मुंबई हमले की 15वीं बरसी पर प्रधानमंत्री मोदी बोले- ये दिन हम कभी नहीं भूल सकते
मुंबई पर हुए आतंकी हमले की बरसी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धाजंलि दी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "आज 26 नवंबर है और इस दिन को हम कभी नहीं भूल सकते। आज ही के दिन देश पर सबसे जघन्य आतंकी हमला हुआ था। आतंकियों ने मुंबई और पूरे देश को थर्रा कर रख दिया था, लेकिन ये भारत का सामर्थ्य है कि हम उस हमले से उबर गए।"
पूरे हौसले से आतंक को कुचल रहा भारत- प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री ने मुंबई हमले की बरसी पर आगे कहा, "भारत का सामर्थ्य है कि हम आतंकी हमले से उबरे और अब पूरे हौसले के साथ आतंक को कुचल भी रहे हैं। मुंबई हमले में अपना जीवन गंवाने वाले सभी लोगों को मैं श्रद्धांजलि देता हूं।"
प्रधानमंत्री ने आतंकी हमले में मारे गए लोगों को दी श्रद्धांजलि
15 साल पहले मुंबई में हुआ था आतंकी हमला
15 साल पहले 26 नवंबर, 2008 को मुंबई पर अब तक का सबसे बड़ा आतंकी हमला हुआ था। समुद्र के रास्ते पाकिस्तान से आए आतंकियों ने ताज होटल समेत 6 जगहों पर हमले किए थे। इनमें सुरक्षाकर्मियों समेत 166 लोगों की मौत हुई थी, जबकि कई सैंकड़ों घायल हुए थे। इस हमले के दौरान सुरक्षाबलों ने 9 आतंकियों को मार गिराया था, जबकि जिंदा पकड़े गए एक आतंकी अजमल कसाब को 2012 में फांसी दी गई थी।
हमले में ATS प्रमुख समेत इन लोगों ने दी शहादत
आतंकी हमले में शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों में तत्कालीन आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) के प्रमुख हेमंत करकरे, सेना के मेजर संदीप उन्नीकृष्णन, मुंबई के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अशोक कामटे और वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विजय सालस्कर भी शामिल थे। इस दौरान आतंकियों ने छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल, ओबेरॉय ट्राइडेंट, ताज होटल, टॉवर, लियोपोल्ड कैफे, कामा अस्पताल, नरीमन हाउस यहूदी सामुदायिक केंद्र जैसे स्थानों को अपना निशाना बनाया था। लगातार 3 दिनों तक चले इन आतंकी हमलों से पूरा शहर दहल गया था।
आतंकी हाफिज सईद ने रची थी मुंबई हमले की साजिश
लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख आतंकी हाफिज सईद को मुंबई हमले का मास्टरमाइंड माना जाता है। हमले को अंजाम तक पहुंचाने के लिए एक आतंकी साजिद मीर 2005 में मुंबई में रेकी के लिए फर्जी पासपोर्ट पर भारत भी आया था, जबकि लश्कर के अन्य आतंकी जकीउर रहमान लखवी भी साजिश में शामिल था। इसके अलावा मुंबई हमले के पीछे अमेरिकी-पाकिस्तानी नागरिक डेविड कॉलमैन हेडली का नाम भी सामने आया था, जिसने कई बार मुंबई आकर अहम जानकारियां जुटाई थी।
न्यूजबाइट्स प्लस
'मन की बात' प्रधानमंत्री मोदी का जनता से संवाद करने का एक कार्यक्रम है। इसकी शुरुआत 3 अक्टूबर, 2014 से आकाशवाणी पर हुई थी। ये कार्यक्रम 22 भारतीय भाषाओं, 29 बोलियों और 11 विदेशी भाषाओं में प्रसारित किया जाता है। हाल में 30 अप्रैल, 2023 को इस कार्यक्रम के 100 एपिसोड पूरे हुए थे। ये कार्यक्रम आकाशवाणी के 500 से अधिक केंद्रों से प्रसारित होता है, जिसे दूरदर्शन और नरेंद्र मोदी मोबाइल ऐप पर भी सुना जा सकता है।