#NewsBytesExplainer: संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के पहले दिन किसने क्या कहा?
लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर कल पहले दिन की चर्चा हुई। कांग्रेस की अगुवाई में विपक्ष के कई सांसदों ने केंद्र सरकार को मणिपुर हिंसा समेत अन्य कई मुद्दों पर घेरने की कोशिश की, जबकि सत्तारूढ़ भाजपा के सांसदों ने सरकार का पक्ष रखते हुए विपक्ष पर पलटवार किया। आइए जानते हैं कि लोकसभा की कार्यवाही में कल क्या-क्या हुआ था।
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने की बहस की शुरुआत, प्रधानमंत्री मोदी से पूछे 3 सवाल
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने लोकसभा में केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया और उन्होंने ही बहस की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि विपक्ष प्रधानमंत्री मोदी का मणिपुर हिंसा को लेकर 'मौन व्रत' तोड़ने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया है। उन्होंने 3 सवाल पूछते हुआ कहा, "प्रधानमंत्री अभी तक मणिपुर क्यों नहीं गए, उन्हें मणिपुर हिंसा पर बोलने में लगभग 80 दिन क्यों लगे और उन्होंने मणिपुर के मुख्यमंत्री को अब तक बर्खास्त क्यों नहीं किया।"
सपा ने भाजपा पर लगाया नफरत की राजनीति करने का आरोप
विपक्ष की ओर से समाजवादी पार्टी (सपा) की सांसद डिंपल यादव ने कहा कि भाजपा नफरत और बांटने की राजनीति करती है। उन्होंने मणिपुर में 2 महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाए जाने की घटना पर बोलते हुए कहा, "यह घटना बेहद संवेदनशील है, लेकिन सरकार इस मामले में पूरी तरह असंवेदनशील रही है। हिंसा को अंजाम देने के लिए महिलाओं को साधन के रूप में इस्तेमाल करना संवैधानिक लोकतंत्र में अस्वीकार्य है। यह एक राज्य प्रायोजित जातीय हिंसा है।"
NCP की सुप्रिया सुले ने मांगा मणिपुर के मुख्यमंत्री का इस्तीफा
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) की सांसद सुप्रिया सुले ने मणिपुर में दंगे, हत्या और बलात्कार के 10,000 मामलों का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के इस्तीफे की मांग की और कहा कि भाजपा ने महिलाओं को शर्मिंदा किया है। उन्होंने कहा, "भाजपा ने पिछले 9 वर्षों में 9 राज्य सरकारों को गिरा दिया। पिछले 9 वर्षों के दौरान हमने महंगाई को बढ़ते हुए और संवैधानिक संस्थानों को टूटते हुए देखा है।"
TMC सांसद सौगात रॉय ने केंद्र सरकार को बताया निर्दयी
तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सांसद सौगत रॉय ने कहा कि केंद्र सरकार निर्दयी लोगों की सरकार है। उन्होंने कहा, "वह किसी के भी अनुरोध पर पश्चिम बंगाल में प्रतिनिधिमंडल भेज देते हैं, लेकिन उनका एक भी प्रतिनिधिमंडल मणिपुर नहीं गया है, जहां हमारे भाई-बहन मर रहे हैं।" रॉय ने आगे कहा कि केंद्र सरकार में काबिज लोगों में दया नहीं है, इसलिए वे अन्य पार्टियों की तरह अब तक मणिपुर नहीं गए हैं।
मनीष तिवारी ने अनुच्छेद 370 का किया जिक्र
कांग्रेस के सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि जब भी किसी पूर्वोत्तर राज्य में अशांति होती है तो इसका असर पूरे पूर्वोत्तर भारत के अन्य राज्यों पर पड़ता है। उन्होंने अरुणाचल प्रदेश में चीन द्वारा कथित तौर पर की जा रही घुसपैठ को लेकर भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का भी जिक्र किया, जिसका सत्ता पक्ष ने विरोध किया क्योंकि ये मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है।
सरकार की ओर से निशिकांत दुबे ने दिया सबसे पहले जवाब
सरकार की तरफ से भाजपा के सांसद निशिकांत दुबे ने अविश्वास प्रस्ताव पर सबसे पहले जवाब दिया। उन्होंने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा, "अगर विपक्ष के नेताओं से अचानक पूछ लिया जाए कि INDIA की फुल फॉर्म क्या है तो बता नहीं पाएंगे। मैं मणिपुर का शुक्रगुजार हूं कि इसी बहाने इतना इंडिया-इंडिया हुआ।" उन्होंने कहा कि कभी कांग्रेस का कड़ा विरोध करने वाली कई पार्टियां आज उसके साथ मिल गई हैं।
किरेन रिजिजू बोले- विपक्ष को होगा अविश्वास प्रस्ताव लाने पर अफसोस
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि विपक्ष को गलत समय और गलत तरीके से अविश्वास प्रस्ताव लाने पर अफसोस होगा। उन्होंने कहा, "विपक्ष को अपने गठबंधन को INDIA नाम देने से कुछ हासिल नहीं होगा, जबकि वे वास्तव में भारत के खिलाफ काम कर रहे हैं। हो सकता है कि आप भाजपा पसद नहीं हो या उसकी विचारधारा से सहमत नहीं हों, लेकिन आपको कम से कम देश के विकास का समर्थन करना चाहिए।"
हम बिना मतलब केंद्र से झगड़े पर यकीन नहीं रखते- BJD सांसद
ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (BJD) के सांसद पिनाकी मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस को जीत के मुंह से हार को छीनकर लाने की आदत पड़ गई है और इसलिए वह सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई है। उन्होंने कहा, "हम एक क्षेत्रीय पार्टी हैं। हम बिना मतलब केंद्र सरकार से झगड़े में यकीन नहीं रखते। चुनाव में हम भाजपा से मजबूती से लड़ते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम प्रस्ताव का समर्थन करेंगे।"
लोकसभा में कल भी जारी रहेगी चर्चा
लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा आज भी जारी रहेगी, जिसमें विपक्ष और सत्ता पक्ष के नेता अपनी बात रखेंगे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी आज बोल सकते हैं। कल यानी 10 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अविश्वास प्रस्ताव पर जवाब देंगे। इसी दिन लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान करवा सकते हैं। केंद्र सरकार के पास 330 से अधिक सांसदों का समर्थन है और इस लिहाज से अविश्वास प्रस्ताव गिरना तय है।