चंडीगढ़ मेयर के चुनाव टले, कांग्रेस और AAP ने भाजपा को घेरा
क्या है खबर?
चंडीगढ़ निगर निगम के मेयर के चुनाव को अगली सूचना तक टाल दिया गया है। चुनाव आज 18 जनवरी को होने थे।
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, चुनाव में पीठासीन अधिकारी के रूप में नामित अनिल मसीह के खराब स्वास्थ्य को चुनाव टालने का कारण बताया जा रहा है।
मामले को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) ने भाजपा को घेरा है। उनका कहना है कि भाजपा हार का सामना करने के लिए तैयार नहीं है।
चुनाव टला
पार्षदों को सुबह-सुबह मिला चुनाव टलने का संदेश
रिपोर्ट के मुताबिक, जब सभी पार्टियों के पार्षद घर से निकलने की तैयारी कर रहे थे, तभी 10ः30 बजे उनके मोबाइल पर एक संदेश आया, जिसमें अनिल मसीह के खराब स्वास्थ्य के कारण चुनाव टलने की जानकारी दी गई।
कांग्रेस सांसद पवन बंसल ने कहा कि अगर भाजपा को लोकतंत्र पर विश्वास होता तो वह चुनाव टालने की जगह पीठासीन अधिकारी को बदलने का अनुरोध करती।
उन्होंने कहा कि वह चुनाव टालने के खिलाफ कोर्ट जाएंगे।
चुनाव
कांग्रेस और AAP के गठबंधन से मुश्किल में फंसी भाजपा
चंडीगढ़ मेयर के चुनाव में भाजपा की राह आसान नहीं है क्योंकि वह बहुमत से काफी दूर है। चंडीगढ़ नगर निगम में 35 पार्षद हैं, जिसमें भाजपा के पास 14 पार्षद और 1 सांसद का वोट है।
दूसरी तरफ AAP के पास 13 और कांग्रेस के पास 7 पार्षद हैं। कांग्रेस-AAP ने गठबंधन किया है, जिससे इनके पास पार्षदों की संख्या 20 हो गई है, जो बहुमत के लिए काफी है।
शिरोमणि अकाली दल (SAD) के पास 1 पार्षद है।