टोक्यो ओलंपिक: भारतीय महिला भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने जीता रजत पदक
क्या है खबर?
भारतीय महिला भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने इतिहास रच दिया है। 49 किलोग्राम भारवर्ग की प्रतियोगिता में उन्होंने भारत को रजत पदक दिलाया है। टोक्यो ओलंपिक में यह भारत के लिए पहला पदक है।
भारोत्तोलन में यह भारत का केवल दूसरा ओलंपिक पदक है। क्लीन एंड जर्क में चानू ने 115 किलोग्राम का भार उठाते हुए नया ओलंपिक रिकॉर्ड भी बनाया है। उन्होंने कुल 202 किलोग्राम का भार उठाया।
प्रदर्शन
स्नैच और क्लीन एंड जर्क में ऐसा रहा चानू का प्रदर्शन
चानू ने लगातार खुद को पदक की रेस में बनाए रखा था। स्नैच में 87 किलोग्राम का भार उठाने के बाद उन्होंने 89 किलोग्राम के लिए प्रयास किया, लेकिन उठाने में सफल नहीं हो सकीं।
क्लीन एंड जर्क में दूसरे नंबर पर चलते हुए उन्होंने चीन की झीहुई के 116 किलोग्राम भारवर्ग के बदले में 117 किलोग्राम का भार उठाना चाहा, लेकिन असफल होकर उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने दी चानू का बधाई
चानू से ओलंपिक पदक लाने की उम्मीदें काफी अधिक थीं और उम्मीदों पर खरा उतरने के बाद उनके लिए बधाईयों का तांता लग गया है।
भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्विटर पर लिखा, "टोक्यो 2020 के लिए इससे खुशनुमा शुरुआत नहीं हो सकती थी। मीराबाई चानू के शानदार प्रदर्शन पर भारत को गर्व है। भारोत्तोलन में रजत पदक जीतने के लिए उन्हें ढेर सारी बधाईयां। उनकी सफलता हर भारतीय को प्रेरणा देगी।"
मणिपुर
मणिपुर के मुख्यमंत्री ने भी जताई खुशी
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह ने ट्विटर पर लिखा, "क्या शानदार दिन, भारत के लिए क्या शानदार जीत। मीराबाई चानू ने महिलाओं की 49 किलोग्राम भारवर्ग भारोत्तलन में रजत पदक जीत है। आज आपने देश को गर्व महसूस कराया है।"
आपको बता दें कि बिरेन सिंह ने रजत पदक जीतने पर एक करोड़ रूपये की ईनामी राशि देने की घोषणा की है। केंद्र सरकार की ओर से भी रजत के लिए 50 लाख रुपये मिलेंगे।
स्वर्ण पदक
चीन की हू झीहुई ने जीता स्वर्ण
चीन की हू झीहुई ने स्वर्ण पदक पर अपना कब्जा जमाया है। उन्होंने क्लीन एंड जर्क में 116 किलोग्राम और कुल मिलाकर 210 किलोग्राम का भार उठाया था।
झीहुई ने केवल स्वर्ण पदक ही नहीं जीता बल्कि ओलंपिक रिकॉर्ड भी बनाया। उन्होंने स्नैच में पहले 92 किलोग्राम का भार उठाकर रिकॉर्ड बनाया और फिर अपने ही रिकॉर्ड को सुधारते हुए 94 किलोग्राम का भार उठा लिया। इंडोनेशिया की विंडी कैंटिका ने कांस्य पदक अपने नाम किया है।
परिचय
2016 ओलंपिक से खाली हाथ लौटी थीं चानू
मणिपुर की रहने वाली चानू ने 2016 ओलंपिक में भी क्वालीफाई किया था, लेकिन किसी भी वर्ग में वजन उठाने में असफल रही थीं। 2014 कॉमनवेल्थ गेम्स में रजत जीतने वाली चानू ने 2018 में इसे स्वर्ण में तब्दील किया था। वह एशियन चैंपियनशिप में कांस्य और वर्ल्ड चैंपियनशिप में स्वर्ण जीत चुकी हैं।
2018 में उन्हें खेल रत्न और पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। वह भारोत्तोलन में ओलंपिक रजत जीतने वाली पहली भारतीय एथलीट हैं।