NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / राजनीति की खबरें / #NewsBytesExplainer: महुआ मोइत्रा को लोकसभा से क्यों निष्कासित किया गया और मामले में कब क्या हुआ?
    अगली खबर
    #NewsBytesExplainer: महुआ मोइत्रा को लोकसभा से क्यों निष्कासित किया गया और मामले में कब क्या हुआ?
    TMC नेता महुआ मोइत्रा को लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया है

    #NewsBytesExplainer: महुआ मोइत्रा को लोकसभा से क्यों निष्कासित किया गया और मामले में कब क्या हुआ?

    लेखन मुकुल तोमर
    Dec 08, 2023
    07:28 pm

    क्या है खबर?

    पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में आज तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा को लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया।

    सदन की आचार समिति की रिपोर्ट के आधार पर महुआ के खिलाफ ये कार्रवाई हुई है और समिति ने जांच के बाद उन्हें निष्कासित करने की सिफारिश की थी।

    महुआ ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए अपने खिलाफ कार्रवाई को गलत बताया है।

    आइए जानते हैं कि महुआ पर क्या आरोप थे और क्या-क्या हुआ।

    शुरुआत

    कैसे और कब हुई मामले की शुरुआत?

    पूरे मामले की शुरुआत अक्टूबर में महुआ के पूर्व प्रेमी और सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्रई की शिकायत से हुई।

    देहाद्रई ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे को एक पत्र लिखते हुए कहा कि महुआ ने लोकसभा पोर्टल के अपने अकाउंट का आईडी-पासवर्ड हीरानंदानी समूह के CEO दर्शन हीरानंदानी को दे रखा है और वो इसके जरिए अडाणी समूह के खिलाफ सवाल पूछते हैं।

    उन्होंने कहा कि इसके बदले हीरानंदानी महुआ को नकद और उपहार देते हैं।

    आरोप

    देहाद्रई ने और क्या आरोप लगाए थे?

    देहाद्रई के अनुसार, महुआ ने अपने कार्यकाल के दौरान जो 61 सवाल पूछे, उनमें से लगभग 50 हीरानंदानी के थे। उन्होंने कहा कि हीरानंदानी अपने हित में और प्रतिद्वंद्वी अडाणी समूह के खिलाफ सवाल पूछते थे।

    देहाद्रई ने ये भी दावा कि उनके पास महुआ के हीरानंदानी से रिश्वत लेने के पुख्ता सबूत हैं और वे उन फोन कॉल के गवाह हैं, जिनमें महुआ और हीरानंदानी ने ये पूरी साजिश रची।

    जानकारी

    17 अक्टूबर को आचार समिति को भेजा गया मामला

    दुबे ने देहाद्रई की इस शिकायत के आधार पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखा और उनसे मामले में जांच और कार्रवाई की मांग की। दुबे की मांग पर लोकसभा अध्यक्ष ने 17 अक्टूबर को मामले को आचार समिति के पास भेज दिया।

    आरोप

    हीरानंदानी ने आरोपों पर क्या कहा?

    आचार समिति के सामने हलफनामा दाखिल करते हुए दर्शन हीरानंदानी ने कहा कि महुआ के कहने पर उन्होंने उनके लोकसभा के अकाउंट का इस्तेमाल करके अडाणी समूह के खिलाफ सवाल किए थे।

    उन्होंने महुआ को उपहार देने और उनकी यात्राओं का खर्च उठाने की बात भी स्वीकारी।

    हीरानंदानी ने दावा किया कि महुआ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाना चाहती थीं, लेकिन मोदी काम में कोई कसर नहीं छोड़ते, इसलिए महुआ ने गौतम अडाणी के जरिए उन्हें घेरना चाहा।

    जांच

    आचार समिति की बैठकों में कब क्या हुआ?

    मामले में आचार समिति की पहली सुनवाई 26 अक्टूबर को हुई, जिसमें देहाद्रई और दुबे पेश हुए और उन्होंने अपना पक्ष रखा।

    इसके बाद 2 नवंबर को महुआ समिति के सामने पेश हुईं। हालांकि, कुछ घंटों की पूछताछ के बाद ही उन्होंने और समिति के विपक्षी सांसदों ने बैठक से वॉकआउट कर दिया।

    उन्होंने समिति अध्यक्ष और भाजपा सांसद विनोद सोनकर पर महुआ से निजी और आपत्तिजनक सवाल पूछने का आरोप लगाया और इसे एक स्त्री का चीरहरण करार दिया।

    जानकारी

    9 नवंबर को समिति ने बहुमत से दी जांच रिपोर्ट को मंजूरी

    आचार समिति ने 9 नवंबर को जांच रिपोर्ट को मंजूरी दी। समिति के 6 सदस्यों ने रिपोर्ट के समर्थन में वोट किया, वहीं 4 सदस्यों ने इसके खिलाफ वोट किया। इसी रिपोर्ट को आज 8 दिसंबर को लोकसभा में पेश किया गया।

    कार्रवाई

    आचार समिति की रिपोर्ट में क्या कहा?

