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टोक्यो ओलंपिक: पीवी सिंधु ने कांस्य जीतकर भारत को दिलाया दूसरा पदक
टोक्यो ओलंपिक में सिंधु ने जीता कांस्य पदक

टोक्यो ओलंपिक: पीवी सिंधु ने कांस्य जीतकर भारत को दिलाया दूसरा पदक

लेखन Neeraj Pandey
Aug 01, 2021
05:55 pm

क्या है खबर?

स्टार भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने भारत को टोक्यो ओलंपिक में दूसरा पदक दिला दिया है। सिंधु ने कांस्य पदक वाले मुकाबले में चीन की हे बिंगजियाओ को 21-13, 21-15 से हरा दिया है। सिंधु ने लगातार दूसरे ओलंपिक में पदक हासिल किया है और वह ऐसा करने वाली पहली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी बनी हैं। इससे पहले बीते शनिवार को उनका ओलंपिक स्वर्ण जीतने का सपना टूटा था।

लेखा-जोखा

इस तरह सिंधु ने जीता मुकाबला

मैच की शुरुआत से ही सिंधु ने शानदार खेल दिखाया और चीनी खिलाड़ी को लगातार परेशान किया। सिंधु की तेजी का जवाब चीन की खिलाड़ी के पास नहीं था। पहले सेट में सिंधु ने तेजी के साथ बढ़त बनाते हुए इसे अपने नाम किया। दूसरे सेट की शुरुआत में सिंधु ने 4-1 की बढ़त ली थी, लेकिन उन्हें बाद में टक्कर मिली। हालांकि, सिंधु ने दूसरा सेट भी आसानी से अपने नाम किया।

आंकड़े

कांस्य पदक वाले मुकाबले से जुड़े अहम आंकड़े

कांस्य पदक वाले मुकाबले में सिंधु ने पहला सेट 23 और दूसरा 29 मिनट में जीता। मैच में 41 सेकेंड की रैली सबसे लंबी रही जो पहले सेट में आई। स्ट्रोक के हिसाब से सबसे बड़ी रैली 34 स्ट्रोक की रही और यह भी पहले सेट में आई थी। मैच में कुल 12 शटल का इस्तेमाल किया गया जिसमें दोनों सेटों में छह-छह शटल इस्तेमाल किए गए। औसत रैली 11 स्ट्रोक और समय के हिसाब से 15 सेकेंड की रही।

टोक्यो ओलंपिक

ऐसा रहा सिंधु का टोक्यो ओलंपिक में प्रदर्शन

सिंधु ने टोक्यो ओलंपिक के अपने पहले मैच में केसिया पोलिकारपोवा को 21-7, 21-10 से हराया था। इसके बाद उन्होंने अपने अंतिम ग्रुप मैच में हांगकांग की चेउंग नगन यी को 21-9, 21-16 से हरा दिया। राउंड ऑफ-16 में डेनमार्क की मिया ब्लिचफेल्डो को 21-15, 21-13 से हराया था। क्वार्टर फाइनल में सिंधु ने जापान की अकाने यामागुची को 21-13, 22-20 से हराया था। सेमीफाइनल में उन्हें ताई जु यिंग के खिलाफ 21-18, 21-12 से हार मिली थी।

2016 ओलंपिक

2016 ओलंपिक में सिंधु ने जीता था रजत

2016 ओलंपिक में सिंधु ने रजत पदक जीता था और पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया था। फाइनल मुकाबले में उन्हें स्पेन की कैरोलिना मरीन के खिलाफ हार झेलनी पड़ी थी। फाइनल में सिंधु ने पहला सेट 21-19 से अपने नाम किया था और स्वर्ण की ओर कदम बढ़ा दिए थे। हालांकि, मरीन ने वापसी करते हुए अगले दो सेट 21-12 और 21-15 से जीतते हुए सिंधु से स्वर्ण छीन लिया था।