संसद के अंदर भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी की विवादित टिप्पणी पर किसने क्या कहा?
भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी के लोकसभा के अंदर बहुजन समाज पार्टी (BSP) के सांसद दानिश अली को खुलेआम धमकी देने और उनके खिलाफ नस्लीय और सांप्रदायिक टिप्पणी करने के मामले ने देश की राजनीति में भूचाल ला दिया है। विपक्षी पार्टियों और उनके नेताओं ने इस बयान की निंदा करते हुए बिधूड़ी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। आइए आपको ये पूरा मामला और इस पर विभिन्न पार्टियों और नेताओं की प्रतिक्रियाओं के बारे में बताते हैं।
कैसे हुई विवाद की शुरुआत?
गुरुवार को दक्षिणी दिल्ली से सांसद रमेश बिधूड़ी लोकसभा में चंद्रयान-3 की सफलता पर भाषण देते समय इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दे रहे थे। इस दौरान उत्तर प्रदेश के अमरोहा से BSP सांसद अली ने बिधूड़ी को टोक दिया। इस पर बिधूड़ी ने उन्हें 'आतंकवादी' 'उग्रवादी' और 'कटवे' जैसे आपत्तिजनक शब्दों संबोधित किया और कहा कि वो मुल्ले को बाहर देखेंगे। उनके इस बयान के समय पीछे भाजपा सांसद हर्षवर्धन और रविशंकर प्रसाद हंसते हुए नजर आए।
बयान के बाद लोकसभा में क्या हुआ था?
बिधूड़ी के बयान के बाद लोकसभा में काफी हंगामा हुआ था, जिसके बाद केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि वो बयान के समय सदन में नहीं थे, लेकिन वो बिधूड़ी के बयान पर खेद जताते हैं।
BSP ने उसके सांसद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी पर क्या कहा?
BSP प्रमुख मायावती ने बिधूड़ी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए एक्स पर लिखा, 'दिल्ली से भाजपा सांसद द्वारा BSP सांसद अली के खिलाफ सदन में आपत्तिजनक टिप्पणी को स्पीकर ने रिकॉर्ड से हटाकर उन्हें चेतवादी दी है।' उन्होंने लिखा, 'भाजपा के वरिष्ठ मंत्री ने इस व्यवहार के लिए सदन में माफी मांगी, लेकिन पार्टी द्वारा भाजपा सांसद के विरुद्ध अभी तक कोई ठोस कार्रवाई न करना दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है।'
कांग्रेस ने की बिधूड़ी का सदस्यता रद्द करने की मांग
कांग्रेस के नेता जयराम रमेश ने कहा, "उन्होंने (बिधूड़ी) जो कहा है, वह अत्यंत निंदनीय है। रक्षा मंत्री ने माफी मांगी है, जो अपर्याप्त है। ऐसी भाषा का इस्तेमाल सदन के अंदर या बाहर नहीं होना चाहिए।" उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि नए सदन की शुरुआत नारी शक्ति से हुई है, लेकिन इसकी शुरुआत से बिधूड़ी से हुई है। ये बिधूड़ी नहीं, बल्कि भाजपा की सोच है। हमारी मांग है कि रमेश बिधूड़ी की सदस्यता रद्द की जाए।"
RJD सांसद बोले- ये प्रधानमंत्री के 'वसुधैव कुटुंबकम' की सच्चाई
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के सांसद मनोज झा ने कहा, "मुझे उनके शब्दों से दुख हुआ, लेकिन आश्चर्य नहीं। ये प्रधानमंत्री के 'वसुधैव कुटुंबकम' की सच्चाई है।" उन्होंने कहा, "हमें ये सोचने की जरूरत है कि अगर संसद में एक सांसद के लिए ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया तो देश में अन्य जगहों पर मुसलमानों, दलितों के खिलाफ किस तरह की भाषा का इस्तेमाल होता होगा। प्रधानमंत्री के मुंह से अपने सांसद के खिलाफ एक शब्द भी नहीं निकला।"
TMC नेता बोलीं- गाली देना भाजपा की अभिन्न संस्कृति का अंग
तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा, 'मुसलमानों, पिछड़ों को गाली देना भाजपा की संस्कृति का अभिन्न अंग है। ज्यादातर लोगों को अब इसमें कुछ भी गलत नहीं दिखता।' उन्होंने लिखा, 'प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय मुसलमानों को देश में डर की ऐसी स्थिति में जीने पर मजबूर कर दिया है कि वे मुस्कुराकर सब कुछ सह लेते हैं, लेकिन मैं इसकी निंदा करती रहूंगी क्योंकि मां काली ने मुझे रीढ़ दी है।'
