प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर BBC की विवादित डॉक्यूमेंट्री का पूरा मामला क्या है?
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ब्रिटिश प्रसारक BBC की डॉक्यूमेंट्री पर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है।
दो हिस्सों की इस डॉक्यूमेंट्री का एक हिस्सा रिलीज हो चुका है, वहीं दूसरा हिस्सा 24 जनवरी को रिलीज किया जाएगा।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस डॉक्यूमेंट्री पर कड़ी आपत्ति जताई है और इसे प्रोपेगेंडा बताया है।
आइए आपको विस्तार से बताते हैं कि इस डॉक्यूमेंट्री में क्या है और इस पर क्यों विवाद हो रहा है।
सामग्री
BBC की डॉक्यूमेंट्री में क्या दिखाया गया है?
'इंडिया: द मोदी क्वेश्चन' नामक BBC की इस डॉक्यूमेंट्री के पहले हिस्से में 2002 गुजरात दंगों में नरेंद्र मोदी की भूमिका पर कई बड़े दावे किए गए हैं।
इसमें बताया गया है कि दंगों के बाद ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय ने अपने स्तर पर मामले की जांच की थी और इसमें पाया गया था कि हिंसा पहले से सुनियोजित थी और राज्य सरकार के संरक्षण में विश्व हिंदू परिषद (VHP) जैसे संगठनों के कार्यकर्ताओं ने इसे अंजाम दिया था।
और क्या?
डॉक्यूमेंट्री में मोदी के बारे में क्या कहा गया है?
डॉक्यूमेंट्री में बताया गया है कि ब्रिटिश विदेश मंत्रालय ने अपनी जांच रिपोर्ट में गुजरात दंगों के दौरान हुई हिंसा के लिए नरेंद्र मोदी को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया था।
रिपोर्ट के अनुसार, "विश्वसनीय लोगों ने बताया कि मोदी 27 फरवरी (2002) को वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से मिले थे और उनसे दंगों में दखल न देने को कहा था।"
इसके अनुसार, पूर्व मंत्री हरेन पंड्या ने एक पादरी को बताया था कि मोदी ने यह आदेश दिया था।
जानकारी
क्या डॉक्यूमेंट्री में भारत सरकार का पक्ष रखा गया है?
BBC ने अपनी डॉक्यूमेंट्री के एक कैप्शन में बताया कि उसने मामले में भारत सरकार से उसका पक्ष जानने के लिए संपर्क किया था, लेकिन सरकार ने डॉक्यूमेंट्री में लगाए गए आरोपों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
सरकार का पक्ष
भारतीय विदेश मंत्रालय ने डॉक्यूमेंट्री पर क्या कहा?
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरूवार को डॉक्यूमेंट्री से संबंधित एक सवाल का जवाब देते हुए इसे प्रोपेगेंडा का हिस्सा बताया।
उन्होंने कहा, "हमारा मानना है कि यह एक प्रोपेगेंडा सामग्री है, जिसे एक विशेष बदनाम नेरेटिव को आगे बढ़ाने के लिए बनाया गया है। इसमें पूर्वाग्रह, निष्पक्षता की कमी और औपनिवेशिक मानसिकता स्पष्ट दिखाई दे रही है।"
उन्होंने कहा कि यह डॉक्यूमेंट्री, जिस एजेंसी ने इसे बनाया है, उसकी मानसिकता दर्शाती है।
ब्रिटेन सरकार
ब्रिटिश सरकार का डॉक्यूमेंट्री पर क्या कहना है?
पाकिस्तानी मूल के एक सांसद के सवाल का जवाब देते हुए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने गुरुवार को संसद में कहा कि वह डॉक्यूमेंट्री में प्रधानमंत्री मोदी के चरित्र चित्रण से सहमत नहीं हैं।
उन्होंने कहा, "इस पर ब्रिटिश सरकार का मत पहले से ही स्पष्ट है। हम अत्याचार को सहन नहीं करते हैं, लेकिन माननीय सदस्य ने जो चरित्र चित्रण किया है, मैं उससे सहमत नहीं हूं।"
कोर्ट फैसले
गुजरात दंगों में मोदी की भूमिका पर कोर्ट का क्या कहना है?
गुजरात दंगों के लेकर मोदी के खिलाफ जांच हुई थी, लेकिन 2013 में एक स्थानीय कोर्ट ने उन्हें सभी आरोपों में बरी कर दिया था।
पीड़ितों की अपील के बाद सुप्रीम कोर्ट ने मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) गठित किया था, जिसने 2012 में दाखिल की गई अपनी रिपोर्ट में सबूतों के अभाव में मोदी को क्लीन चिट दी थी।
पिछले साल जून में सुप्रीम कोर्ट ने भी क्लीन चिट को बरकरार रखा था।
गुजरात दंगे
न्यूजबाइट्स प्लस
देश के सबसे भीषण दंगों में शामिल गुजरात दंगों की चिंगारी गोधरा में 27 फरवरी, 2002 को साबरमती ट्रेन के डिब्बों में आग लगने से भड़की थी। इस आग में अयोध्या से कारसेवा करके लौट रहे 59 हिंदू मारे गए थे।
घटना के बाद अहमदाबाद और उसके आसपास के इलाकों में मुस्लिम विरोधी हिंसा भड़क गई थी। ये दंगे दो-तीन दिन तक चले थे और इनमें 1,000 से अधिक लोग मारे गए थे। मरने वालों में अधिकांश मुस्लिम थे।