रूस-यूक्रेन युद्ध में मध्यस्थता करेगा चीन, दोनों देशों में भेजेगा विशेष राजदूत
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के राजनीतिक समाधान के लिए चीन दोनों देशों में अपना विशेष राजदूत भेजेगा। चीन के विदेश मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की है। चीन ने कहा कि वो यूक्रेन संकट के राजनीतिक समाधान तक पहुंचने में मदद करने के प्रयास में यूक्रेन और रूस में एक विशेष राजदूत भेज रहा है। अगले हफ्ते की शुरुआत में यह राजदूत दोनों देशों के दौरे पर रवाना हो जाएगा।
चीन स्थिति को बढ़ने से रोकना चाहता है- विदेश मंत्रालय
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि 15 मई से राजदूत ली हुई यूरेशियन मामलों के लिए चीनी सरकार के विशेष प्रतिनिधि के तौर पर यूक्रेन, फ्रांस, जर्मनी, रूस और पोलैंड का दौरा करेंगे। वेनबिन ने कहा, "इन देशों में चीनी प्रतिनिधि की यात्रा शांति और वार्ता को बढ़ावा देने के लिए चीन की प्रतिबद्धता को व्यक्त करती है। चीन स्थिति को और खराब से रोकना चाहता है।"
हाल ही में यूरोप यात्रा से लौटे हैं चीन के विदेश मंत्री
इसी सप्ताह चीन के विदेश मंत्री किन गैंग यूरोप यात्रा से लौटे हैं। यात्रा के दौरान उन्होंने जर्मनी, फ्रांस और नॉर्वे में अपने समकक्षों के साथ बैठकें की थीं। विदेश मंत्री की यात्रा के ठीक बाद चीन अपने विशेष राजदूत को भेज रहा है। बता दें कि राजदूत ली धाराप्रवाह रूसी भाषा बोलते हैं और वे रूस में चीन के राजदूत के रूप में 10 साल काम कर चुके हैं। वे 2019 से यूरेशियन संबंधित मामलों के विशेष दूत हैं।
चीनी राष्ट्रपति ने यूक्रेनी राष्ट्रपति से की थी फोन पर बात
बता दें कि अप्रैल में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की से फोन पर बात की थी। युद्ध शुरू होने के बाद ये पहली बार था, जब दोनों नेताओं ने एक-दूसरे से बात की थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फोन पर जिनपिंग ने युद्ध में मध्यस्थता करने और विशेष दूत भेजने की पेशकश की थी। चीन के इस फैसले को जिनपिंग और जेलेंस्की के बीच हुई बातचीत का अगला कदम माना जा रहा है।
कब से चल रहा है रूस-यूक्रेन युद्ध?
24 फरवरी, 2022 से रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है। अब तक इसमें दोनों देशों के करीब 3.50 लाख सैनिक हताहत हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र (UN) के अनुसार, युद्ध के कारण 1.86 करोड़ लोग यूक्रेन छोड़ कर जा चुके हैं। चीन इस युद्ध में शुरुआत से ही रूस के साथ खड़ा दिखा है। चीन ने यूक्रेन पर रूस के हमले को 'आक्रमण' बताने से भी इनकार किया है। इस दौरान दोनों देशों के बीच व्यापार भी बढ़ा है।
सऊदी अरब-ईरान के बीच मध्यस्थता करा चुका है चीन
चीन ने इसी साल मार्च में सऊदी अरब और ईरान के बीच 7 साल बाद ऐतिहासिक मध्यस्थता कराई थी। चीन में दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच चार दिन की बातचीत के बाद दोनों ने कूटनीतिक रिश्ते बहाल करने की घोषणा की थी। इस फैसले का कई खाड़ी देशों ने स्वागत किया था। बता दें कि 2016 के बाद से दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध समाप्त हो गए थे।