यूक्रेन से युद्ध लड़ने के लिए धोखे से रूस कैसे भेजे गए भारतीय, CBI ने बताया
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने मानव तस्करी से जुड़े एक अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। ये गिरोह विदेशों में नौकरी और पढ़ाई की आड़ में भारतीयों को रूस ले जाता था फिर जबरन उन्हें युद्ध लड़ने पर मजबूर किया जाता था। CBI ने इस संबंध में 7 राज्यों की 15 जगहों पर छापा मारा था। बता दें कि अब तक करीब 35 भारतीय युवाओं को धोखे से रूस भेजा गया है।
ऐसे हुआ भारतीयों के साथ धोखा
रिपोर्ट के मुताबिक, एजेंटों ने छात्रों को रियायती दरों और फीस में छूट का लालच देकर रूस के निजी विश्वविद्यालय में प्रवेश दिलाने की बात कही। इनमें से कई विश्वविद्यालय तो बस कागजों में हैं। रूस पहुंचने पर इन लोगों के पासपोर्ट एजेंट द्वारा जब्त कर लिए जाते थे और जबरन रूस की सेना में भर्ती किया जाता था। इसके बाद इन्हें रूस की सेना की वर्दी पहनाकर अग्रिम मोर्चे पर लड़ाई के लिए भेजा जा रहा था।
17 कंपनियां, 2 रूसी एजेंट रडार पर
अधिकारियों ने बताया कि रूस में रहने वाली एजेंट क्रिस्टीना और मोइनुद्दीन छीपा युवकों को रूस भेजते थे। इसके अलावा 17 कंपनियां/निदेशक भी CBI की रडार पर हैं। इनमें से दिल्ली स्थित एक कंपनी ने 180 लोगों को रूस भेजा, जिनमें से ज्यादातर स्टूडेंट वीजा पर थे। ये नेटवर्क मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, रूस, दुबई और केरल में फैला है। CBI ने इस मामले में आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और मानव तस्करी से संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
50 लाख रुपये और संदिग्ध दस्तावेज जब्त
CBI ने छापेमारी के बाद 50 लाख रुपये बरामद किए हैं। इसके अलावा संदिग्ध दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड, लैपटॉप, मोबाइल फोन और डेस्कटॉप भी जब्त किए गए हैं। कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिए जाने की खबर है। CBI ने कहा, "आरोपी व्यक्तियों ने स्वयं और एजेंटों के माध्यम से भारतीय नागरिकों को रूसी सेना, सुरक्षा गार्ड, सहायक और शिक्षा से संबंधित नौकरियां दिलाने के बहाने रूस में तस्करी की और उनसे भारी रकम वसूल की गई।"
किन लोगों पर दर्ज हुई FIR?
CBI ने दिल्ली स्थित RAS ओवरसीज फाउंडेशन और इसके निदेशक सुयश मुकुट, मुंबई में OSD ब्रदर्स ट्रैवल्स एंड वीजा सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड और इसके निदेशक राकेश पांडे, चंडीगढ़ स्थित एडवेंचर वीजा सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड और इसके निदेशक मंजीत सिंह, दुबई स्थित बाबा व्लॉग्स ओवरसीज रिक्रूटमेंट सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड और इसके निदेशक फैसल अब्दुल मुतालिब खान, चेन्नई की श्रीविद्या, पंजाब के मंजीत सिंह और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
35 लोग धोखे से भेजे गए रूस-यूक्रेन
अभी तक की जांच में सामने आया है कि करीब 35 लोगों को रूस और यूक्रेन भेजा गया है। ये लोग कौन हैं और इन्हें भेजे जाने में दूतावास की भूमिका की भी जांच की जा रही है। हैदराबाद और सूरत के रहने वाले 2 युवकों की मौत भी हो गई है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि अब तक करीब 20 भारतीय नागरिकों ने वापसी के लिए मदद मांगी है।