पंजाब: प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में चूक मामले में कुल 7 पुलिसकर्मी निलंबित
पंजाब सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक मामले में आज 6 और पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। अब तक कुल 7 पुलिसकर्मियों को कर्तव्य निर्वहन में लापरवाही के लिए निलंबित किया गया है। इससे पहले शनिवार को फिरोजपुर के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक (SP) (ऑपरेशन) गुरबिंदर सिंह सांगा को निलंबित किया था, जो उस समय बठिंडा जिले में SP के रूप में तैनात थे। इन सभी के खिलाफ आरोप पत्र भी दायर किया गया है।
किन पुलिसकर्मियों को किया गया निलंबित?
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, गुरबिंदर के अलावा पंजाब सरकार ने फिरोजपुर में 5 जनवरी 2022 प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा को लेकर लापरवाही के मामले में पुलिस उपाधीक्षक (DSP) पारसन सिंह, DSP जगदीश कुमार, इंस्पेक्टर तेजिंदर सिंह, इंस्पेक्टर बलविंदर सिंह, इंस्पेक्टर जतिंदर सिंह और सहायक पुलिस उपनिरीक्षक (ASI) राकेश कुमार वो 6 अधिकारी हैं जिन्हें शनिवार निलंबित किया गया है। इस मामले में पंजाब पुलिस के महानिदेशक गौरव यादव ने इस संबंध में 18 अक्टूबर को एक रिपोर्ट सौंपी थी
पंजाब सरकार ने अपने आदेश में क्या कहा?
राज्य के गृह विभाग के अनुसार, नरेंद्र मोदी की यात्रा के दौरान सुरक्षा उल्लंघन के संबंध में पंजाब पुलिस के महानिदेशक ने 18 अक्टूबर, 2023 को एक रिपोर्ट सौंपी थी, जिसके मुताबिक तत्कालीन SP सिंह ने अपना कर्तव्य ठीक से नहीं निभाया। 22 नवंबर को गृह विभाग द्वारा जारी दूसरे आदेश में कहा गया है कि सभी 7 पुलिसकर्मियों पर पंजाब सिविल सेवा नियम (सजा और अपील) 1970 की धारा 8 के तहत आरोप पत्र दायर किया गया है।
अधिकारी ने बताया- गुरबिंदर सिंह सांगा की ड्यूटी कहीं और थी
हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में जांच से जुड़े एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, "सिंह और निलंबित अन्य अधिकारी फ्लाइओवर पर मौजूद थे और किसानों के आंदोलन के बारे में पूरी जानकारी होने के बावजूद उन्होंने कोई कार्रवाई करने या वरिष्ठों को सूचित करने की जहमत नहीं उठाई। सिंह को किसी अन्य स्थान पर ड्यूटी सौंपी गई थी, लेकिन वह वहां क्यों मौजूद थे, इसको लेकर भी उन पर आरोप लगे हैं।"
सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त समिति ने केंद्र को भी सौंपी थी रिपोर्ट
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल 12 जनवरी को इस मामले की जांच के लिए समिति बनाई थी। समिति ने अपनी रिपोर्ट में राज्य के तत्कालीन मुख्य सचिव अनिरुद्ध तिवारी और पुलिस प्रमुख एस चट्टोपाध्याय को खामियों के लिए दोषी ठहराया था। यह रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को भी सौंपी गई थी। इसके बाद मंत्रालय ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पिछले साल 22 सितंबर को पंजाब सरकार को पत्र लिखा था।
कैसे हुई थी प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक?
दरअसल, 5 जनवरी 2022 को प्रधानमंत्री मोदी को बठिंडा हवाई अड्डे से हुसैनीवाला तक हेलीकॉप्टर से एक रेली में शामिल होने के लिए जाना था। खराब मौसम के कारण उनका काफिला हवाई अड्डे से फिरोजपुर तक सड़क मार्ग से आगे बढ़ा। इस दौरान जब वो एक फ्लाइओवर पर पहुंचे तब किसानों ने ट्रैक्टर से रास्ता रोक लिया था। वह करीब 20 मिनट तक फंसे रहे और फिर वह अपने नियोजित कार्यक्रमों में शामिल हुए बिना ही लौट गए थे।
न्यूजबाइट्स प्लस
प्रधानमंत्री की सुरक्षा की जिम्मेदारी विशेष सुरक्षा समूह (SPG) को सौंपी गई है। SPG ने इसके लिए दिशा-निर्देश बनाए हैं, जिसे 'ब्लू बुक' कहा जाता है। प्रधानमंत्री के सभी कार्यक्रमों के लिए इसके अनुसार ही सुरक्षा योजना बनाई जाती है। सुरक्षा योजना में केंद्रीय एजेंसियां और राज्य पुलिस दोनों शामिल होते हैं। SPG प्रधानमंत्री की किसी भी यात्रा से 3 दिन पहले इंटेलिजेंस ब्यूरो, राज्य के पुलिस प्रमुख और जिला कलेक्टर के साथ अग्रिम सुरक्षा संपर्क (ASL) बैठक करती है।