शराब नीति घोटाला: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ED ने चौथी बार भेजा समन
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कथित शराब नीति घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने चौथी बार समन जारी किया है। जांच एजेंसी ने केजरीवाल को 18 जनवरी को पूछताछ के लिए बुलाया है। इससे पहले ED ने केजरीवाल को 3 समन भेजे थे, लेकिन वे पेश नहीं हुए। उन्होंने कहा था कि शराब नीति में एक पैसे का घोटाला नहीं हुआ और ED के समन गैरकानूनी हैं। उन्हें गिरफ्तार करने की साजिश रची जा रही है।
क्या है शराब नीति से जुड़ा विवाद?
17 नवंबर, 2021 को दिल्ली सरकार ने नई आबकारी नीति लागू की थी। इसमें सरकार को हटाकर शराब के ठेके निजी शराब कंपनियों को दिए गए थे। उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने इस नीति में भ्रष्टाचार की आशंका जताते हुए इसकी केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) जांच कराने की सिफारिश की थी। विवाद के बाद जुलाई, 2022 में सरकार ने इस नीति को वापस ले लिया था। मामले में मनीष सिसोदिया और सांसद संजय सिंह पहले से ही जेल में हैं।
ED केजरीवाल से क्यों करना चाहती है पूछताछ?
पिछले साल फरवरी में ED ने कोर्ट में दाखिल अपनी चार्जशीट में कहा था कि केजरीवाल ने मुख्य आरोपियों में से एक समीर महेंद्रू के साथ वीडियो कॉल पर बात की थी। इसमें उन्होंने आरोपी विजय नायर को अपना बंदा बताया था और उस पर भरोसा करने को कहा था। नायर पर घोटाले की साजिश रचने और इसका सूत्रधार होने का आरोप है। फिलहाल वो मामले में सरकारी गवाह हैं और उन्हीं के बयानों पर केस टिका हुआ है।
केजरीवाल पर क्या आरोप?
ED की चार्जशीट के अनुसार, नायर ने समीर से कहा था कि नई शराब नीति केजरीवाल के दिमाग की उपज है और दोनों के बीच 2 बैठकें हुई थीं, लेकिन जब बात नहीं बनी तो नायर ने वीडियो कॉल पर समीर की केजरीवाल से बात करवाई। नायर ने पूछताछ में यह भी कहा था कि उसने केजरीवाल से उनके आवास पर मुलाकात भी की थी। इसी आधार पर ED केजरीवाल को पूछताछ के लिए 3 समन भेज चुकी है।
ED ने कब-कब भेजा केजरीवाल को समन?
ED ने केजरीवाल को पहला समन अक्टूबर में भेज 2 नवंबर को पेश होने को कहा था। तब केजरीवाल ने कहा था कि वे विधानसभा चुनावों में व्यस्त हैं और पेश नहीं हो सकते। इसके बाद 18 दिसंबर को ED ने दूसरा समन जारी कर केजरीवाल को 21 दिसंबर को पेश होने को कहा, लेकिन इससे एक दिन पहले ही केजरीवाल 10 दिनों के लिए विपश्यना शिविर में चले गए।