
अमेरिकी टैरिफ के खिलाफ एकजुट हुए चीन, जापान और दक्षिण कोरिया, कर सकते हैं बड़ा समझौता
क्या है खबर?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2 अप्रैल से सभी देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। यानी जो देश अमेरिका पर जितना टैरिफ लगाते हैं, अमेरिका भी उन पर समान टैरिफ लगाएगा।
इससे निपटने के लिए देशों ने कमर कसना शुरू कर दी है। खबर है कि जापान और दक्षिण कोरिया जैसे अमेरिका के मित्र देश टैरिफ को लेकर चीन के साथ हाथ मिलाने की तैयारी कर रहे हैं।
समझौता
मुक्त व्यापार समझौता कर सकते हैं तीनों देश- रिपोर्ट
चीन के सरकारी प्रसारक CCTV के मुताबिक, चीन, जापान और दक्षिण कोरिया ने अमेरिकी टैरिफ का संयुक्त रूप से जवाब देने पर सहमति व्यक्त की है।
दरअसल, 30 मार्च को तीनों देशों के वाणिज्य मंत्रियों के बीच चीन में बैठक हुई थी। इसमें तीनों देशों ने मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर चर्चा को आगे बढ़ाने का फैसला लिया है।
तीनों देश आपूर्ति श्रृंखलाओं पर सहयोग को गहरा करने और निर्यात नियंत्रण पर बातचीत जारी रखने पर सहमत हुए हैं।
बैठक
बैठक में किन मुद्दों पर बनी सहमति?
दक्षिण कोरिया के व्यापार मंत्री आह्न डुक-ग्यून ने कहा, "हमें क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी (RCEP) को मजबूत करना होगा, जिसमें तीनों देश शामिल हैं और FTA के जरिए व्यापार सहयोग का विस्तार करना होगा।"
बता दें कि RCEP में इन तीनों देशों के अलावा अन्य एशियाई देश भी शामिल हैं, जिसकी अगली बैठक जापान होनी है।
चीन ने कहा कि तीनों देश आपूर्ति श्रृंखलाओं पर सहयोग को गहरा करने और निर्यात नियंत्रण पर बातचीत जारी रखने पर सहमत हुए हैं।
रणनीति
क्या है तीनों देशों की रणनीति?
रिपोर्ट के मुताबिक, बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि जापान और दक्षिण कोरिया चीन से सेमीकंडक्टर के कच्चे माल का आयात करेंगे। बदले में चीन जापान और दक्षिण कोरिया से चिप उत्पाद खरीदेगा।
तीनों देश व्यापार बढ़ाकर अमेरिकी बाजार पर निर्भरता कम करेंगे, ताकि ट्रंप के टैरिफ का असर कम हो सके।
चीन पहले ही अमेरिकी उत्पादों पर अतिरिक्त टैरिफ लगा चुका है। अब जापान और दक्षिण कोरिया भी ऐसा करेंगे।
टैरिफ
टैरिफ को लेकर ट्रंप ने क्या ऐलान किया है?
ट्रंप ने 2 अप्रैल से रेसिप्रोकल टैरिफ लागू करने का ऐलान किया है। इस सूची में भारत भी शामिल है।
इसके तहत अमेरिका में आयात होने वाली कई वस्तुओं खासतौर से ऑटोमोबाइल और ऑटो पार्ट्स पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की है।
इसके अलावा चीन, मेक्सिको और कनाडा जैसे देशों पर ट्रंप ने पहले ही टैरिफ का ऐलान कर दिया है।
ट्रंप का कहना है कि इससे अमेरिका में उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और व्यापार घाटा कम होगा।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
FTA 2 या 2 से ज्यादा देशों के बीच व्यापार को आसान बनाने के लिए किया जाता है।
इसके तहत आयात और निर्यात शुल्क को कम कर या खत्म कर देशों के बीच वस्तुओं और सेवाओं का व्यापार बहुत कम या बिना किसी टैरिफ बाधाओं के किया जा सकता है।
इसके अंतर्गत सरकारी शुल्क, कोटा और सब्सिडी जैसे प्रावधान किये जाते हैं। भारत के कई देशों के साथ इस तरह के समझौते हैं।