#NewsBytesExplainer: रूस का बखमुत पर कब्जे का दावा, रूस-यूक्रेन के लिए क्यों अहम है यह शहर?
क्या है खबर?
रूस और यूक्रेन के बीच 15 महीने से ज्यादा समय से चल रहे युद्ध के बीच रूस ने अहम दावा किया है।
रूस की निजी सेना 'वैगनर' के प्रमुख ने दावा किया कि उसने पूर्वी यूक्रेनी शहर बखमुत पर पूर्ण नियंत्रण कर लिया है। हालांकि, रूसी सेना के इस दावे को यूक्रेन ने खारिज करते हुए कहा कि लड़ाई अभी जारी है और यूक्रेनी सैनिक लड़ रहे हैं।
समझते हैं युद्ध में दोनों देशों के लिए बखमुत कितना अहम है।
दावा
रूस ने किया बखमुत पर नियंत्रण का दावा
'वैगनर' के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन ने एक वीडियो जारी कर बखमुत शहर पर नियंत्रण का दावा किया। उन्होंने कहा कि बखमुत शहर शनिवार दोपहर में पूरी तरह से रूसी नियंत्रण में आ गया है।
उन्होंने कहा, "आज 20 मई को, दोपहर के आसपास बखमुत को पूरी तरह से कब्जे में ले लिया है। 25 मई तक हम पूरी तरह से बखमुत की जांच करेंगे और रक्षा सुनिश्चित करने के बाद शहर को रूसी सेना को सौंप देंगे।"
जवाब
रूस के दावे पर यूक्रेन ने क्या कहा?
बखमुत पर रूस के दावे के बाद यूक्रेन का भी बयान सामने आया है। यूक्रेन की उप रक्षा मंत्री हन्ना मलियार ने कहा कि बखमुत में अभी लड़ाई जारी है।
उन्होंने कहा, "स्थिति गंभीर है और इस क्षेत्र में कुछ औद्योगिक और बुनियादी सुविधाओं पर हमारे सुरक्षाबलों का नियंत्रण है।"
यूक्रेन के पूर्वी कमान के प्रवक्ता सेर्ही चेरेवत्यी ने भी कहा कि प्रिगोझिन का दावा सच नहीं है और अभी लड़ाई चल रही है।
बधाई
पुतिन ने दी बधाई
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बखमुत पर कथित नियंत्रण को लेकर वैगनर सेना और रूसी सैनिकों की टीम को बधाई दी।
क्रेमलिन के एक बयान में कहा गया है कि पुतिन वैगनर टीमों के साथ-साथ सभी रूसी सैनिकों को बधाई देते हैं, जिन्होंने आवश्यक सहायता प्रदान की।
बयान में कहा गया है कि जिसने लड़ाई में खुद को साबित किया है, उसको सम्मानित करने के लिए सिफारिश की जाएगी। रूसी समाचार एजेंसी TASS ने यह जानकारी दी है।
बखमुत
कहां है बखमुत?
बखमुत शहर दोनेत्सक के पूर्वी भाग में यूक्रेनी राजधानी कीव से 643 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में और लुहान्स्क क्षेत्र की सीमा से 17 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह एक औद्योगिक शहर है और यहां ज्यादातर रूसी भाषा बोलने वाले लोग रहते हैं।
युद्ध से पहले यहां करीब 71,000 लोग रहते थे, लेकिन वर्तमान में यहां 4,000 से भी कम लोग रह रहे हैं। भौगोलिक स्थिति और संसाधनों की वजह से यह शहर काफी अहम है।
कब्जा
बखमुत से दो शहरों पर कब्जे का रास्ता होगा आसान
बखमुत पर नियंत्रण से रूस के लिए दोनेत्सक क्षेत्र में क्रामटोरस्क और स्लोवियनस्क शहर पर कब्जा करने का रास्ता आसान होगा।
बखमुत पर कब्जे के बाद ये दोनों शहर रूस के टैंकों की रेंज में आ जाएंगे।
रूस लंबे समय से इन दो शहरों पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है। इसी वजह से यूक्रेन के लिए भी बखमुत अहम है, क्योंकि बखमुत का हाथ से जाना यानी दो और शहरों का हाथ से निकल जाना है।
खदान
खदानों का शहर है बखमुत
जंग में बखमुत इसलिए भी अहम है क्योंकि यहां नमक और जिप्सम की कई खदानें हैं। इन खदानों पर किसी भी देश का नियंत्रण फायदे का सौदा साबित हो सकता है।
'वैगनर' समूह पहले ही कह चुका है कि वो इन खदानों पर कब्जा कर युद्ध में हुए नुकसान की भरपाई करेगा। अगर यह शहर यूक्रेन के हाथ से जाता है तो यूक्रेन को आर्थिक मोर्चे पर भी नुकसान होगा।
जीत
प्रतीकात्मक और मनोवैज्ञानिक जीत के लिए अहम
यूक्रेन संकट का केंद्र रहे बखमुत शहर का जंग में प्रतीकात्मक महत्व भी है। यहां 8 महीने तक चले भीषण संघर्ष में दोनों ओर के हजारों सैनिक मारे गए हैं।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने बखमुत को प्रतिरोध का प्रतीक बना दिया है और वे बखमुत को मनोबल का किला कह चुके हैं।
इस लिहाज से बखमुत पर रूस का नियंत्रण यूक्रेन के मनोबल को कम कर सकती है और रूसी सैनिकों का मनोबल बढ़ सकता है।
जानकारी
कब से चल रहा है रूस-यूक्रेन युद्ध?
24 फरवरी, 2022 से रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है। अब तक इसमें दोनों देशों के करीब 3.50 लाख सैनिक हताहत हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र (UN) के अनुसार, युद्ध के कारण 1.86 करोड़ लोग यूक्रेन छोड़ कर जा चुके हैं।