कैबिनेट में विस्तार की खबरों के बीच प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और भाजपा अध्यक्ष के बीच बैठक
केंद्रीय कैबिनेट में विस्तार की खबरों के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ बैठक की। इस बैठक में अन्य कुछ मंत्री भी मौजद रहे और इसमें विभिन्न मंत्रालयों के कामकाज की समीक्षा की गई। प्रधानमंत्री ने कल भी ऐसी एक बैठक की थी और आने वाले दिनों में ऐसी और बैठकें हो सकती हैं। इसके बाद प्रदर्शन के आधार पर कैबिनेट में बदलाव किया जा सकता है।
कल प्रधानमंत्री ने लिया था सात मंत्रालयों के कामकाज का हिसाब
NDTV के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी ने कल 7 लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने आवास पर सात मंत्रालयों के साथ 5 घंटे से अधिक समय की बैठक की थी। इस बैठक में उन्होंने कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान अप्रैल-मई के महीनों में मंत्रालयों द्वारा किए गए कामकाज की समीक्षा की। बैठक में पेट्रोलियम मंत्रालय, स्टील मंत्रालय, जल शक्ति मंत्रालय, कौशल विकास मंत्रालय, नागरिक उड्डयन मंत्रालय, भारी उद्योग मंत्रालय और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने अपने कामकाज का हिसाब दिया।
बैठक में शामिल रहे थे ये मंत्री
कल हुई इस बैठक में धर्मेंद्र प्रधान, प्रकाश जावड़ेकर और हरदीप पुरी समेत कई केंद्रीय मंत्री शामिल हुए थे और प्रजेंटेशन के जरिए अपने मंत्रालयों के कामकाज का हिसाब दिया था। इसके अलावा इस बैठक में जेपी नड्डा भी मौजूद रहे थे।
सूत्रों ने कहा- हर साल होती हैं ऐसी बैठकें
सरकारी सूत्रों के अनुसार, यह एक वार्षिक अभ्यास है जो हर साल मोदी सरकार की सालगिरह पर होता है, लेकिन इस बार महामारी के कारण इसे टाल दिया गया। चूंकि इस बार मंत्रालयों के कामकाज की समीक्षा हो रही है, इसलिए इसने कैबिनेट में विस्तार की अटकलों को भी जन्म दिया है। पिछले काफी समय से मोदी सरकार का कैबिनेट विस्तार हुआ भी नहीं है और लगभग एक दर्जन ऐसे मंत्री हैं जो एक से अधिक मंत्रालय संभाल रहे हैं।
हो सकता है एक बड़ी सामाजिक योजना का ऐलान
इसके अलावा इन बैठकों के बाद आने वाले कुछ दिनों में एक बड़ी सामाजिक योजना का ऐलान किए जाने की अटकलें भी हैं। उत्तर प्रदेश समेत तमाम राज्यों में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए इस योजना का ऐलान किया जाएगा।
महामारी को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रही है सरकार
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ऐसे समय पर मंत्रालयों के कामकाज की समीक्षा कर रहे हैं जब कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर को संभालने में असफल रहने के लिए केंद्र सरकार आलोचनाओं के केंद्र में है। भाजपा को इसका असर अगले साल कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों पर पड़ने की आशंका भी है और इसलिए कैबिनेट विस्तार और योजनाओं का ऐलान कर डैमेज कंट्रोल की कोशिश की जा रही है।
उत्तर प्रदेश को लेकर सबसे अधिक चिंता में है भाजपा
भाजपा को उत्तर प्रदेश की सबसे अधिक चिंता है जो राजनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण है। यहां महामारी को संभालने के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के तरीके से खुद पार्टी के सांसद, विधायक और नेता संतुष्ट नहीं हैं और पिछले एक महीने से इस असंतोष को काबू में करने के लिए मंथन चल रहा है। योगी आदित्यनाथ दो दिवसीय दिल्ली दौरे पर भी आए थे और उन्होंने कल अमित शाह और आज प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की थी।