प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति बाइडन की द्विपक्षीय वार्ता में किन-किन समझौतों पर बन सकती है सहमति?
क्या है खबर?
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन G-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए भारत के 4 दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं।
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति बाइडन के बीच द्विपक्षीय बैठक भी होगी, जिसमें भारत और अमेरिका के बीच कई अहम समझौतों पर मुहर लग सकती है।
राष्ट्रपति के तौर पर पहली बार भारत आ रहे बाइडन भारत और अमेरिका के द्विपक्षीय रिश्तों को और मजबूत बनाने के लिए काफी इच्छुक दिख रहे हैं।
वार्ता
भारत में छोटे परमाणु रिएक्टर स्थापित करने पर समझौता संभव
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, भारत और अमेरिका इस बैठक के दौरान परमाणु समझौते पर जारी मतभेदों को दूर करने की उम्मीद कर रहे हैं।
इस दौरान दोनों देश छोटे परमाणु रिएक्टर स्थापित करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर कर सकते हैं।
जून में दोनों देशों ने भारत में 6 परमाणु रिएक्टरों के निर्माण के लिए न्यूक्लियर पावर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NPCIL) और वेस्टिंगहाउस इलेक्ट्रिक कंपनी (WEC) के बीच साझेदारी को लेकर चर्चा की थी।
वार्ता
लड़ाकू विमान इंजन सौदे को दिया जा सकता है आखिरी रूप
भारत और अमेरिका लड़ाकू विमान इंजन सौदे को तेजी से आगे बढ़ाने की दिशा में भी काम कर रहे हैं।
दरअसल, जून में प्रधानमंत्री मोदी के अमेरिकी दौरे के समय भारत में GE F-414 इंजन के निर्माण के लिए जनरल इलेक्ट्रिक (GE) और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के बीच समझौते ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए थे।
पिछले सप्ताह अमेरिकी संसद द्वारा जेट इंजन सौदे को मंजूरी देने के बाद इस बार समझौते को आखिरी रूप दिए जाने की उम्मीद है।
वार्ता
छात्रों के लिए शुरू किए जा सकते हैं विशेष शैक्षणिक कार्यक्रम
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति जो बाइडन की वार्ता के दौरान अमेरिका में पढ़ रहे भारतीय छात्रों के लिए तैयार किए गए विशेष शैक्षणिक कार्यक्रमों की घोषणा भी की जा सकती है।
इसके तहत एक विशेष उद्योग में विशेषज्ञता वाली एक साल की मास्टर डिग्री के लिए साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथमेटिक्स (STEM) पाठ्यक्रम पेश किए जाएंगे।
पढ़ाई पूरी करने के बाद भारतीय छात्रों के पास 3 साल तक अमेरिका में रहने और वहां काम करने का विकल्प होगा।
वार्ता
H1-B वीजा पर भी घोषणा संभव
दोनों देशों में इसी साल H-1B वीजा नियमों में ढील के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च करने पर सहमति बनी थी। इसके तहत भारतीय कामगार अमेरिकी से ही अपने H-1B वीजा का नवीनीकरण करा सकेंगे।
बाइडन की यात्रा के दौरान इसके लिए एक निश्चित लॉन्च तिथि की घोषणा किए जाने की भी उम्मीद है।
इस फैसले से H1-B वीजा रखने वाले भारतीयों को काफी लाभ मिलेगा। आगे चलकर इस सुविधा का अन्य श्रेणियों में भी विस्तार किया जा सकता है।
जानकारी
वाणिज्य दूतावास खोलने पर शुरू हो सकता है काम
बतौर रिपोर्ट्स, दोनों देश बेंगलुरू और अहमदाबाद में नए अमेरिकी वाणिज्य दूतावास खोलने को लेकर भी काम शुरू कर सकते हैं। इसके साथ ही अमेरिका में भारत के 2 नए वाणिज्य दूतावासों को खोलने की घोषणा किए जाने की भी उम्मीद है।
यात्रा
न्यूजबाइट्स प्लस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जून में अमेरिका का दौरा किया था। इस दौरान दोनों देशों के बीच संबंधों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई समझौतों पर हस्ताक्षर हुए थे। इनमें रक्षा, अंतरिक्ष सहयोग और निवेश से संबंधित समझौते शामिल थे।
2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से प्रधानमंत्री मोदी 5 बार अमेरिका की यात्रा कर चुके हैं, लेकिन उनकी अमेरिका की यह पहली राजकीय यात्रा थी। उन्होंने दूसरी बार अमेरिकी संसद को भी संबोधित किया था।