महुआ मोइत्रा को लोकसभा से निष्कासित किए जाने पर किसने क्या कहा?
तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा को शुक्रवार को लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया। आचार समिति की रिपोर्ट के आधार पर सदन ने ध्वनि मत से ये फैसला लिया। महुआ के निष्कासन पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और TMC अध्यक्ष ममता बनर्जी से लेकर कांग्रेस और विपक्षी गठंबधन INDIA में शामिल अन्य पार्टियों तक के बयान सामने आए हैं। आइए जानते हैं कि महुआ के निष्कासन पर किस नेता ने क्या कहा।
ममता बनर्जी बोलीं- ये लोकतंत्र के लिए दुर्भाग्यपूर्ण, सरासर अन्याय
ममता ने कहा, "आज मुझे भाजपा सरकार का रवैया देखकर दुख हो रहा है। उन्होंने लोकतंत्र को कैसे धोखा दिया। उन्होंने महुआ को सदन में अपना पक्ष तक रखने की अनुमति नहीं दी और ये सरासर अन्याय हुआ है।" उन्होंने कहा, "महुआ परिस्थितियों का शिकार हुई हैं। मैं इसकी कड़ी निंदा करती हूं। ये लोकतंत्र के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। हमारी पार्टी महुआ के साथ है और हम INDIA गठबंधन के साथ मिलकर लड़ाई लड़ेंगे।"
अखिलेश बोले- विपक्षी नेताओं की सदस्यता छीनने के लिए भाजपा को सलाहकार रखना चाहिए
समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, "भाजपा को विपक्षी नेताओं की सदस्यता छीनने के लिए सलाहकार रख लेना चाहिए। इससे वह अपना समय षड्यंत्रकारियों गतिविधियों से हटाकर लोकहित के कार्यों में लगा सकती है।" उन्होंने कहा, "विपक्षी नेताओं की सदस्यता जिस आधार पर ली जा रही है, अगर वो सत्तापक्ष पर लागू हो जाए तो उनके 1-2 सदस्य भी सदन में नहीं बचेंगे। सत्तापक्ष के लिए कुछ लोग सदन से अधिक सड़क पर घातक साबित होते हैं।"
शिवसेना सांसद बोलीं- सदन का निर्णय न्याय के खिलाफ गया है
शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, "जिन्होंने आरोप लगाया, वे दुबई में बैठे हैं। उन्होंने बयान दे दिया और उसके आधार पर आपने निर्णय ले लिया। ये निर्णय कहीं न कहीं न्याय के खिलाफ गया है।" उन्होंने कहा, "मैं उम्मीद करती हूं अब आने वाले समय में जब भी वो (महुआ) TMC से चुनाव लड़ेंगी तो भारी बहुमत से जीतकर सदन में आएंगी और उन्होंने अपने कार्यकाल को जिस तरीके से निभाया है, उसे निभाती रहेंगी।"
कांग्रेस ने कहा- सशक्त महिलाओं से घबराती है भाजपा
कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, "सबसे बड़ा विरोधाभास है कि एक व्यक्ति पर आपने कुछ आरोप लगाए। सभी उस पर बोल रहे थे पर उनको (महुआ) बोलने और सफाई देने का मौका नहीं दिया गया। मुझे लगता है कि ये न्यायोचित नहीं है।" उन्होंने कहा, "भाजपा सशक्त महिलाओं से घबराती हैं... सदन में जो भी अडाणी और मोदी के रिश्तों पर सवाल उठाएगा, उसके खिलाफ इस प्रकार की मनमानी कार्रवाई की जाएगी।"
क्या है पूरा मामला?
महुआ पर कारोबारी दर्शन हीरानंदानी से रिश्वत लेकर संसद में अडाणी समूह से जुड़े सवाल पूछने का आरोप है। इस संबंध में महुआ ने हीरानंदानी को अपना लोकसभा का आईडी-पासवर्ड देने की बात स्वीकारी थी, लेकिन रिश्वत लेने के आरोपों को खारिज किया था। मामले में आचार समिति ने जांच की थी, जिसने अपनी रिपोर्ट में आरोपों को सही पाते हुए महुआ को निष्कासित करने की सिफारिश की। इसी रिपोर्ट के आधार पर महुआ को निष्कासित किया गया है।