भारत बनाम INDIA और राहुल की सांसदी, ये रहीं इस साल की बड़ी राजनीतिक घटनाएं
साल 2023 विदा होने को है। राजनीतिक सरगर्मी के लिहाज से ये साल काफी उथल-पुथल भरा रहा। इस साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जुड़ी BBC की एक डॉक्युमेंट्री पर खूब विवाद हुआ तो भारत बनाम इंडिया की बहस भी सुर्खियों में रही। राहुल गांधी से लेकर महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता जाने पर भी खूब विवाद हुआ। आइए साल के कुछ बड़े राजनीतिक विवादों और घटनाओं पर नजर डालते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी पर BBC की डॉक्यूमेंट्री
BBC ने जनवरी में 'इंडिया: द मोदी क्वेश्चन' नाम से एक डॉक्युमेंट्री रिलीज की थी। इसमें गुजरात दंगों में कथित भूमिका को लेकर राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार ठहराया गया था, जिसे लेकर खूब विवाद हुआ और मामला कोर्ट तक पहुंचा। बाद में BBC के कार्यालयों पर इनकम टैक्स का 'सर्वे' भी हुआ, जिसे डॉक्यूमेंट्री विवाद से जोड़कर देखा गया। यहां तक कि ब्रिटेन की संसद में भी ये मुद्दा उठा।
रद्द हुई राहुल गांधी की संसद सदस्यता
मोदी सरनेम से जुड़े एक मामले में सजा पाने के बाद राहुल गांधी की संसद सदस्यता चली गई। इसे लेकर खूब बयानबाजी हुई और मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने फैसले पर रोक लगा दी, जिसके बाद राहुल की संसद सदस्यता बहाल हो गई। ये मामला एक रैली में राहुल के दिए बयान से जुड़ा था, जिसमें उन्होंने पूछा था कि सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है।
भारत बनाम INDIA
जुलाई में कांग्रेस समेत 26 विपक्षी पार्टियों ने साथ चुनाव लड़ने के लिए गठबंधन बनाया, जिसे इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस (INDIA) नाम दिया गया। भाजपा ने इस नाम को राष्ट्र से जोड़ते हुए देश का अपमान बताया। G-20 के निमंत्रण पत्र में देश का नाम इंडिया नहीं छापा गया। धीरे-धीरे ये बहस 'भारत बनाम INDIA' में बदल गई। मामले के खूब बयानबाजी हुई। यहां तक कि ये विवाद कोर्ट पहुंच गया, जहां से विपक्षी पार्टियों को राहत मिली।
देश को मिला नया संसद भवन
मई में देश को नया संसद भवन मिला। 971 करोड़ रुपये की लागत से बने इस भवन में लोकसभा में 888 और राज्यसभा में 384 सदस्यों के बैठने का इंतजाम है। तमाम आधुनिक तकनीकों से लैस भवन का सर्वधर्म प्रार्थना के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने उद्घाटन किया। हालांकि, समारोह में राष्ट्रपति को आमंत्रित न किए जाने को लेकर भी विवाद हुआ। विपक्ष की कई पार्टियां बहिष्कार करते हुए समारोह में शामिल नहीं हुईं।
'कैश फॉर क्वेरी' कांड में घिरीं महुआ मोइत्रा
तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा पर लोकसभा में गौतम अडाणी से जुड़े सवाल पूछने के बदले कारोबारियों से रिश्वत लेने के आरोप लगे। संसदीय समिति ने इस मामले में महुआ को दोषी पाया और उनकी सांसदी चली गई। इस मामले पर संसद के अंदर और बाहर दोनों जगह खूब विवाद हुआ। विपक्षी पार्टियों ने इसे सवाल पूछने की सजा बताया तो सत्ता दल ने महुआ पर देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने के आरोप लगाए।
संसद से रिकॉर्ड सदस्यों का निलंबन
4 से 22 दिसबंर तक चला संसद का शीतकालीन सत्र महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित किए जाने के साथ ही रिकॉर्ड संख्या में सदस्यों के निष्कासन के लिए भी याद रखा जाएगा। इस दौरान दोनों सदनों से 146 विपक्षी सांसद निलंबित किए गए। 18 दिसंबर को कुल 78 सांसद निलंबित किए गए थे। ये आजादी के बाद एक दिन में सांसदों के निलंबन का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इससे पहले 1989 में एक दिन में 63 सांसद निलंबित किए गए थे।
इन राजनीतिक घटनाओं के लिए भी याद रहेगा 2023
इस साल महिलाओं को संसद में 33 प्रतिशत आरक्षण देने वाला नारी शक्ति वंदन विधेयक भी संसद से पारित हुआ। शराब नीति मामले में दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी भी चर्चा में रही। देश में इस साल 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए। भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिहाज से महत्वपूर्ण मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसढ़ में सरकार बनाई तो कांग्रेस को तेलंगाना और कर्नाटक में जीत मिली।