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ED के चौथे समन पर भी पेश नहीं हुए केजरीवाल, AAP बोली- गिरफ्तारी करना मकसद
केजरीवाल ने ED के चौथे समन पर भी पेश होने से इनकार कर दिया है

ED के चौथे समन पर भी पेश नहीं हुए केजरीवाल, AAP बोली- गिरफ्तारी करना मकसद

लेखन आबिद खान
Jan 18, 2024
01:47 pm

क्या है खबर?

शराब नीति मामले में कथित घोटाले को लेकर घिरे आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज भी प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सामने पेश नहीं होंगे। केजरीवाल की ओर से AAP ने ED को पत्र लिख इसकी जानकारी दी है। पत्र में कहा गया है कि भाजपा का मकसद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लोकसभा चुनाव में प्रचार करने से रोकना है। बता दें कि केजरीवाल को ED 4 बार समन भेज चुकी है।

बयान

 AAP ने पूछा, बार-बार क्यों भेजा जा रहा समन

पत्र में AAP ने लिखा, "अरविंद केजरीवाल को लोकसभा चुनाव में प्रचार करने से रोकने के लिए समन भेजा जा रहा है। भाजपा का मकसद उन्हें गिरफ्तार करवाना है। ED ने कहा है कि केजरीवाल आरोपी नहीं हैं, लेकिन फिर भी बार-बार समन क्यों भेजा जा रहा है। भ्रष्ट नेता भाजपा में चले जाते हैं और उनके मामले बंद हो जाते हैं। हमने कोई भ्रष्टाचार नहीं किया है, हमारा कोई भी नेता भाजपा में शामिल नहीं होगा।"

पेशी

केजरीवाल को आज होना था ED के सामने पेश 

13 जनवरी को ED ने केजरीवाल को चौथा समन भेज आज (18 जनवरी) को पेश होने को कहा था। हालांकि, ED के समक्ष पेश होने के बजाय केजरीवाल त्यागराज स्टेडियम में आयोजित 'एक्सीलेंस इन एजुकेशन' अवार्ड के समारोह में पहुंच गए। यहां जब उनसे समन को लेकर पत्रकारों ने सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, "कानून के अनुसार जो भी करने की जरूरत होगी, हम वह करेंगे।" आज ही केजरीवाल 3 दिन की गोवा यात्रा पर भी जा रहे हैं।

समन

ED ने कब-कब भेजा केजरीवाल को समन?

ED ने केजरीवाल को पहला समन अक्टूबर में भेज 2 नवंबर को पेश होने को कहा था। तब केजरीवाल विधानसभा चुनावों का हवाला देकर पेश नहीं हुए थे। इसके बाद 18 दिसंबर को ED ने दूसरा समन जारी कर केजरीवाल को 21 दिसंबर को पेश होने को कहा, लेकिन इससे एक दिन पहले ही केजरीवाल 10 दिनों के लिए विपश्यना शिविर में चले गए। 23 दिसंबर को तीसरा समन भेज 3 जनवरी को पेश होने को कहा गया था।

विवाद

क्या है शराब नीति से जुड़ा विवाद?

17 नवंबर, 2021 को दिल्ली सरकार ने नई शराब नीति लागू की थी। इसमें सरकार को हटाकर शराब के ठेके निजी शराब कंपनियों को दिए गए थे। उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने इस नीति में भ्रष्टाचार की आशंका जताते हुए इसकी केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) जांच कराने की सिफारिश की थी। विवाद के बाद जुलाई, 2022 में सरकार ने इस नीति को वापस ले लिया था। मामले में मनीष सिसोदिया और सांसद संजय सिंह पहले से ही जेल में हैं।

आरोप

केजरीवाल पर क्या आरोप हैं?

फरवरी, 2023 में ED ने कोर्ट में दाखिल अपनी चार्जशीट में कहा था कि केजरीवाल ने मुख्य आरोपियों में से एक समीर महेंद्रू के साथ वीडियो कॉल पर बात की थी। इसमें उन्होंने आरोपी विजय नायर को अपना बंदा बताया था और उस पर भरोसा करने को कहा था। नायर पर घोटाले की साजिश रचने और इसका सूत्रधार होने का आरोप है। नायर ने भी केजरीवाल से उनके आवास पर मुलाकात की बात कही थी।