियों को शाबाशी दी और कांस्य पदक के मैच के लिए उनका मनोबल बढ़ाया।
अब लाल किले पर बुलाकर वे उनका शुक्रिया अदा करने जा रहे है।