गणतंत्र दिवस परेड 2020: यहां जाने वह सब कुछ जो आप जानना चाहते हैं!
क्या है खबर?
भारत में हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया जाता है। इस बार भी इसके लिए तैयारी की जा रही है। यह भारत का 71वां गणतंत्र दिवस होगा। इस दिन भारत का संविधान लागू हुआ था।
भारत ने संविधान को 26 नवंबर, 1949 को अपनाया था, लेकिन यह लागू दो माह बाद 26 जनवरी, 1950 को हुआ था।
आइए गणतंत्र दिवस के बारे में सभी महत्वपूर्ण बाते जानें।
जानकारी
इसलिए चुना था गणतंत्र दिवस के लिए यही दिन
आप सब जानना चाहते होंगे कि गणतंत्र दिवस के लिए 26 जनवरी का दिन ही क्यों चुना गया था? दरअसल, साल 1930 में इसी दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारत के लिए 'पूर्ण स्वराज' की मुहिम शुरू की थी। इसलिए यही दिन चुना गया था।
इतिहास
भारतीय गणतंत्र दिवस का संक्षिप्त इतिहास
अंग्रेजों की 200 सालों की गुलामी के बाद भारत को 15 अगस्त, 1947 को आजादी मिली थी।
इसके बाद देश के पास संविधान नहीं था। 29 अगस्त, 1947 को स्थायी संविधान का प्रारूप तैयार करने के लिए डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की अध्यक्षता में एक समिति बनाई गई।
संविधान की अंग्रेजी व हिन्दी में दो प्रतियां लिखी गई और 24 जनवरी, 1950 को उस पर हस्ताक्षर किए गए। दो दिन बाद 26 जनवरी, 1950 को उसे अपना लिया गया।
संविधान
संविधान भारत को बनाता है संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक गणराज्य
भारत के संविधान की विशेषता यह है कि ये भारत को एक संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक गणराज्य बनाता है। धर्मनिरपेक्ष और समाजवाद शब्द को 1976 में आपातकाल के दौरान प्रस्तावना में शामिल किया गया था।
भारतीय संविधान अपने नागरिकों को न्याय, समानता और स्वतंत्रता के अधिकार की गारंटी देता है और भाईचारे को बढ़ावा देने का प्रयास करता है।
1950 के मूल संविधान को संसद भवन में हीलियम से बने बक्से में सुरक्षित रखा गया है।
जानकारी
डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने राष्ट्रपति के रूप में शुरू किया कार्यकाल
संविधान को औपचारिक रूप से अपनाने के बाद देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने राष्ट्रपति भवन में शपथ लेकर अपना कार्यकाल शुरू किया था और 21 तोपों की सलामी के बाद तिरंगा फहराकर भारतीय गणतंत्र के ऐतिहासिक जन्म की घोषणा की थी।
परेड
राजपथ से शुरू होकर लाल किले पर खत्म होती गणतंत्र दिवस की परेड
गणतंत्र दिवस पर हर साल दिल्ली में आयोजित समारोह में परेड की जाती है। यह परेड राजपथ से शुरू होती है और लाल किले पर जाकर खत्म होती है। परेड की अध्यक्षता भारत के राष्ट्रपति करते हैं।
परेड के दौरान सशस्त्र बलों के जवान स्वतंत्रता सेनानियों और पोडियम पर मौजूद हस्तियों को सलामी देते हुए मार्च करते हैं। समारोह में लोक नृत्य आदि कलाओं के साथ सैन्य करतब भी दिखाए जाते हैं।
गणतंत्र दिवस परेड 2020
इस बार गणतंत्र दिवस परेड के लिए रक्षा मंत्रालय ने किया 22 झांकियों का चयन
गणतंत्र दिवस के राष्ट्रीय समारोह में विभिन्न विभागों की ओर से झांकियों का भी प्रदर्शन किया जाता है। रक्षा मंत्रालय ने इस बार मिले झांकियों के 56 प्रस्तावों में से 22 का चयन किया है।
इस बार राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) पहली बार राजपथ पर अपने झांकी मार्च का प्रदर्शन करेगी।
इसके अलावा इस वर्ष कैप्टन तान्या शेरगिल गणतंत्र दिवस परेड के लिए परेड सहायक के रूप में परेड का नेतृत्व करने वाली पहली महिला अधिकारी बनेंगी।
जानकारी
इस साल गणतंत्र दिवस परेड में ये होंगे मुख्य अतिथि
इस वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो शामिल होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवंबर 2019 में ब्रासीलिया में आयोजित 11वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में बैठक के दौरान बोल्सोनारो को आमंत्रित किया था।
टिकट
गणतंत्र दिवस परेड 2020 के लिए ऐसे खरीदें टिकट
गणतंत्र दिवस परेड 2020 के लिए टिकटों की बिक्री 7 जनवरी से शुरू हो चुकी है और यह 25 जनवरी तक जारी रहेगी।
यदि आप इसके टिकट खरीदना चाहते हैं तो नॉर्थ ब्लॉक गोल चक्कर, सेना भवन (गेट नंबर 2), प्रगति मैदान (गेट नंबर 1), जंतर मंतर (मुख्य गेट), जामनगर हाउस, शास्त्री भवन (गेट नंबर 3), लाल किला (15 अगस्त पार्क के अंदर) और संसद भवन (रिसेप्शन ऑफिस) पर जाकर ले सकते हैं।
जानकारी
20 से लेकर 500 रुपये तक मिल रहे टिकट
गणतंत्र दिवस परेड के लिए टिकटों की कीमत इस प्रकार है। आपको आरक्षित सीटों के लिए 100 और 500 रुपये खर्च करने होंगे। इसी प्रकार अनारक्षित टिकटों के लिए आप 20 रुपये में टिकट खरीद सकते हैं।