उमर अब्दुल्ला बोले- आज तक नहीं देखी गई मुसलमानों के खिलाफ ऐसी नफरत
नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के नेता उमर अब्दुल्ला ने मामले में प्रतिक्रिया देते हुए एक्स पर लिखा, 'इस माननीय सांसद की जुबान से अपशब्द कितनी आसानी से निकल रहे हैं। मुसलमानों के खिलाफ इस तरह की नफरत पहले कभी मुख्यधारा की राजनीति में नहीं देखी गई। भाजपा के मुसलमान नेता इस तरह से नफरत रखने वालों के साथ कैसे रह पाते हैं?' उन्होंने लिखा, 'भाजपा सांसद के खिलाफ कोई कार्रवाई करने से इनकार करने के लिए स्पीकर को शर्म आनी चाहिए।'
AAP ने कहा- हम बार-बार कहते हैं कि भाजपा लफंगों की पार्टी है
आम आदमी पार्टी (AAP) ने बिधूड़ी के भाषण का वीडियो शेयर करते हुए एक्स पर लिखा, 'भाजपा के दिल्ली से सांसद संसद में स्पीकर के सामने दूसरे मुस्लिम सांसद को ऐसे शब्दों से संबोधित कर रहे हैं। क्या यही भाजपा की संस्कृति है?' AAP सांसद संजय सिंह ने कहा, "हम बार-बार ये बात कहते हैं कि भाजपा लुच्चों-लफंगों की पार्टी है। बिधूड़ी की भाषा एक गुंडे की भाषा है। अगर स्पीकर में नैतिकता है तो वह उनके खिलाफ करें।"
औवेसी बोले- मुसलमानों के साथ हो रहा यहूदियों जैसा सलूक
AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने मामले में प्रतिक्रिया देते हुए एक्स पर लिखा, 'इस वीडियो में चौंकाने वाला कुछ नहीं है। भाजपा एक अथाह खाई है, इसलिए हर दिन एक नया निचला स्तर मिल जाता है। मुझे भरोसा है कि कोई कार्रवाई नहीं होगी।' उन्होंने लिखा, 'संभावना है कि आगे बिधूड़ी को दिल्ली भाजपा अध्यक्ष बनाया जाएगा। आज भारत में मुसलमानों के साथ वैसा ही सुलूक हो रहा है, जैसा हिटलर के जर्मनी में यहूदियों के साथ किया जाता था।'
लोकसभा स्पीकर और भाजपा ने मामले में क्या कार्रवाई की?
बिधूड़ी के बयान पर विवाद होने के बाद अभी तक उनके खिलाफ कुछ ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उन्हें दोबारा ऐसी टिप्पणी करने पर कठोर कार्रवाई की चेतावनी देकर छोड़ दिया, जिसे विपक्षी पार्टियां अपर्याप्त बता रही हैं। दूसरी तरफ भाजपा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के निर्देश पर मामले में बिधूड़ी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। बिधूड़ी ने विवाद पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है।
बिधूड़ी के बयान पर हंसने के आरोप पर हर्षवर्धन ने दी सफाई
बिधूड़ी के भाषण के दौरान भाजपा नेता डॉ हर्षवर्धन सदन में मुस्कारते हुए नजर आए, जिसे लेकर उन्होंने सफाई दी है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि मामले में उनका नाम घसीटा जा रहा है और उन्हें पता नहीं था कि बिधूड़ी क्या कह रहे हैं। उन्होंने ये भी कहा कि BSP सांसद दानिश भी बिधूड़ी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे थे। हालांकि, अभी तक ऐसा कोई सबूत सामने नहीं आया है।
विवाद पर पीड़ित BSP सांसद का क्या कहना है?
BSP सांसद अली ने पत्र लिखते हुए लोकसभा स्पीकर से कहा, "यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है और अध्यक्ष के रूप में आपके नेतृत्व में ऐसा हुआ। मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि कृपया इस मामले की जांच का आदेश दें।" उन्होंने मामले को लोकसभा की विशेषाधिकार समिति के पास भेजा है। यही नहीं, मीडिया से बात करते हुए वो भावुक हो गए और कहा कि अगर बिधूड़ी पर कार्रवाई नहीं हुई तो वो लोकसभा से इस्तीफा देने पर विचार करेंगे।
न्यूजबाइट्स प्लस
रमेश बिधूड़ी का जन्म दिल्ली में हुआ था। उन्होंने वकालत की डिग्री ली है। 2003 से 2008 तक वह दिल्ली भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे। इसके बाद 2008 में वह भाजपा दिल्ली के प्रदेश महासचिव बनाए गए। 2003 से 2014 तक वह दिल्ली के विधायक भी रहे। 2014 लोकसभा चुनाव में वह सांसद निर्वाचित हुए। बिधूड़ी दिल्ली में शहरी विकास संबंधी स्थायी समिति और अन्य समितियों में सदस्य भी रहे हैं।