रूस से ज्यादा तेल आयात कर रहा भारत, न्यूनतम स्तर पर पहुंची OPEC की हिस्सेदारी
भारत की रूस से तेल की खरीदारी लगातार बढ़ने के कारण पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन OPEC के सदस्यों से कच्चे तेल का आयात न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया है। वोर्टेक्सा लिमिटेड के आंकड़ों के अनुसार, भारत द्वारा अप्रैल में किए गए तेल के कुल आयात में OPEC देशों की हिस्सेदारी गिरकर सिर्फ 46 प्रतिशत रह गई है। वहीं रूस से किया जा रहा आयात इराक और सऊदी अरब के संयुक्त आयात से भी ज्यादा हो चुका है।
यूक्रेन युद्ध के बाद OPEC देशों की हिस्सेदारी में हुई गिरावट
बता दें कि एक समय में OPEC देशों की भारत द्वारा आयात किए गए कच्चे तेल में 90 प्रतिशत की हिस्सेदारी थी। पिछले साल फरवरी में यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद रूस से कच्चा तेल छूट पर उपलब्ध होने के बाद से इसमें लगातार गिरावट देखी गई है। मुख्य रूप से मध्य पूर्व एशिया और अफ्रीका के देशों की अप्रैल, 2022 में भारत द्वारा आयात किए गए कच्चे तेल में करीब 72 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।
अप्रैल में OPEC देशों से प्रतिदिन आयात किए गए 21 लाख बैरल
आंकड़ों के मुताबिक, भारत ने अप्रैल में प्रतिदिन 46 लाख बैरल तेल आयात किया। वोर्टेक्सा के मुताबिक, OPEC देशों ने इसमें से 21 लाख बैरल तेल की आपूर्ति की थी, जो कुल आयात का करीब 46 है। वहीं पिछले साल फरवरी में कुल आयात में करीब 1 प्रतिशत की हिस्सेदारी रखने वाले रूस से अप्रैल में प्रतिदिन 16.8 लाख बैरल तेल की आपूर्ति हुई। यह कुल आयात का करीब 36 प्रतिशत है।
अन्य देशों पर पड़ा रूस से किए गए आयात का असर
भारत ने मार्च, 2022 में रूस से प्रतिदिन सिर्फ 68,600 बैरल तेल का आयात किया था और इस साल यह खरीद बढ़कर प्रतिदिन 16,78,000 बैरल हो गई है। रूस से कच्चे तेल के आयात में बढ़ोतरी का असर अन्य देशों से आयात पर पड़ा है। मार्च में रूस से किया गया यह इराक और सउदी अरब के संयुक्त आयात से भी ज्यादा हो गया था। वहीं अमेरिका से किए जा रहे आयात में भी काफी गिरावट हुई।
विशेषज्ञों की क्या राय है?
वोर्टेक्सा की एशिया-प्रशांत इकाई की प्रमुख सेरेना हुआंग ने कहा, "भारत में OPEC देशों की कच्चे तेल की हिस्सेदारी गिरकर 46 प्रतिशत हो गई है, जो एक साल पहले के 72 प्रतिशत से काफी कम है। हुआंग ने आगे कहा, "OPEC देशों को बाजार में हिस्सेदारी वापस जीतने में एक कठिन लड़ाई का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि तेल कंपनियां आखिरकार उस कच्चे तेल को ही खरीदेंगे जो उन्हें उच्चतम मुनाफा प्रदान करेगा।"
दुनिया में कच्चे तेल का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक है रूस
अमेरिका और सऊदी अरब के बाद रूस दुनिया में कच्चे तेल का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक है और वह रोजाना करीब 50 लाख बैरल कच्चे तेल का निर्यात करता है। इसमें से 50 प्रतिशत से अधिक हिस्सा यूरोप को सप्लाई होता है। वहीं भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल खपत करने वाला देश है। बता दें कि भारत अपनी जरूरत का करीब 85 प्रतिशत कच्चा तेल अन्य देशों से आयात करता है।
OPEC में कौन से देश हैं शामिल?
OPEC में वर्तमान में 13 देश शामिल हैं। यह 13 देश सऊदी अरब, अल्जीरिया, ईरान, इराक, कुवैत, अंगोला, संयुक्त अरब अमीरात (UAE), नाइजीरिया, लीबिया, वेनेजुएला, गबोन, गिनी और कांगो हैं। बता दें कि कतर 2018 में OPEC से बाहर हो गया था।