    आचार समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि महुआ के लोकसभा का अपना आईडी-पासवर्ड हीरानंदानी को देने और रिश्वत के तौर पर उनसे उपहार और नकदी लेने की पुष्टि हुई है।

    समिति ने कहा कि इस 'गंभीर दुष्कर्म' के लिए महुआ को गंभीर सजा मिलनी चाहिए और उन्हें लोकसभा से निष्कासित किया जाना चाहिए।

    उसने महुआ के इस आपत्तिजनक, अनैतिक, जघन्य और आपराधिक आचरण को देखते हुए उनके खिलाफ कानूनी, संस्थागत और समयबद्ध जांच कराने की सिफारिश भी की है।

    कार्यवाही

    लोकसभा में रिपोर्ट पर बहस में क्या-क्या हुआ?

    आचार समिति के अध्यक्ष सोनकर के रिपोर्ट पेश करने के बाद इस पर बहस हुई।

    बहस में कांग्रेस ने इस 400 पेज से अधिक की रिपोर्ट को पढ़ने के लिए 3-4 दिन का समय मांगा। इसके साथ ही उसने और TMC ने महुआ को उनका पक्ष रखने देने की अनुमति देने की मांग की।

    हालांकि, लोकसभा अध्यक्ष ने ये अनुमति देने से इनकार कर दिया।

    बहस के बाद महुआ को निष्कासित करने का प्रस्ताव ध्वनि मत से पारित हो गया।

    प्रतिक्रिया

    महुआ को आरोपों पर क्या कहना है?

    महुआ ने हीरानंदानी को लोकसभा का अपना आईडी-पासवर्ड देने की बात तो स्वीकारी है, लेकिन बाकी सभी आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि सांसदों के आईडी-पासवर्ड शेयर नहीं करने को लेकर कोई नियम नहीं है।

    उनका कहना है कि अडाणी समूह पर सवाल उठाने के लिए उन्हें निशाना बनाया गया है।

    उन्होंने ये भी कहा कि उनका देहाद्रेई से पुराना विवाद चल रहा है और बदला लेने के लिए देहाद्रेई ने ये निराधार आरोप लगाए हैं।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    महुआ मोइत्रा
    लोकसभा
    तृणमूल कांग्रेस
    #NewsBytesExplainer

    ताज़ा खबरें

    IPL 2025: दिल्ली कैपिटल्स के तेज गेंदबाज मुकेश कुमार पर लगा बड़ा जुर्माना, जानिए कारण  IPL 2025
    शेयर बाजार: 800 अंक टूटा सेंसेक्स, क्या है इस गिरावट की वजह? शेयर बाजार समाचार
    पहलगाम हमले का एक महीना: जांच कहां तक पहुंची, अब तक क्यों नहीं पकड़ाए आतंकी?  राष्ट्रीय जांच एजेंसी
    किम कार्दशियन ने 6 साल बाद पूरी की कानून की पढ़ाई, परिवार के साथ मनाया जश्न किम कार्दशियन

    महुआ मोइत्रा

    TMC सांसद महुआ मोइत्रा के रिश्वत लेकर संसद में सवाल पूछने से संबंधित विवाद क्या है? तृणमूल कांग्रेस
    रिश्वत लेकर सवाल पूछने का मामला: महुआ मोइत्रा के खिलाफ शिकायत आचार समिति को भेजी गई लोकसभा
    कौन हैं जय अनंत देहाद्रई, जिनकी वजह से महुआ मोइत्रा की बढ़ी मुसीबतें?  तृणमूल कांग्रेस
    महुआ मोइत्रा के रिश्वत लेकर सवाल पूछने के आरोपों में 26 अक्टूबर को लोकसभा की सुनवाई निशिकांत दुबे

    लोकसभा

    महिला आरक्षण विधेयक: गृह मंत्री अमित शाह बोले- भाजपा के लिए ये राजनीतिक मुद्दा नहीं अमित शाह
    महिला आरक्षण विधेयक लोकसभा से पारित महिला आरक्षण विधेयक
    #NewsBytesExplainer: परिसीमन क्या होता है और इसका महिला आरक्षण विधेयक से क्या संबंध है? परिसीमन
    संसद के अंदर भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी की विवादित टिप्पणी पर किसने क्या कहा? रमेश बिधूड़ी

    तृणमूल कांग्रेस

    पश्चिम बंगाल: TMC पर पंचायत चुनाव के टिकट बेचने का आरोप, सता रहा दल-बदल का डर पश्चिम बंगाल
    मणिपुर हिंसा: TMC ने की संसदीय स्थायी समिति की बैठक बुलाने की मांग मणिपुर
    पश्चिम बंगाल: पंचायत चुनाव से पहले हिंसा जारी, अब भाजपा उम्मीदवार के रिश्तेदार की हत्या पश्चिम बंगाल
    #NewsBytesExplainer: पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान हिंसा का इतिहास और क्या है इसका कारण?  पश्चिम बंगाल

    #NewsBytesExplainer

    #NewsBytesExplainer: इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम समझौते में क्या-क्या बातें शामिल हैं? इजरायल
    #NewsBytesExplainer: क्या है नेशनल हेराल्ड मामला, जिसमें गांधी परिवार की कंपनी की संपत्ति जब्त हुई? नेशनल हेराल्ड
    #NewsBytesExplainer: सरकार ने DGCA के निदेशक कैप्टन अनिल गिल को क्यों निलंबित किया? नागरिक उड्डयन मंत्रालय
    #NewsBytesExplainer: क्या है 9वीं अनुसूची, कैसे इससे बिहार का बढ़ा हुआ आरक्षण सुरक्षित हो सकता है? बिहार
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025