मणिपुर में सेना के जूनियर कमीशंड अधिकारी का अपहरण, तलाश शुरू
मणिपुर में जातीय हिंसा की आग अभी ठंडी नहीं हुई है। शुक्रवार सुबह थौबल जिले में भारतीय सेना के एक जूनियर कमीशंड अधिकारी (JCO) को उनके आवास से अपहरण कर लिया गया। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, अधिकारी घाटी जिले थौबल के निवासी हैं। वह फिलहाल छुट्टी पर थे। शुक्रवार सुबह करीब 9:00 बजे वाहन पर बैठकर आए अपहरणकर्ता उन्हें अपने साथ ले गए। अपहरण का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है। अधिकारी की तलाश जारी है।
राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की हो रही जांच
रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारी को ढूंढने के लिए सभी सुरक्षा बलों की ओर से संयुक्त अभियान चलाया जा रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग 102 पर सभी वाहनों की तलाशी ली जा रही है। अपहरण की घटनाओं पर मणिपुर के पुलिस महानिरीक्षक (IGP) आईके मुइवा ने भी चेतावनी दी थी कि ऐसी घटनाओं के लिए घाटी के उन जिलों में केंद्रीय बलों की उपस्थिति की आवश्यकता होगी, जहां पुलिस अपने कर्तव्य को निभाने में सक्षम नहीं है।
10 दिन पहले हुआ था ASP का अपहरण
अभी 10 दिन पहले इंफाल में एक कट्टरपंथी मैतेई संगठन के सदस्यों अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) का उनके आवास से अपहरण कर लिया था। घटना 27 फरवरी को हुई थी। अपहरण करने वाले अरमबाई तेंगगोल के सशस्त्र सदस्यों के रूप में पहचाने गए थे। अपहरणकर्ता हमला कर उनके साथ एक इंस्पेक्टर को भी ले गए थे। पुलिस अधिकारी को बचा लिया गया है। हालांकि, उनको काफी चोट आई है, जिस कारण वह अस्पताल में भर्ती हैं।
मणिपुर में तनाव बरकरार
मणिपुर में कुकी-मैतेई समुदायों के बीच जातीय हिंसा 3 मई, 2023 से शुरू हई, तब से तनाव बना है। अब तक 200 से अधिक लोग मारे गए हैं। मणिपुर में 53 प्रतिशत मैतेई आबादी इंफाल में, जबकि नागा-कुकी सहित 40 प्रतिशत आदिवासी पहाड़ पर है।