राहुल गांधी की संसद सदस्यता बहाल, जल्द ही सदन में दिखाई देंगे
सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता सोमवार को बहाल कर दी गई। लोकसभा सचिवालय की ओर से उनकी सदस्यता को लेकर अधिसूचना जारी कर दी गई। जानकारी के मुताबिक, वायनाड से सांसदी बहाल होने की अधिसूचना जारी होने के बाद राहुल जल्द ही सदन में दिखाई देंगे। कांग्रेस नेताओं की ओर से सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद ही सदस्यता बहाली के प्रयास तेज कर दिए गए थे।
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को रद्द की थी सजा
मोदी सरनेम मामले में गुजरात की सूरत कोर्ट ने राहुल गांधी को दोषी ठहराते हुए उनको 2 साल की सजा सुनाई थी। इसे देखते हुए लोकसभा सचिवालय की ओर से मार्च, 2023 में उनकी संसद सदस्यता रद्द कर दी गई थी। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने राहुल को राहत देते हुए उनकी दोषसिद्धी पर अंतरिम रोक लगा दी थी। इसके तुरंत बाद लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात की थी।
संसद की सदस्यता बहाली का जारी हुआ पत्र
खड़गे बोले- राहुल की संसद सदस्यता बहाल का निर्णय स्वागत योग्य
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्विटर करते हुए लिखा, 'राहुल की पुनः संसद सदस्यता बहाल करने का निर्णय स्वागत योग्य कदम है। यह भारत और विशेषकर वायनाड के लोगों के लिए बड़ी राहत है।' उन्होंने आगे लिखा, 'भाजपा और मोदी सरकार के कार्यकाल का जो भी समय बचा है, उसका इस्तेमाल विपक्षी नेताओं को निशाना बनाकर लोकतंत्र को बदनाम करने के बजाय वास्तविक शासन पर ध्यान केंद्रित करके करना चाहिए।'
संसदीय कार्य मंत्री जोशी बोले- हमने कानून प्रक्रिया का किया पालन
राहुल की लोकसभा सदस्यता बहाल करने पर भाजपा नेता और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, "संसद की संवैधानिक प्रक्रिया में समय लगता है। जैसे ही लोकसभा सचिवालय को सुप्रीम कोर्ट के आदेश की प्रति मिली। उसके बाद संसद सदस्यता को बहाल कर दिया गया।" उन्होंने कहा, "लोकसभा स्पीकर ने आज फैसला लिया। हमने कानूनी प्रक्रिया का पालन किया और कोर्ट का आदेश मिलने के तुरंत बाद ससंद सदस्यता बहाल कर दी गई।"
SP नेता अखिलेश यादव ने राहुल को दी बधाई
समाजवादी पार्टी (SP) प्रमुख अखिलेश यादव ने भी राहुल की लोकसभा सदस्यता बहाल किए जाने पर बयान दिया है। उन्होंने कहा, "जहां तक कांग्रेस नेताओं और राहुल का सवाल है, मैं उन्हें सदस्यता बहाल होने पर बधाई देना चाहता हूं। मैं सुप्रीम कोर्ट को भी बधाई देता हूं। इस फैसले के बाद लोकतंत्र और अदालतों पर विश्वास बढ़ा है।" बता दें कि राहुल की संसद सदस्यता बहाल होने पर कांग्रेस कार्यालय के बाहर कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाया गया।
क्या है राहुल की लोकसभा सदस्यता रद्द होने का मामला?
राहुल ने 2019 लोकसभा चुनाव के प्रचार में कर्नाटक के कोलार में एक रैली में पूछा था कि सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है। इस टिप्पणी पर राहुल के खिलाफ सूरत में भाजपा नेता ने मानहानि का केस दर्ज कराया था। मार्च में सूरत कोर्ट ने राहुल को दोषी पाते हुए 2 साल की सजा सुनाई, जिसके बाद उनकी सांसदी रद्द हो गई। अब सुप्रीम कोर्ट द्वारा सजा पर रोक लगाने के बाद उनकी सासंदी बहाल हो गई।