
क्या है 'ट्रंप डिरेंजमेंट सिंड्रोम', जिसे रिपब्लिकन सांसद मानसिक बीमारी बनाने पर दे रहे जोर?
क्या है खबर?
अमेरिका सहित पूरी दुनिया में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विरोधियों में उनका खौफ इस कदर बढ़ गया है कि उनका नाम सुनते ही उन्हें गुस्सा आने लगा है।
रिपब्लिकन पार्टी के सांसद अब इसे 'ट्रंप डिरेंजमेंट सिंड्रोम' का नाम दे रहे हैं और इसे एक मानसिक बीमारी घोषित करने की मांग कर रहे हैं।
इसके लिए मिनेसोटा के 5 रिपब्लिकन सांसदों ने एक विधेयक प्रस्ताव भी प्रस्तुत कर दिया है। आइए जानते हैं 'ट्रंप डिरेंजमेंट सिंड्रोम' क्या है।
विधेयक
इन सांसदों ने प्रस्तुत किया विधेयक
मिनेसोटा के 5 रिपब्लिकन सीनेटर एरिक लुसेरो, स्टीव ड्रेजकोव्स्की, नाथन वेसेनबर्ग, जस्टिन ईचोर्न और ग्लेन एच ग्रुएनहेगन द्वारा प्रस्तुत विधेयक को सोमवार को समीक्षा के लिए मिनेसोटा की सीनेट स्वास्थ्य और मानव सेवा समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया है।
अब इस विधेयक की समीक्षा की जाएगी। अगर, यह पारित हो जाता है, तो यह कानूनी और चिकित्सा चर्चाओं में तथाकथित बीमारी को स्वीकार करेगा।
अमेरिका में अब इस विधेयक प्रस्ताव पर काफी चर्चा हो रही है।
सवाल
'ट्रंप डिरेंजमेंट सिंड्रोम' क्या है?
मिनेसोटा विधेयक के अनुसार, ट्रंप डिरेंजमेंट सिंड्रोम (TDS) को सामान्य व्यक्तियों में मानसिक उन्माद की तीव्र शुरुआत के रूप में वर्णित किया गया है, जो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों के प्रति प्रतिक्रिया है। यह लोगों को नीतिगत मतभेदों और मानसिक विकृति के संकेतों के बीच अंतर करने में असमर्थ बनाता है।
पत्रकार फरीद जकारिया ने इसे राष्ट्रपति ट्रंप के प्रति तीव्र नफरत के रूप में परिभाषित किया है, जो लोगों के निर्णय को प्रभावित करती है।
इस्तेमाल
कब से हो रहा है 'ट्रंप डिरेंजमेंट सिंड्रोम' शब्द का इस्तेमाल?
'ट्रंप डिरेंजमेंट सिंड्रोम' शब्द का इस्तेमाल सालों से ट्रंप और उनके समर्थक आलोचकों का मजाक उड़ाने और बदनाम करने के लिए करते रहे हैं।
2018 में ट्रंप ने हेलसिंकी में अपने विवादास्पद रूस-अमेरिका शिखर सम्मेलन के बाद इस शब्द का इस्तेमाल किया था।
उन्होंने कहा था, "कुछ लोग इससे नफरत करते हैं कि मैं रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ अच्छी तरह मिला। वे इसे देखने की बजाय युद्ध में जाना पसंद करते हैं। इसे ट्रंप डिरेंजमेंट सिंड्रोम कहा जाता है!"
शुरुआत
पूर्व राष्ट्रपति बुश के समय से है डिरेंजमेंट सिंड्रोम की जड़
भले ही 'ट्रंप डिरेंजमेंट सिंड्रोम' शब्द हाल के वर्षों में व्यापक रूप से चलन में आया है, लेकिन मूलतः यह शब्द उनके आलोचकों का वर्णन करने के लिए नहीं गढ़ा गया था।
यह शब्द पहली बार 2003 में सामने आया था, जब दिवंगत राजनीतिक टिप्पणीकार चार्ल्स क्राउथैमर ने राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के प्रति चरम प्रतिक्रियाओं का वर्णन करने के लिए "बुश डिरेंजमेंट सिंड्रोम" शब्द का प्रयोग किया था।
मिनेसोटा विधेयक में भी उसी भाषा का प्रयोग किया गया है।
संभावना
क्या पास हो पाएगा विधेयक प्रस्ताव?
इस विधेयक को काफी संघर्ष करना पड़ रहा है। मिनेसोटा सीनेट में डेमोक्रेट-गठबंधन वाली पार्टियों के पास सिर्फ एक सीट का बहुमत है, इसलिए इसके पारित होने की संभावना नहीं है।
इस बीच, मिनेसोटा हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में बराबर की हिस्सेदारी है, जिसमें डेमोक्रेटिक-फार्मर-लेबर पार्टी (DFL) और रिपब्लिकन दोनों के पास 67-67 सीटें हैं।
DFL और अन्य स्थानीय दलों ने इस विधेयक प्रस्ताव की कड़ी आलोचना करते हुए इसे खारिज करने की मांग की है।
तर्क
विधेयक को लेकर क्या हो रही है आलोचना?
DFL और अन्य स्थानीय दलों के नेताओं का तर्क है कि TDS एक मान्यता प्राप्त चिकित्सा स्थिति नहीं है और कोई भी नैदानिक डाटा इसके अस्तित्व का समर्थन नहीं करता है।
उनका कहना है कि यह राजनीतिक लेबल है जिसका उपयोग ट्रंप की आलोचना को खारिज करने के लिए किया जाता है।
कुछ सीनेटरों का सुझाव है कि TDS उन कट्टर ट्रंप समर्थकों पर लागू हो सकता है जो तथ्यों या परिणामों की परवाह किए बिना उनका बचाव करते हैं।