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    कीड़ों में होता है मांस से ज्यादा प्रोटीन, धरती को बचाए रखने में भी सहायक 
    मांस की तुलना में इन कीड़ों का सेवन है अधिक फायदेमंद

    कीड़ों में होता है मांस से ज्यादा प्रोटीन, धरती को बचाए रखने में भी सहायक 

    लेखन गौसिया
    Aug 11, 2023
    06:14 pm

    क्या है खबर?

    अगर हम आपको जमीन पर रेंगने वाले या उड़ने वाले कीड़ों को खाने के लिए कहें तो क्या आप उन्हें खा सकते हैं? ज्यादातर लोगों का जवाब न होगा, लेकिन कई देशों में इन्हें खाना सामान्य बात है।

    इतना ही नहीं, इन कीड़ों को खाने से धरती को बचाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाई जा सकती है।

    यकीनन आपको इस पर विश्वास नहीं हो रहा होगा, लेकिन सच्चाई यही है।

    आइये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

    प्रोटीन 

    क्या मांस से ज्यादा होती है कीड़ों में प्रोटीन की मात्रा?

    यूरोपियन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित 2016 के एक अध्ययन के मुताबिक, कीड़ों में मांस से ज्यादा प्रोटीन होता है।

    प्रति 100 ग्राम कीड़े में 9.96 से 35.2 ग्राम प्रोटीन होता है, जबकि मांस केवल 16.8 से 20.6 ग्राम प्रोटीन ही दे सकता है।

    इंसानों द्वारा खाए जाने वाले लोकप्रिय कीड़ों में झींगुर, दीमक और कई प्रकार की चींटियां शामिल हैं।

    ये प्रोटीन के अलावा कई पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।

    लाभ

    कीड़े खाने से पर्यावरण को मिलने वाले लाभ 

    पशु-आधारित मांस की तुलना में कीड़ों को पालने और पैदा करने में लगने वाले संसाधन काफी कम होते हैं।

    मवेशियों की तुलना में भी कीड़ों को पालने के लिए काफी कम संसाधनों की जरूरत होती है।

    कीड़े कम ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन करते हैं और उन्हें मवेशियों की तुलना में कम भूमि की जरूरत होती है।

    जलवायु परिवर्तन और जनसंख्या वृद्धि जैसी चुनौतियों के बीच मांस की जगह कीड़ें खाना धरती के लिए बढ़िया कदम हो सकता है।

    खतरा

    भविष्य में होने वाले इस खतरे से बचा सकता है कीड़ों का सेवन

    2050 तक दुनिया की जनसंख्या 1,000 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है, यानी 2010 से 300 करोड़ की वृद्धि। इसके कारण भविष्य में प्रोटीन की मांग उत्पादन से अधिक हो जाएगी।

    प्रोटीन के बिना हमारा शरीर पोषण के लिए आवश्यक अमीनो एसिड नहीं बना पाएगा।

    इस कारण लंबे समय तक जिंदा रहने के लिए हमें खाद्य उत्पादन बढ़ाना होगा और कार्बन उत्सर्जन में कटौती करनी होगी।

    इसके लिए ये कीड़े हमारी मदद कर सकते हैं।

    समाधान

    प्रोटीन की कमी दूर कर सकते हैं ये कीड़े 

    अमेरिका स्थित इलिनोइस-शैंपेन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने शरीर में प्रोटीन की जरूरत के लिए मीलवर्म कीड़े का सुझाव दिया है।

    बकरियों और मुर्गियों जैसे पारंपरिक स्रोतों को कीड़ों से बदलने से प्रोटीन के साथ-साथ कई पोषण लाभ मिलते हैं।

    दरअसल, दुनिया को लगातार बढ़ती आबादी के लिए भोजन का उत्पादन करने में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में डाइट में कीड़ों को शामिल करना एक स्वस्थ और स्थायी भविष्य की दिशा में बड़ा कदम होगा।

    जानकारी

    इन देशों में इंसान लंबे समय से खाते आ रहे हैं ये कीड़े

    जानकारी के मुताबिक, अफ्रीका, एशिया और दक्षिण अमेरिका जैसे देशों के कई हिस्सों में इंसान बहुत लंबे समय से इन कीड़ों को खाते आ रहे हैं।

    आंकड़ों की बात करें तो 200 करोड़ से अधिक लोग यानी वैश्विक आबादी का एक चौथाई हिस्सा इन कीड़ों को खाते हैं।

    इलिनोइस-शैंपेन विश्वविद्यालय के मुताबिक, ये कीड़े भूख और कुपोषण के खिलाफ एक अच्छा समाधान हैं।

    ये पौष्टिक होने के साथ-साथ उत्पादन के लिए पर्यावरण के अनुकूल भी हैं।

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